Khushveer Choudhary

Vaginitis in Dogs: कारण, लक्षण, रोकथाम एवं घरेलू उपाय

वजिसाइटिस (Vaginitis) एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिला कुत्ते ( intact या स्पayed दोनों) के योनि (vagina) या उसके आसपास की गुहा (vestibule) में सूजन, जलन या संक्रमण हो जाता है। यह सिर्फ एक डिस्चार्ज नहीं बल्कि अन्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है, इसलिए ध्यान देना आवश्यक है।

यह स्थिति बहुत छोटी उम्र के पिल्लों में भी पाई जाती है (जिसे “जुवेनील वजिसाइटिस” कहा जाता है) और वयस्क कुत्तों में भी हो सकती है।
इसके कारण, लक्षण, रोकथाम, और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी जा रही है।

Vaginitis in Dogs क्या होता है? (What is Vaginitis in Dogs)

वजिसाइटिस का शाब्दिक अर्थ “वो ग्लैंडिस्म / सूजन – योनि” है। कुत्तियों में इसका मतलब है योनि या उसके आसपास की झिल्ली में सूजन या संक्रमण होना।
यह अवस्था उम्र, नस्ल, स्पायिंग स्थिति के बावजूद होने वाली है — पिल्लों में अक्सर स्व-सुधार (self-resolves) हो जाती है, लेकिन वयस्क कुत्तों में यह एक गंभीर समस्या बन सकती है यदि कारण अनसुलझा रह जाए।
साधारण शब्दों में: यदि आपका कुत्ता सामान्य से अधिक योनि के आसपास लिंक्स (चाटना), डिस्चार्ज, खुजली, गीली सतह आदि दिखा रहा है — तो वजिसाइटिस की संभावना होती है।

Vaginitis in Dogs कारण (Causes)

वजिसाइटिस के निम्नलिखित प्रमुख कारण होते हैं:

  1. संक्रमण (Infection):

    1. बैक्टीरिया जैसे Escherichia coli, Streptococcus, Staphylococcus योनि या मूत्र मार्ग में जाकर वजिसाइटिस उत्पन्न कर सकते हैं।
    1. फंगल (yeast) संक्रमण या वायरल संक्रमण (जैसे Canine Herpesvirus) भी एक कारण हो सकते हैं।
  2. भौतिक / संरचनात्मक असमानता (Anatomical Abnormalities):

    1. “हूडेड वल्वा” (hooded vulva) अर्थात वल्वा (vulva) के आसपास अतिरिक्त त्वचा का होना जिससे मूत्र या मल (urine/feces) जमा हो सके।
    1. अतिरिक्त त्वचा के तह, असामान्य मूत्र मार्ग, एक्तोपिक यूरिटर (ectopic ureter) जैसी असामान्यताएं।
  3. मूत्र मार्ग सम्बन्धी समस्याएँ (Urinary Tract Issues):

    1. मूत्र में बैक्टीरिया होना, मूत्र रिसाव (incontinence) या मूत्र मार्ग में असुविधा होना वजिसाइटिस की संभावना बढ़ाता है।
  4. हॉर्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance):

    1. पिल्लों में (जो पहली हीट पहले पहुँच रहे हैं) या वयस्कों में हार्मोनल बदलाव योनि के pH स्थित को बदलते हैं और बैक्टीरिया बढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण बनाते हैं।
  5. अन्य कारण:

    1. विदेशी पिंड (foreign body) योनि में, त्वचा की उत्पाद–उचित सफाई न होना, गंदगी या मूत्र का लंबे समय तक संपर्क में रहना (urine scalding) आदि।

Vaginitis in Dogs लक्षण (Symptoms of Vaginitis in Dogs)

वजिसाइटिस के लक्षण निम्नलिखित रूप से प्रकट हो सकते हैं (पूरी तरह नहीं बल्कि कुछ ही लक्षण हो सकते हैं):

  • वल्वा (vulva) से म्यूकसयुक्त या पुरीलेन्ट (मटमैला पीला, सफेद) डिस्चार्ज आना।
  • वल्वा के आसपास बार-बार लिंक्स (chafing) या चाटना (licking)।
  • वल्वा या योनि का लाल या सूजा हुआ दिखना।
  • अधिक बार पेशाब आना (frequent urination) या पेशाब करने में कठिनाई।
  • “स्कूटिंग” अर्थात कुत्ता अपनी योनि क्षेत्र को ज़मीन पर रगड़ रहा हो।
  • पिल्लों में अक्सर कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखता, केवल हल्की डिस्चार्ज या चाटने-रुचि होती है।
  • यदि अन्य गंभीर समस्या हो (जैसे यूटिआई – UTI, ट्यूमर) तो वक्री (lack of appetite), सुस्ती, उल्टी जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

