Khushveer Choudhary

Late Decelerations कारण, लक्षण, निदान और इलाज

Late Decelerations (लेट डिसेलेरेशन्स) गर्भावस्था और प्रसव के दौरान होने वाली फिटस (Fetus) की हृदय गति में असामान्य गिरावट (Abnormal Heart Rate Deceleration) को कहते हैं।

यह आमतौर पर गर्भ में बच्चे को पर्याप्त ऑक्सीजन (Oxygen) न मिलने या यूटेरोप्लेसेंटल इशियमिया (Uteroplacental Insufficiency) के कारण होती है।
लेट डिसेलेरेशन्स को गर्भावस्था में भ्रूण की स्वास्थ्य संकेतक (Fetal Distress Sign) माना जाता है।

Late Decelerations क्या होते हैं  (What are Late Decelerations)

  • फेटस की हृदय गति (Fetal Heart Rate) सामान्य से कम हो जाती है, खासकर जब माँ की गर्भाशय संकुचन (Uterine Contractions) होती हैं।
  • इसे “लेट” इसलिए कहा जाता है क्योंकि हृदय गति का गिरना संकुचन के बाद होता है, न कि तुरंत।
  • यह संकेत करता है कि फेफड़ों और हृदय तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही

Late Decelerations कारण (Causes of Late Decelerations)

  1. Placental Insufficiency (प्लेसेंटा अपर्याप्तता) – बच्चे को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण न मिलना
  2. Maternal Hypotension (माँ का कम रक्तचाप)
  3. Uterine Hyperstimulation (गर्भाशय का अत्यधिक संकुचन)
  4. Maternal Diabetes (माँ में मधुमेह)
  5. Preeclampsia (गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप)
  6. Placental Abruption (प्लेसेंटा का अचानक अलग होना)
  7. Chronic Maternal Conditions – जैसे हृदय या फेफड़ों की बीमारी

Late Decelerations लक्षण (Symptoms / Signs of Late Decelerations)

  • गर्भावस्था के दौरान CTG (Cardiotocography) पर हृदय गति में गिरावट
  • शारीरिक लक्षण आम तौर पर दिखाई नहीं देते; यह फेटल मॉनिटरिंग से ही पता चलता है
  • गंभीर मामलों में फेफड़ों या हृदय की ऑक्सीजन कमी का संकेत

Late Decelerations कैसे पहचाने (Diagnosis of Late Decelerations)

  1. Continuous Fetal Monitoring (CTG / Cardiotocography) – सबसे सामान्य तरीका
  2. Ultrasound Doppler – फेटस की ब्लड फ्लो जांच
  3. Fetal Scalp Blood Sampling – फेटस के रक्त में pH और ऑक्सीजन स्तर जांचने के लिए
  4. Maternal Assessment – माँ की रक्तचाप, हृदय गति और संकुचन का मूल्यांकन

Late Decelerations इलाज (Treatment of Late Decelerations)

1. Maternal Interventions (माँ के लिए उपाय)

  • Side-lying position – बाएं तरफ लेटना ताकि रक्त प्रवाह बेहतर हो
  • IV Fluids – माँ का ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए
  • Oxygen Administration – ऑक्सीजन सपोर्ट देना
  • Stop Uterine Stimulation – अगर दवा से संकुचन बढ़ा है तो रोकना

2. Fetal Interventions (भ्रूण के लिए उपाय)

  • गंभीर ऑक्सीजन कमी में Emergency Delivery / Cesarean Section
  • अगर हल्की समस्या है तो Continuous Monitoring

3. Medication

  • Tocolytics – अत्यधिक संकुचन रोकने के लिए
  • Antihypertensives – उच्च रक्तचाप नियंत्रित करने के लिए

Late Decelerations कैसे रोके (Prevention of Late Decelerations)

  1. Regular Antenatal Checkups – गर्भावस्था के दौरान मॉनिटरिंग
  2. Maternal Health Optimization – ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का नियंत्रण
  3. Avoid Uterine Overstimulation – Dosing of induction drugs carefully
  4. Proper Positioning during Labor – बाईं तरफ लेटना
  5. Early Identification of Placental Issues

सावधानियाँ (Precautions)

  • CTG में लेट डेसलरेशन दिखे तो तुरंत OB/GYN की सलाह लें
  • संकुचन के दौरान लगातार मॉनिटरिंग करें
  • माँ का ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन लेवल जांचें
  • समय पर सिजेरियन या इंटरवेंशन करने से फेफड़ों और हृदय को नुकसान से बचाया जा सकता है

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. Late Decelerations कितनी गंभीर हैं?

यह भ्रूण में ऑक्सीजन की कमी का संकेत है और गंभीर हो सकती हैं। समय पर हस्तक्षेप जरूरी है।

Q2. क्या सभी गर्भवती महिलाओं में यह होता है?

नहीं, यह आमतौर पर उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं या प्लेसेंटल इशियमिया में देखा जाता है।

Q3. क्या इसका इलाज संभव है?

हाँ, समय पर मॉनिटरिंग और चिकित्सकीय हस्तक्षेप से भ्रूण सुरक्षित रखा जा सकता है।

Q4. क्या यह Cesarean की वजह बनता है?

गंभीर और लगातार लेट डेसलरेशन होने पर Emergency Cesarean Section की सलाह दी जा सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Late Decelerations (लेट डिसेलेरेशन्स) गर्भावस्था में भ्रूण के ऑक्सीजन कमी का संकेत हैं।
समय पर मॉनिटरिंग, माँ की स्थिति में सुधार और आवश्यक इंटरवेंशन से भ्रूण को सुरक्षित रखा जा सकता है।
सही समय पर पहचान और उपचार ही इस स्थिति से जुड़ी जटिलताओं को रोक सकता है।


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