Khushveer Choudhary

Lower GI Bleeding कारण, लक्षण, पहचान, इलाज, रोकथाम और सावधानियाँ

लोअर जीआई ब्लीडिंग (Lower Gastrointestinal Bleeding) का अर्थ है आंतों के निचले हिस्से (Lower Intestine) — यानी कोलन, रेक्टम और एनस (Colon, Rectum, and Anus) से होने वाला रक्तस्राव।

यह एक गंभीर चिकित्सा स्थिति (Serious Medical Condition) हो सकती है, जो कभी-कभी अचानक और तेज रक्तस्राव के रूप में प्रकट होती है, जबकि कई बार यह धीरे-धीरे होने वाला रक्तस्राव (Chronic Bleeding) भी हो सकता है।

यह स्थिति अक्सर डाइजेस्टिव ट्रैक्ट (Digestive Tract) से जुड़ी बीमारियों जैसे बवासीर, डाइवर्टिकुलर रोग, कोलाइटिस, या कोलन कैंसर के कारण होती है।

लोअर जीआई ब्लीडिंग क्या होता है  (What is Lower GI Bleeding?)

लोअर जीआई ब्लीडिंग का मतलब है पाचन तंत्र के निचले भाग — स्मॉल इंटेस्टाइन के निचले हिस्से से लेकर रेक्टम तक — कहीं से भी रक्तस्राव होना।

यह दो प्रकार का हो सकता है:

  1. तीव्र (Acute Bleeding): अचानक और अधिक मात्रा में खून निकलना।
  2. दीर्घकालिक (Chronic Bleeding): लंबे समय तक थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खून का निकलना।

रोगी को मल में खून (Blood in Stool), काले या लाल मल, और कमज़ोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

लोअर जीआई ब्लीडिंग कारण (Causes of Lower GI Bleeding)

लोअर जीआई ब्लीडिंग के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. बवासीर (Hemorrhoids):
    गुदा क्षेत्र की सूजी हुई नसों से खून निकलना।

  2. एनल फिशर (Anal Fissure):
    गुदा की त्वचा में दरार या कट लगना।

  3. डाइवर्टिकुलोसिस (Diverticulosis):
    बड़ी आंत की दीवारों में बने छोटे थैलों में सूजन या फटने से रक्तस्राव।

  4. सूजन संबंधी आंत्र रोग (Inflammatory Bowel Disease - IBD):
    जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग

  5. कोलन पॉलिप या कैंसर (Colon Polyps or Cancer):
    कोलन की दीवार पर बने छोटे ग्रोथ या ट्यूमर से खून निकलना।

  6. संक्रमण (Infections):
    बैक्टीरियल या परजीवी संक्रमण से आंतों में सूजन और रक्तस्राव।

  7. रेडिएशन थेरेपी (Radiation Injury):
    कैंसर उपचार के दौरान रेडिएशन से आंतों की चोट।

लोअर जीआई ब्लीडिंग लक्षण (Symptoms of Lower GI Bleeding)

  • मल में खून (Blood in Stool) – ताजा लाल या गहरा भूरा रंग
  • काला या चिपचिपा मल (Black/Tarry Stool)
  • गुदा से खून का बहना (Rectal Bleeding)
  • कमज़ोरी और थकान (Fatigue and Weakness)
  • पेट में दर्द या ऐंठन (Abdominal Pain or Cramping)
  • रक्ताल्पता (Anemia) – लंबे समय तक खून बहने पर
  • चक्कर आना या बेहोशी (Dizziness or Fainting)

लोअर जीआई ब्लीडिंग कैसे पहचाने (Diagnosis of Lower GI Bleeding)

  1. क्लिनिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जामिनेशन (Medical History & Physical Exam):
    रोगी के लक्षण और मल की जांच।

  2. रेक्टल एग्ज़ामिनेशन (Rectal Examination):
    गुदा के अंदरूनी हिस्से की जांच।

  3. कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy):
    बड़ी आंत की अंदरूनी दीवार को कैमरे से देखना ताकि रक्तस्राव के स्रोत का पता लगाया जा सके।

