Loss of Voice या आवाज़ का बैठ जाना (Hoarseness) एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है जिसमें व्यक्ति की आवाज़ कर्कश, धीमी या बिल्कुल बंद हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर Laryngitis (लेरिंग्जाइटिस) या स्वरयंत्र (Vocal Cords) में सूजन के कारण होती है।
कभी-कभी यह संक्रमण, अत्यधिक बोलना, धूम्रपान, या एलर्जी का परिणाम भी हो सकता है। अधिकांश मामलों में यह कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन लंबे समय तक बनी रहे तो डॉक्टर से जांच जरूरी होती है।
Loss of Voice क्या होता है (What is Loss of Voice)
जब स्वरयंत्र (Voice Box या Larynx) की भीतरी सतह में ज irritation, swelling या inflammation हो जाती है, तो वोकल कॉर्ड सही ढंग से कंपन नहीं कर पाते, जिससे आवाज़ कमजोर, बैठी हुई या पूरी तरह बंद हो जाती है। यही स्थिति Loss of Voice कहलाती है।
Loss of Voice के कारण (Causes of Loss of Voice)
1. Laryngitis (लेरिंग्जाइटिस)
स्वरयंत्र की सूजन सबसे आम कारण है। यह वायरल संक्रमण या अधिक बोलने से हो सकता है।
2. Vocal Cord Overuse (बहुत बोलना या चिल्लाना)
लंबे समय तक बोलना, गाना, चिल्लाना आवाज़ बैठा देता है।
3. Infection (संक्रमण)
वायरल, बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन।
4. Acid Reflux (एसिडिटी / GERD)
एसिड गले में आने से वोकल कॉर्ड प्रभावित होते हैं।
5. Smoking and Alcohol (धूम्रपान और शराब)
वोकल कॉर्ड को नुकसान पहुंचते हैं।
6. Allergies (एलर्जी)
नाक और गले में irritation बनाता है जिससे आवाज़ प्रभावित होती है।
7. Vocal Cord Nodules / Polyps
वोकल कॉर्ड पर छोटे गांठ बन जाते हैं।
8. Hypothyroidism
थायराइड कम होने से आवाज़ बैठ सकती है।
9. Nerve Paralysis (तंत्रिका पक्षाघात)
Recurrent Laryngeal Nerve damage से आवाज़ पूरी तरह जा सकती है।
10. Throat Cancer (गले का कैंसर)
दुर्लभ लेकिन लंबे समय तक आवाज़ ना आना इसका संकेत हो सकता है।
Loss of Voice के लक्षण (Symptoms of Loss of Voice)
- आवाज़ का कमजोर हो जाना
- कर्कश आवाज़
- बोलने में दर्द
- आवाज़ का पूरी तरह बंद हो जाना
- गले में खराश
- गले में सूजन
- लगातार खांसी
- बोलने में थकान
Loss of Voice कैसे पहचाने (Diagnosis of Loss of Voice)
1. Physical Examination
गले की जांच और बोलने का परीक्षण।
2. Laryngoscopy
कैमरे से वोकल कॉर्ड को देखा जाता है।
3. Blood Tests
संक्रमण या थायराइड समस्याओं की जांच।
4. Imaging Tests
यदि नर्व डैमेज या ट्यूमर की संभावना हो, MRI/CT Scan किया जाता है।
5. Voice Analysis
आवाज़ की गुणवत्ता जांचने के लिए।
Loss of Voice का इलाज (Treatment of Loss of Voice)
1. आवाज़ को आराम देना (Voice Rest)
कम से कम 48–72 घंटे तक बोलने से परहेज करें।
2. दवाएं (Medications)
- Anti-inflammatory drugs
- Antacids (यदि समस्या GERD से हो)
- Antibiotics (बैक्टीरियल संक्रमण में)
- Steroids (गंभीर सूजन में)
3. Steam Inhalation (भाप लेना)
वोकल कॉर्ड की सूजन कम करता है।
4. Hydration (पर्याप्त पानी)
गले को नमी देता है।
5. Voice Therapy (स्पीच थैरेपी)
वोकल कॉर्ड नोड्यूल्स, पोलिप्स और नर्व समस्याओं में।
6. Surgery (सर्जरी)
ट्यूमर, बड़े नोड्यूल्स या vocal cord paralysis में।
Loss of Voice के घरेलू उपाय (Home Remedies)
(सिर्फ हल्के मामलों में उपयोग करें)
- गर्म पानी से गरारे
- अदरक और शहद
- तुलसी का काढ़ा
- गुनगुना पानी पीना
- हल्दी वाला दूध
- नमक पानी से गरारे
- भाप लेना
- कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग
Loss of Voice कैसे रोके (Prevention of Loss of Voice)
- अत्यधिक बोलना या चिल्लाना बंद करें
- धूम्रपान से दूर रहें
- तेज ठंडी चीजें कम लें
- पर्याप्त पानी पिएं
- एसिडिटी कंट्रोल रखें
- प्रदूषण से बचें
- नियमित सौम्य वॉयस एक्सरसाइज करें
- गले को बार-बार साफ करने की आदत छोड़ें
सावधानियाँ (Precautions)
- पूरी तरह आवाज़ बैठने पर फुसफुसाकर बात न करें
- ठंडे पेय और बर्फ से बचें
- मसालेदार और तली चीजें कम करें
- लंबे समय तक फोन पर चिल्लाकर बात न करें
- यदि 2 हफ्तों से ज्यादा समय तक आवाज़ न आए तो डॉक्टर से तुरंत जांच कराएं
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या Loss of Voice खुद ठीक हो जाता है?
यदि कारण सर्दी, गले की सूजन या ओवरयूज़ हो तो हां, 3–7 दिनों में ठीक हो सकता है।
2. कितने समय बाद डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
यदि आवाज़ 10–14 दिनों में भी वापस न आए।
3. क्या फुसफुसाकर बोलना खतरनाक है?
हां, यह vocal cords पर और तनाव डालता है।
4. क्या GERD से भी आवाज़ जा सकती है?
हां, एसिड रिफ्लक्स वोकल कॉर्ड को नुकसान करता है।
5. आवाज़ गायब होने पर क्या खाना चाहिए?
गुनगुना पानी, गर्म सूप, खिचड़ी, दाल और हल्का भोजन।
निष्कर्ष (Conclusion)
Loss of Voice एक आम और सामान्य स्थिति है, लेकिन लंबे समय तक जारी रहे तो गंभीर कारण जैसे वोकल कॉर्ड नोड्यूल्स, नर्व डैमेज या कैंसर से भी जुड़ा हो सकता है। आवाज़ को आराम देना, गर्म पेय, भाप लेना और सही इलाज तेजी से सुधार लाते हैं। यदि दो सप्ताह तक आवाज़ न आए तो विशेषज्ञ से जांच करवाना अनिवार्य है