Vaginitis in Dogs कैसे पहचाने (How to Recognise)

  • यदि आपकी मादा कुतिया सामान्य से अधिक वल्वा / योनि क्षेत्र को चाट रही है, या वहां से गंधदार/रंगीन डिस्चार्ज आ रही है → पहले संकेत।
  • वल्वा का क्षेत्र गीला, गंदा या बिखरा हुआ हो।
  • मूत्र करने के बाद क्षेत्र में गिलापन (moisture) दिखाई दे रहा हो या अतिरिक्त बाल वल्वा के आसपास गंदा हो रहे हों।
  • पहली हीट (estrus) से पहले पिल्लों में भी डिस्चार्ज होना, जिसे अक्सर पिल्लू वजिसाइटिस (juvenile vaginitis) कहा जाता है।
  • यदि कुतिया स्पाय हो चुकी है और इसके बावजूद योनि / वल्वा डिस्चार्ज या लक्षण दिखा रही हो → तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
  • पशु चिकित्सक (Veterinarian) द्वारा निदान (diagnosis) के लिए: चिकित्सा इतिहास, शारीरिक जाँच, मूत्र परीक्षण, योनि संस्कृती (culture) या साइटोलॉजी (cytology) की आवश्यकता होती है।

Vaginitis in Dogs इलाज (Treatment)

इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि कारण क्या है — पिल्लू वजिसाइटिस हो, संक्रमण हो, संरचनात्मक समस्या हो या अन्य मूत्र मार्ग की समस्या हो। कुछ आम उपाय निम्नलिखित हैं:

  • सफाई और देखभाल: वल्वा और उसके आसपास के क्षेत्र को साफ व सूखा रखना। कभी-कभी डॉक्टर द्वारा एंटीसेप्टिक वाइप्स या हल्के क्लीनिंग सॉल्यूशन प्रयोग करने की सलाह दी जाती है।
  • एंटीबायोटिक्स/एंटीफंगल/एंटीवायरल दवाएं: यदि बैक्टीरियल, फंगल या वायरल संक्रमण का कारण हो।
  • डौचिंग (Vaginal douches): उदाहरण के लिए 0.05% क्लोरेहेक्सिडीन या 0.5% पोविडोन-आइोडीन सॉल्यूशन से योनि की सफाई।
  • सर्जरी: यदि मुख्य कारण वल्वा के आसपास अतिरिक्त त्वचा तह, हूडेड वल्वा या मूत्र रिसाव हो तो सर्जिकल सुधार (vulvoplasty) की जा सकती है।
  • मूल कारण का इलाज: जैसे मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI), मूत्र रिसाव (incontinence), विदेशी पिंड निकालना, अन्य ट्यूमर अथवा असमानता ठीक करना।
  • पिल्लों में प्रायः: यदि वजिसाइटिस पिल्लूपन में हो (juvenile) तो अक्सर इलाज की जरूरत नहीं पड़ती — पहली हीट के बाद खुद-ब-खुद ठीक हो सकती है।

Vaginitis in Dogs कैसे रोके इसे (How to Prevent)

  • वल्वा और आसपास के क्षेत्र को नियमित रूप से साफ रखें, विशेष रूप से पिल्लों और वल्वा के आसपास अतिरिक्त त्वचा फोल्ड वाले कुत्तों में।
  • मूत्र करने के बाद क्षेत्र को हल्के शुष्क कपड़े या अनसेंटेड बेबी वाइप्स से पोंछना।
  • अतिरिक्त बाल या त्वचा फोल्ड को ट्रिम रखें (यदि नस्ल/प्रजनन वजह से हो)।
  • कुत्ते को स्वस्थ वजन पर रखें, क्योंकि मोटापा अतिरिक्त त्वचा तह व नमी–जमा होने की संभावना बढ़ाता है।
  • यदि कुतिया स्पाय है या होने वाली है — सही समय पर स्पाय करने पर बताई गयी समस्याओं की संभावना कम हो सकती है (विशेषकर जब अन्य कारण मौजूद हों)।
  • नियमित vet-checkups कराते रहें, विशेष रूप से यदि डिस्चार्ज या असामान्य व्यवहार दिखे।

