Khushveer Choudhary

Laryngopyocele कारण, लक्षण, निदान और इलाज

Laryngopyocele (लैरिंगोप्योसील) एक दुर्लभ लैरिंक्स (Larynx / स्वरयंत्र) से जुड़ी बीमारी है, जिसमें लैरिंजियल सैक (Laryngeal Sac / Saccule) में पुस (Pus / मवाद) भरा हुआ बैग बन जाता है।

यह स्थिति अक्सर सांस लेने में कठिनाई, आवाज़ में बदलाव और गले में सूजन का कारण बनती है।
Laryngopyocele, Laryngocele का संक्रमित रूप है।

Laryngopyocele क्या होता है  (What is Laryngopyocele)

  • Laryngocele लैरिंक्स की छोटी झिल्ली या सैक का हवा से भरा थैली जैसा बढ़ना है।
  • जब यह थैली संक्रमित (Infected) हो जाती है, तो उसमें पुस (Pus / मवाद) भर जाता है और इसे Laryngopyocele कहा जाता है।
  • यह रोग अक्सर ऊपरी श्वसन पथ (Upper Respiratory Tract) के दबाव या संक्रमण के कारण होता है।

Laryngopyocele कारण (Causes of Laryngopyocele)

  1. Congenital / जन्मजात कारण – कुछ लोगों में जन्म से लैरिंजियल सैक बड़ा होता है।
  2. Laryngeal Pressure / लारिंक्स पर अधिक दबाव – जैसे गायक, झाड़ू या wind instrument बजाने वाले लोग।
  3. संक्रमण (Infection) – वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से Laryngocele में पुस भरना।
  4. Laryngeal Trauma / चोट – गले की चोट या सर्जरी।
  5. Tumors / लैरिंक्स के ट्यूमर – कभी ट्यूमर के कारण भी Laryngopyocele हो सकता है।

Laryngopyocele लक्षण (Symptoms of Laryngopyocele)

  • गले में सूजन (Neck Swelling) – अक्सर एक साइड पर
  • सांस लेने में कठिनाई (Difficulty Breathing / Dyspnea)
  • आवाज़ में बदलाव (Hoarseness / Voice Change)
  • गले में दर्द (Throat Pain)
  • गले या गर्दन में लालिमा और गर्मी (Redness / Warmth)
  • बुखार (Fever) – संक्रमण होने पर
  • डबल या भारी आवाज़ (Muffled or Strained Voice)

Laryngopyocele कैसे पहचाने (Diagnosis of Laryngopyocele)

  1. Physical Examination – गले और गर्दन की सूजन का निरीक्षण
  2. Laryngoscopy – लैरिंक्स और सैक की स्थिति का निरीक्षण
  3. CT Scan / MRI – सैक में पुस, आकार और स्थान का पता लगाने के लिए
  4. Ultrasound – गर्दन की सूजन में द्रव या थैली की पुष्टि
  5. Blood Tests – संक्रमण और सूजन का मूल्यांकन

Laryngopyocele इलाज (Treatment of Laryngopyocele)

1. एंटीबायोटिक उपचार (Antibiotic Therapy)

  • बैक्टीरियल संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक्स का उपयोग

2. सर्जिकल उपचार (Surgical Treatment)

  • Laryngopyocele Excision / Removal – पुस से भरी थैली को हटाना
  • कभी-कभी Endoscopic Drainage – minimally invasive drainage

3. Symptomatic Care / सहायक उपचार

  • Pain Relief – पेन किलर
  • Anti-inflammatory Medications – सूजन कम करने के लिए
  • Hydration & Voice Rest – आवाज़ को आराम देना और पानी पीना

4. फॉलो-अप (Follow-up)

  • सर्जरी या दवा के बाद नियमित चेकअप
  • संक्रमण और पुनरावृत्ति (Recurrence) की रोकथाम

Laryngopyocele कैसे रोके (Prevention of Laryngopyocele)

  1. लैरिंक्स पर दबाव कम करें – लंबे समय तक चिल्लाना या wind instruments का अत्यधिक उपयोग न करें
  2. संक्रमण से बचाव – गले और श्वसन पथ की स्वच्छता
  3. धूम्रपान से बचें
  4. गले की चोट से बचाव

घरेलू उपाय (Home Care Tips)

  • भाप लेना (Steam Inhalation) – गले की सूजन कम करने में मदद
  • पर्याप्त पानी पीना (Hydration)
  • गले को आराम देना – लंबे समय तक जोर से बोलने से बचें
  • हल्का, ठंडा या गर्म पानी का गार्गल

सावधानियाँ (Precautions)

  • गले में बढ़ती सूजन या साँस लेने में कठिनाई पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
  • सर्जरी या डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा का उपयोग न करें
  • संक्रमण के लक्षण (जैसे बुखार, लालिमा) नजरअंदाज न करें
  • नियमित फॉलो-अप से पुनरावृत्ति रोकें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. Laryngopyocele और Laryngocele में क्या अंतर है?

Laryngocele में थैली में केवल हवा होती है, जबकि Laryngopyocele में संक्रमण और पुस होता है।

Q2. क्या यह स्थिति गंभीर है?

हाँ, अगर सास लेने में कठिनाई हो रही हो तो यह आपातकालीन स्थिति बन सकती है।

Q3. क्या सर्जरी के बाद पूरी तरह ठीक हो सकते हैं?

हाँ, अधिकतर मामलों में सर्जरी से पूर्ण आराम और आवाज़ में सुधार होता है।

Q4. क्या यह बच्चे और वयस्क दोनों में हो सकता है?

हाँ, यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन वयस्कों में आमतौर पर अधिक देखा जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Laryngopyocele (लैरिंगोप्योसील) लैरिंक्स में पुस भरी थैली है जो सांस लेने, आवाज़ और गले की स्थिति को प्रभावित करती है।
समय पर निदान, एंटीबायोटिक या सर्जिकल उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
धूम्रपान, गले पर अत्यधिक दबाव और संक्रमण से बचाव इसे रोकने में महत्वपूर्ण हैं।


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