Navicular Disease (नैविकुलर डिसीज) घोड़े (Horse) के पैरों में होने वाली एक आम घुटने और खुर (Hoof) की हड्डी संबंधी बीमारी है।
इसमें Navicular Bone (नाविकुलर हड्डी) और इसके आसपास की नालियों और टेंडन (Tendons) में सूजन या क्षति होती है, जिससे घोड़े में लंपिंग (Lameness / चलने में कठिनाई) और दर्द उत्पन्न होता है।
यह रोग आमतौर पर मध्य आयु वर्ग के घोड़ों में देखा जाता है और विशेष रूप से सवार घोड़ों (Riding Horses) में आम है।
Navicular Disease क्या होता है (What is Navicular Disease)
- यह रोग पैर की पिछली अंगुली और खुर के बीच स्थित हड्डी (Navicular Bone) को प्रभावित करता है।
- हड्डी और इसके आसपास की संयोजी ऊतक (Ligaments & Tendons) में सूजन या टूट-फूट होती है।
- परिणामस्वरूप घोड़े में चलने में दर्द, संतुलन की समस्या और प्रदर्शन में कमी होती है।
Navicular Disease कारण (Causes of Navicular Disease)
- अनुवांशिक प्रवृत्ति (Genetic Predisposition) – कुछ नस्लों में अधिक पाया जाता है।
- अत्यधिक भार और अभ्यास (Excessive Workload) – लंबे समय तक कड़ी ट्रेनिंग या भारी वजन उठाना।
- खुर की गलत संरचना (Improper Hoof Conformation) – गलत नालिया या खुर की लंबाई।
- घटना या चोट (Trauma / Injury) – खुर या पैर में चोट लगना।
- अस्थिर सतह पर चलना (Uneven Surfaces) – लंबे समय तक कठोर या असमान सतह पर चलना।
Navicular Disease लक्षण (Symptoms of Navicular Disease)
- Lameness (लंपिंग / चलने में असुविधा) – खासकर आगे के पैरों में
- Pain in Hoof (खुर में दर्द)
- Toe-pointing or Shifting Weight – घोड़ा दर्द से वजन बदलता है
- Reluctance to Work – काम करने में हिचकिचाहट
- Stiffness or Short Stride – कदम छोटे या कठोर होना
- Heat or Sensitivity in Hoof
Navicular Disease कैसे पहचाने (Diagnosis of Navicular Disease)
- Physical Examination (शारीरिक परीक्षण) – खुर और पैरों की जांच, दर्द पर प्रतिक्रिया देखना
- X-ray / Radiography – हड्डी की संरचना और हड्डी में घाव या पथरी की जांच
- MRI / Ultrasound – टेंडन और लिगामेंट की चोट की पुष्टि
- Hoof Tester Exam – खुर दबाकर दर्द का परीक्षण
- Gait Analysis – चलने की शैली का मूल्यांकन
Navicular Disease इलाज (Treatment of Navicular Disease)
1. दवा उपचार (Medications)
- NSAIDs (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs) – दर्द और सूजन कम करने के लिए
- Bisphosphonates – हड्डी के स्वास्थ्य के लिए
2. फिजियोथेरेपी और वर्करेस्ट (Physiotherapy & Rest)
- घोड़े को आराम और हल्की व्यायाम
- पैरों और खुर की मसाज
3. खुर की देखभाल (Hoof Care)
- Corrective shoeing / विशेष नालियाँ
- खुर की नियमित सफाई और ट्रिमिंग
4. सर्जरी (Surgery)
- गंभीर मामलों में Palmar Digital Neurectomy – नस काटकर दर्द कम करना
- Bone remodeling procedures
5. सपोर्टिव केयर (Supportive Care)
- संतुलित आहार (Balanced Nutrition)
- वजन नियंत्रित करना
- नियमित Veterinary check-up
Navicular Disease कैसे रोके (Prevention)
- सही खुर संरचना बनाए रखें (Proper Hoof Conformation)
- अत्यधिक भार और काम से बचें (Avoid Excessive Workload)
- समान और सुरक्षित सतह पर चलाना (Even Surfaces)
- नियमित नालियाँ और ट्रिमिंग (Regular Hoof Care)
- Genetic Selection – कमजोर नस्लों को breeding से बचाएं
सावधानियाँ (Precautions)
- लक्षण दिखने पर तुरंत Veterinarian से जांच करवाएँ
- घोड़े को अधिक कठिन अभ्यास या दौड़ में शामिल न करें
- दवा और सर्जरी केवल प्रशिक्षित पशु चिकित्सक की सलाह पर ही करें
- खुर में संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. Navicular Disease सिर्फ सवार घोड़ों में होता है?
नहीं, लेकिन सवार और कार्यशील घोड़ों में अधिक आम है।
Q2. क्या यह रोग ठीक हो सकता है?
पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकता, लेकिन दवा, शूइंग और फिजियोथेरेपी से दर्द कम किया जा सकता है।
Q3. क्या यह दोनों पैरों में हो सकता है?
आमतौर पर दोनों पैरों में समान रूप से होता है, लेकिन कभी-कभी केवल एक पैर प्रभावित हो सकता है।
Q4. सर्जरी कितनी प्रभावी है?
गंभीर मामलों में नस काटने वाली सर्जरी (Neurectomy) दर्द को कम कर सकती है, लेकिन इसका असर स्थायी नहीं है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Navicular Disease (नैविकुलर डिसीज) घोड़ों में खुर और पैर की हड्डी संबंधी दर्द और अस्थिरता का मुख्य कारण है।
समय पर Veterinary जांच, Corrective shoeing और दवा उपचार से घोड़े की चलने-फिरने की क्षमता और जीवन गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।
सुरक्षा उपाय और नियमित देखभाल इसे रोकने में बेहद सहायक हैं।