लीशमैनियासिस रेसिडिवांस (Leishmaniasis Recidivans, LR) एक दुर्लभ और पुरानी त्वचा संबंधी संक्रमण रोग (Chronic Cutaneous Infection) है। यह लीशमैनिया परजीवी (Leishmania Parasite) के कारण होता है और अक्सर पुराने घावों (Old Lesions) के आसपास नई घाव जैसी संरचनाएँ बनाती है।
यह रोग मुख्य रूप से एंडेमिक क्षेत्रों (Endemic Areas) में पाया जाता है, जैसे भारत के कुछ हिस्से, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका। लीशमैनियासिस के अन्य प्रकारों के मुकाबले यह बहुत ही धीरे-धीरे बढ़ता है और बार-बार लौट सकता है, इसलिए इसे “रेसिडिवांस” (Recidivans – पुनरावर्ती) कहा जाता है।
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस क्या होता है (What is Leishmaniasis Recidivans?)
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस एक पुनरावर्ती त्वचा रोग (Recurrent Skin Disorder) है। यह पुराने घावों के किनारों या आसपास नए पपड़ीदार या ऊभरी हुई सूजन (Papular, Nodular Lesions) के रूप में विकसित होता है।
यह रोग आमतौर पर:
- पुराने लीशमैनियासिस घाव ठीक होने के बाद
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति में
- बार-बार संक्रमण के कारण
मुख्य बात: LR आम तौर पर दर्द रहित होता है लेकिन त्वचा पर लंबे समय तक निशान छोड़ देता है।
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस कारण (Causes of Leishmaniasis Recidivans)
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लीशमैनिया परजीवी (Leishmania Parasite):
- LR का मुख्य कारण Leishmania tropica और Leishmania major प्रजातियाँ हैं।
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सैंडफ्लाई का काटना (Sandfly Bite):
- संक्रमित सैंडफ्लाई (Phlebotomus species) के काटने से परजीवी शरीर में प्रवेश करता है।
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कमजोर इम्यून सिस्टम (Weakened Immune System):
- HIV या अन्य इम्यून कमजोरियों वाले व्यक्ति में पुनरावृत्ति अधिक होती है।
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पुराने घावों का ठीक न होना (Improper Healing of Old Lesions):
- घाव ठीक होने के बाद भी परजीवी शरीर में रह सकता है और पुनः सक्रिय हो सकता है।
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस लक्षण (Symptoms of Leishmaniasis Recidivans)
- पुराने घाव के किनारे पर नए पपुलर या नोड्यूलर लेसियन्स का बनना
- घाव धीरे-धीरे फैलता है
- त्वचा पर पपड़ी या क्रस्ट बनना
- आमतौर पर दर्द रहित (Painless)
- लंबे समय तक रहने वाले घाव, जो महीनों या वर्षों तक ठीक नहीं होते
- कभी-कभी हल्का खुजली या जलन
ध्यान दें: LR आमतौर पर चेहरे, हाथ और पैरों पर अधिक देखा जाता है।
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस कैसे पहचाने (Diagnosis of Leishmaniasis Recidivans)
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क्लिनिकल एग्ज़ामिनेशन (Clinical Examination):
- त्वचा के घाव और पपड़ीदार संरचना का निरीक्षण।
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स्किन बायोप्सी (Skin Biopsy):
- घाव से टिशू सैंपल लेकर परजीवी की पहचान।
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माइक्रोस्कोपी (Microscopy):
- Leishmania अमैस्टिगोट्स का पता लगाने के लिए।
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पॉलिमरेज़ चेन रिएक्शन (PCR):
- परजीवी का डीएनए सटीक रूप से पहचानने के लिए।
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ब्लड टेस्ट (Blood Tests):
- कभी-कभी एंटीबॉडी की उपस्थिति के लिए।
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस इलाज (Treatment of Leishmaniasis Recidivans)
LR का इलाज परजीवी को खत्म करना और घाव ठीक करना होता है। उपचार में शामिल हैं:
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एंटीलीशमैनियल दवाएँ (Antileishmanial Drugs):
- Sodium Stibogluconate
- Meglumine Antimoniate
- Amphotericin B (Severe cases)
- Miltefosine
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स्थानीय उपचार (Topical Treatment):
- घाव पर पेस्ट या जेल लगाने से संक्रमण नियंत्रित किया जा सकता है।
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क्रायोथेरेपी (Cryotherapy):
- घाव को फ्रीज कर परजीवी को नष्ट करना।
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सर्जिकल इंटर्वेंशन (Surgical Removal):
- यदि घाव बहुत बड़ा हो और अन्य उपचार असफल हों।
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इम्यून सपोर्टिव थेरेपी (Immune Supportive Therapy):
- विटामिन C, जिंक और प्रोटीन युक्त संतुलित आहार।
घरेलू उपाय (Home Remedies for Leishmaniasis Recidivans)
- संक्रमित क्षेत्रों में मच्छर / सैंडफ्लाई से बचाव करें।
- साफ-सफाई रखें और घाव को न छेड़ें।
- पौष्टिक आहार लें, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत रहे।
- हल्के कपड़े पहनें, ताकि त्वचा कम खुली रहे।
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई क्रीम या दवा न लगाएँ।
कैसे रोके (Prevention of Leishmaniasis Recidivans)
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सैंडफ्लाई से बचाव:
- नीट (Insecticide-treated nets) का उपयोग।
- कीट repellent क्रीम।
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साफ-सफाई:
- घर और आसपास मच्छर के प्रजनन स्थल को साफ रखें।
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त्वचा की चोटों से बचें:
- खुली त्वचा को ढक कर रखें।
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समय पर इलाज:
- लीशमैनियासिस के पहले संक्रमण का पूरा इलाज करवाएँ, ताकि पुनरावृत्ति कम हो।
सावधानियाँ (Precautions)
- पुराने घाव या नए पपुल्स को न छेड़ें।
- बार-बार संक्रमण वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
- उपचार के दौरान दवा या इंजेक्शन को समय पर लें।
- किसी भी बढ़ते घाव पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. लीशमैनियासिस रेसिडिवांस कितना खतरनाक है?
यह आम तौर पर जानलेवा नहीं होता, लेकिन दृष्टि और त्वचा पर स्थायी निशान छोड़ सकता है।
Q2. क्या यह रोग संक्रामक है?
यह सीधे व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता। केवल सैंडफ्लाई के काटने से फैलता है।
Q3. क्या बार-बार संक्रमण होने पर इलाज सफल होता है?
हां, यदि सही एंटीलीशमैनियल दवाएँ और स्थानीय उपचार समय पर करें तो रोग नियंत्रित किया जा सकता है।
Q4. क्या बच्चों में यह रोग होता है?
हाँ, बच्चों और वयस्कों दोनों में हो सकता है, लेकिन आमतौर पर युवा वयस्कों में अधिक देखा गया है।
निष्कर्ष (Conclusion)
लीशमैनियासिस रेसिडिवांस (Leishmaniasis Recidivans) एक दुर्लभ, पुनरावर्ती त्वचा रोग है, जो परजीवी संक्रमण और कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण होता है।
सही समय पर डायग्नोसिस और एंटीलीशमैनियल इलाज से घाव ठीक होते हैं और पुनरावृत्ति कम होती है।
साफ-सफाई, मच्छर से बचाव और संतुलित जीवनशैली इस रोग से होने वाले जोखिम को काफी हद तक कम कर सकती है।