Khushveer Choudhary

Knee Instability कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

घुटने की अस्थिरता (Knee Instability) का मतलब है — जब घुटना अपनी सामान्य स्थिति में मजबूती से काम नहीं कर पाता और “ढीला” या “हिलता-डुलता” महसूस होता है।

इस स्थिति में व्यक्ति को चलने, दौड़ने या सीढ़ियाँ चढ़ने-उतरने के दौरान घुटना “फिसलने” जैसा लगता है।
यह समस्या आमतौर पर लिगामेंट (Ligament), कार्टिलेज, या मांसपेशियों की कमजोरी या चोट के कारण होती है।

घुटने की अस्थिरता क्या होता है  (What is Knee Instability)

घुटना शरीर का सबसे बड़ा जोड़ (Joint) है, जो Femur (जांघ की हड्डी), Tibia (पिंडली की हड्डी) और Patella (घुटने की टोपी) से मिलकर बनता है।
इसे स्थिर रखने के लिए चार प्रमुख लिगामेंट काम करते हैं —

  • ACL (Anterior Cruciate Ligament)
  • PCL (Posterior Cruciate Ligament)
  • MCL (Medial Collateral Ligament)
  • LCL (Lateral Collateral Ligament)

जब इनमें से कोई लिगामेंट या आसपास की मांसपेशी कमजोर या क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो घुटने की स्थिरता प्रभावित होती है — जिसे Knee Instability कहा जाता है।

घुटने की अस्थिरता के प्रकार (Types of Knee Instability)

  1. Anterior Instability:
    ACL के क्षतिग्रस्त होने पर सामने की ओर अस्थिरता होती है।
  2. Posterior Instability:
    PCL की चोट के कारण पीछे की ओर ढीलापन महसूस होता है।
  3. Medial Instability:
    MCL के कमजोर होने पर घुटना अंदर की ओर मुड़ता है।
  4. Lateral Instability:
    LCL की क्षति से घुटना बाहर की ओर झुकता है।
  5. Rotational Instability:
    घुटने के घूमने पर अस्थिरता महसूस होती है, जो अक्सर खेल के दौरान होती है।

घुटने की अस्थिरता कारण (Causes of Knee Instability)

  • अचानक गिरना या चोट लगना
  • खेलों के दौरान मरोड़ या झटका लगना
  • लिगामेंट या मेनिस्कस (Meniscus) का फटना
  • मांसपेशियों की कमजोरी या असंतुलन
  • पुराने फ्रैक्चर या सर्जरी का असर
  • गठिया (Arthritis) या कार्टिलेज का घिसना
  • उम्र बढ़ने के साथ जोड़ का कमजोर होना

घुटने की अस्थिरता लक्षण (Symptoms of Knee Instability)

  • चलने या दौड़ने पर घुटने का “फिसलना” या “मोड़ जाना”
  • बार-बार गिरने या ठोकर लगने का अनुभव
  • घुटने में सूजन और दर्द
  • सीढ़ियाँ चढ़ने या उतरने में कठिनाई
  • घुटने में जकड़न या अस्थिरता का डर
  • हिलाने पर आवाज़ या क्लिक की आवाज़

घुटने की अस्थिरता कैसे पहचानें (Diagnosis of Knee Instability)

डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों से अस्थिरता की पुष्टि करते हैं:

  1. शारीरिक जांच (Physical Examination):
    डॉक्टर घुटने की गति, स्थिरता और दर्द के स्थान की जाँच करते हैं।

  2. लैचमैन टेस्ट (Lachman Test):
    ACL की चोट की जाँच के लिए किया जाता है।

  3. ड्रॉअर टेस्ट (Drawer Test):
    PCL और ACL की स्थिरता जांचने के लिए।

  4. एक्स-रे (X-Ray):
    हड्डी में किसी फ्रैक्चर या असामान्यता की जांच।

  5. MRI स्कैन:
    लिगामेंट, कार्टिलेज या मेनिस्कस की सटीक स्थिति देखने के लिए सबसे प्रभावी जांच।

घुटने की अस्थिरता इलाज (Treatment for Knee Instability)