  4. एंडोस्कोपी (Endoscopy):
    पाचन तंत्र के ऊपरी हिस्से की जांच के लिए।

  5. सीटी एंजियोग्राफी (CT Angiography):
    रक्तस्राव का स्थान पहचानने में मदद करता है।

  6. ब्लड टेस्ट (Blood Tests):
    हीमोग्लोबिन स्तर और एनीमिया की स्थिति जानने के लिए।

लोअर जीआई ब्लीडिंग इलाज (Treatment of Lower GI Bleeding)

इलाज का प्रकार रक्तस्राव के कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है।

  1. तरल और रक्त चढ़ाना (Fluid and Blood Replacement):
    रक्त की कमी पूरी करने के लिए।

  2. एंडोस्कोपिक उपचार (Endoscopic Therapy):
    रक्तस्राव रोकने के लिए क्लिप, बैंड या थर्मल कोगुलेशन जैसी तकनीकें।

  3. दवाइयाँ (Medications):

    1. संक्रमण या सूजन के लिए एंटीबायोटिक्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएँ
    2. बवासीर के लिए स्थानीय क्रीम और सपोसिटरी
  4. सर्जरी (Surgery):
    अगर गंभीर रक्तस्राव हो या अन्य उपाय विफल हों तो शल्य चिकित्सा की जाती है।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Lower GI Bleeding)

नोट: यदि रक्तस्राव अधिक हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घरेलू उपाय केवल हल्के मामलों या रिकवरी के दौरान सहायक हो सकते हैं।

  • फाइबर युक्त आहार (High-Fiber Diet): कब्ज और दबाव कम करने के लिए।
  • पर्याप्त पानी पिएँ (Stay Hydrated): पाचन सुचारू रखने के लिए।
  • गर्म पानी से Sitz Bath: बवासीर और एनल फिशर में राहत के लिए।
  • तेल और मसालेदार भोजन से परहेज़ करें।
  • तनाव और चिंता कम करें।

लोअर जीआई ब्लीडिंग कैसे रोके (Prevention of Lower GI Bleeding)

  • कब्ज से बचें: नियमित फाइबर और पानी का सेवन करें।
  • बवासीर की देखभाल करें: लंबे समय तक बैठने से बचें।
  • संतुलित आहार लें: हरी सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज।
  • नियमित जांच कराएँ: खासकर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोलोनोस्कोपी करवानी चाहिए।
  • शराब और धूम्रपान से बचें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • मल में खून आने पर इसे हल्के में न लें।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक या रक्त पतला करने वाली दवाएँ न लें।
  • अधिक थकान या चक्कर आने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
  • यदि रक्तस्राव लगातार हो रहा है, तो आपातकालीन चिकित्सा लें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या लोअर जीआई ब्लीडिंग गंभीर होती है?
हाँ, यह हल्की से लेकर जानलेवा भी हो सकती है, खासकर अगर अधिक मात्रा में रक्तस्राव हो।

Q2. क्या लोअर जीआई ब्लीडिंग का इलाज संभव है?
हाँ, कारण की पहचान के बाद इसका इलाज संभव है।

Q3. मल में खून दिखने पर क्या करना चाहिए?
तुरंत डॉक्टर या गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से परामर्श लें।

Q4. क्या बवासीर लोअर जीआई ब्लीडिंग का कारण हो सकता है?
हाँ, बवासीर सबसे सामान्य कारणों में से एक है।

निष्कर्ष (Conclusion)

लोअर जीआई ब्लीडिंग (Lower Gastrointestinal Bleeding) एक ऐसी स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मल में खून दिखाई देना पाचन तंत्र की किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
समय पर जांच, निदान और उचित इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
संतुलित आहार, पर्याप्त पानी, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह का पालन करके इसे रोका जा सकता है।


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