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • हल्के गर्म पानी में अनसेंटेड बेबी वाइप्स से वल्वा क्षेत्र को साफ व सुखा रखें।
  • अतिरिक्त त्वचा फोल्ड वाले कुत्तों में फेस या बेबी पाउडर टाल-फ्री को हल्के से लगाना, लेकिन केवल तभी जब डॉक्टर अनुमोदित करें।
  • गीले क्षेत्र को सूखा रखने के लिए सूखे कपड़े का प्रयोग, तथा नियमित वॉक व शौच सुविधा सुनिश्चित करें।
  • लिकिंग (चाटना) को रोकने के लिए कुत्ते को इलिजाबेथन कॉलर (E-collar) या अन्य नियंत्रण करना, जब वह बार-बार चाटे।
  • लेकिन ध्यान दें: घरेलू उपाय पूरक हैं, डॉक्टर की देखरेख से छुट नहीं सकते। यदि लक्षण बिगड़ें या बेहतर न हों, तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • डिस्चार्ज में बदबू, खून, मूत्र करते-वक़्त चिढ़/दर्द, भूख-हथासी में कमी, उबासी/निस्तेजता जैसे संकेत दिखें तो अति शीघ्र vet-चिकित्सा ले।
  • पिल्लों में यदि पहली हीट आने के बाद भी वजिसाइटिस बना रहे, तो अनदेखा न करें।
  • दवाओं (एंटीबायोटिक्स/एंटीफंगल) का प्रयोग सिर्फ डॉक्टर-निर्देश पर करें—स्व-उपचार जोखिम बढ़ा सकता है।
  • वंशीकरण (breeding) कुत्तियों में अतिरिक्त सावधानी बरतें: वजिसाइटिस के इतिहास में पुनरावृत्ति की संभावना अधिक हो सकती है।
  • स्पायिंग का समय और तरीका सही चुनें—कई मामलों में उचित समय पर स्पायिंग से समस्या को रोकने में मदद मिल सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या वजिसाइटिस खुद-ब-खुद ठीक हो सकता है?
उत्तर: हाँ — विशेष रूप से पिल्लों में (juvenile vaginitis) यह अक्सर पहली हीट के बाद बिना बड़े इलाज के ठीक हो जाती है। लेकिन वयस्क कुत्तों में, यदि कारण संक्रमण, असमानता या अन्य समस्या हो, तो इलाज जरूरी है।

प्रश्न 2: क्या सिर्फ डिस्चार्ज होना वजिसाइटिस का संकेत है?
उत्तर: नहीं — डिस्चार्ज वजिसाइटिस का प्रमुख लक्षण है लेकिन अन्य स्थितियाँ (जैसे Urinary Tract Infection, Pyometra, ट्यूमर) भी इस तरह के लक्षण दिखा सकती हैं। इसलिए हमेशा veterinary जाँच आवश्‍यक है।

प्रश्न 3: मेरा कुत्ता स्पाय है, फिर क्यों वजिसाइटिस हो सकती है?
उत्तर: स्पायिंग के बाद भी वजिसाइटिस हो सकती है, विशेष रूप से यदि मूत्र रिसाव, अतिरिक्त त्वचा फोल्ड, या अन्य संरचनात्मक समस्या हो।

प्रश्न 4: क्या कोई नस्ल-विशिष्ट खतरा है?
उत्तर: कुछ नस्लों (जैसे French Bulldog, Bulldog, Pug) में वल्वा के आसपास अतिरिक्त त्वचा फोल्ड होने की संभावना अधिक होती है, जिससे वजिसाइटिस का जोखिम बढ़ सकता है।

प्रश्न 5: क्या मैं बिना डॉक्टर के घरेलू उपचार शुरू कर सकता हूँ?
उत्तर: आप साफ-सफाई व ध्यान से कुछ घरेलू देखभाल कर सकते हैं, लेकिन इसे डॉक्टर की जाँच का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ते हैं, तो तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाएँ।

निष्कर्ष

वजिसाइटिस (Vaginitis) एक ऐसी समस्या है जिसे समय रहते पहचाना और इलाज किया जाए तो अगली बडी समस्या बनने से रोका जा सकता है। पिल्लों में यह आम है और कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन वयस्क कुत्तों में यह एक सक्रिय समस्या बन सकती है जिसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
आपका कर्तव्य है कि आप अपनी मादा कुतिया के वल्वा और योनि क्षेत्र पर नियमित नजर रखें—लक्षण दिखने पर तुरंत पशु चिकित्सक से परामर्श करें। साफ-सफाई, स्वस्थ आदतें और आवश्यक देखभाल से वजिसाइटिस के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

यदि आप चाहें तो मैं कुछ भरोसेमंद पशु चिकित्सकीय स्रोतों, शल्यचिकित्सा विकल्पों और नस्ल-विशिष्ट सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी भी दे सकता हूँ।

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post