इलाज इस पर निर्भर करता है कि अस्थिरता कितनी गंभीर है और किस लिगामेंट में क्षति है।

1. गैर-शल्य चिकित्सा उपचार (Non-Surgical Treatment):

  • Knee Brace या Support Belt: घुटने को स्थिर रखने में मदद करते हैं।
  • दवाइयाँ (Medicines): दर्द और सूजन कम करने के लिए Anti-inflammatory दवाएँ।
  • फिजियोथेरेपी (Physiotherapy):
    1. Quadriceps और Hamstring मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम।
    2. Balance और Stability Training।
  • RICE थैरेपी:
    1. Rest (आराम), Ice (ठंडी सिकाई), Compression (बैंडेज), Elevation (पैर ऊँचा रखना)।

2. शल्य चिकित्सा उपचार (Surgical Treatment):

  • अगर लिगामेंट पूरी तरह फट गया हो (जैसे ACL Tear), तो Ligament Reconstruction Surgery की जाती है।
  • जटिल मामलों में Arthroscopic Surgery द्वारा टिश्यू की मरम्मत की जाती है।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Knee Instability)

  • ठंडी या गर्म सिकाई से सूजन कम करें।
  • हल्के स्ट्रेचिंग और वॉक करें (डॉक्टर की सलाह अनुसार)।
  • कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन D से भरपूर आहार लें।
  • वजन नियंत्रित रखें ताकि घुटने पर दबाव न बढ़े।
  • सोते समय घुटने के नीचे तकिया रखें ताकि दबाव कम हो।

घुटने की अस्थिरता कैसे रोके (Prevention Tips)

  • खेल या एक्सरसाइज से पहले अच्छी तरह वार्मअप करें।
  • नियमित रूप से Leg Strengthening Exercises करें।
  • ऊँची एड़ी या फिसलन वाले जूते न पहनें।
  • चोट के बाद तुरंत सही इलाज कराएँ, देर न करें।
  • संतुलन और कोर मांसपेशियों को मजबूत करें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • घुटने पर ज़ोरदार झटके या मोड़ से बचें।
  • फिजियोथेरेपी से पहले वार्मअप ज़रूर करें।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के भारी व्यायाम न करें।
  • दर्द या सूजन बढ़ने पर तुरंत आराम करें और डॉक्टर को दिखाएँ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या घुटने की अस्थिरता ठीक हो सकती है?
A. हाँ, अगर सही समय पर इलाज और नियमित फिजियोथेरेपी की जाए, तो घुटना फिर से स्थिर हो सकता है।

Q2. क्या सर्जरी ज़रूरी होती है?
A. केवल गंभीर मामलों में (जैसे ACL या PCL Tear) सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है। हल्के मामलों में दवा और व्यायाम पर्याप्त होते हैं।

Q3. क्या व्यायाम से अस्थिरता बढ़ सकती है?
A. नहीं, यदि व्यायाम विशेषज्ञ की देखरेख में किया जाए तो इससे घुटना मजबूत होता है।

Q4. क्या यह समस्या दोबारा हो सकती है?
A. हाँ, अगर लिगामेंट कमजोर रहें या मांसपेशियाँ मजबूत न की जाएँ, तो दोबारा अस्थिरता हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Knee Instability (घुटने की अस्थिरता) एक आम लेकिन उपचार योग्य समस्या है।
यह न केवल आपकी गतिशीलता को प्रभावित करती है बल्कि जीवन की गुणवत्ता पर भी असर डालती है।
समय पर निदान, फिजियोथेरेपी और उचित सावधानी से घुटने को फिर से मजबूत और स्थिर बनाया जा सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम और सही पोषण ही इस समस्या से बचाव का सबसे अच्छा तरीका हैं।


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