Polyphagia (पॉलीफेज़िया) एक चिकित्सकीय स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अत्यधिक और लगातार भूख (excessive hunger) लगती है, भले ही वह पर्याप्त या अधिक भोजन कर चुका हो।
यह अपने आप में कोई बीमारी नहीं, बल्कि किसी अंतर्निहित रोग (underlying condition) का लक्षण हो सकती है।
Polyphagia अक्सर डायबिटीज, हार्मोनल असंतुलन, मानसिक तनाव या कुछ दवाओं के कारण देखी जाती है।
पॉलीफेज़िया क्या होता है? (What is Polyphagia)
Polyphagia का अर्थ है:
- सामान्य से बहुत अधिक भूख लगना
- बार-बार खाने की इच्छा
- खाने के बाद भी संतुष्टि न होना
यह स्थिति शरीर के ग्लूकोज़ उपयोग, हार्मोन संतुलन और मस्तिष्क के भूख नियंत्रण केंद्र से जुड़ी होती है।
पॉलीफेज़िया के कारण (Causes of Polyphagia)
1. डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus)
- टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज
- शरीर ग्लूकोज़ का सही उपयोग नहीं कर पाता, जिससे भूख बढ़ती है
2. हाइपरथायरॉइडिज़्म (Hyperthyroidism)
- थायरॉइड हार्मोन बढ़ने से मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है
3. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
- लेप्टिन (Leptin) और घ्रेलिन (Ghrelin) हार्मोन की गड़बड़ी
4. मानसिक कारण (Psychological Causes)
- तनाव (Stress)
- चिंता (Anxiety)
- डिप्रेशन (Depression)
5. दवाओं के दुष्प्रभाव (Medication Side Effects)
- स्टेरॉयड (Steroids)
- एंटीडिप्रेसेंट दवाएँ
6. पोषण की कमी (Nutritional Deficiencies)
- प्रोटीन, फाइबर या माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी
पॉलीफेज़िया के लक्षण (Symptoms of Polyphagia)
- अत्यधिक भूख लगना
- बार-बार खाने की इच्छा
- वजन बढ़ना या घट जाना
- थकान और कमजोरी
- चिड़चिड़ापन
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- डायबिटीज में प्यास और बार-बार पेशाब
पॉलीफेज़िया कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Polyphagia)
1. मेडिकल हिस्ट्री (Medical History)
- खाने की आदतें
- वजन में बदलाव
- दवाओं का सेवन
2. रक्त जांच (Blood Tests)
- फास्टिंग ब्लड शुगर
- HbA1c
- थायरॉइड प्रोफाइल (TSH, T3, T4)
3. हार्मोनल और मानसिक मूल्यांकन (Hormonal & Psychological Evaluation)
- तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की जांच
पॉलीफेज़िया का इलाज (Treatment of Polyphagia)
इलाज का मुख्य उद्देश्य मूल कारण (underlying cause) को ठीक करना होता है।
1. डायबिटीज नियंत्रण (Diabetes Management)
- ब्लड शुगर नियंत्रण
- इंसुलिन या ओरल दवाएँ
2. थायरॉइड उपचार (Thyroid Treatment)
- एंटी-थायरॉइड दवाएँ
3. पोषण सुधार (Nutritional Management)
- उच्च प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार
- नियमित भोजन समय
4. मानसिक स्वास्थ्य उपचार (Mental Health Care)
- काउंसलिंग
- स्ट्रेस मैनेजमेंट
पॉलीफेज़िया कैसे रोके? (Prevention)
- संतुलित आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- तनाव कम करें
- समय पर स्वास्थ्य जांच
- अनियमित खाने की आदत से बचें
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- उच्च फाइबर भोजन (फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज)
- पर्याप्त पानी पीना
- प्रोटीन युक्त आहार
- भोजन के बीच अनावश्यक स्नैकिंग से बचें
- पर्याप्त नींद
नोट: यदि भूख अत्यधिक और लगातार बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह आवश्यक है।
सावधानियाँ (Precautions)
- स्वयं दवाएँ न लें
- अत्यधिक जंक फूड से बचें
- अचानक वजन परिवर्तन को नज़रअंदाज़ न करें
- डायबिटीज या थायरॉइड रोगियों को नियमित जांच करानी चाहिए
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. क्या Polyphagia कोई बीमारी है?
नहीं, यह आमतौर पर किसी बीमारी का लक्षण है।
2. क्या Polyphagia डायबिटीज का संकेत हो सकती है?
हाँ, यह डायबिटीज के प्रमुख लक्षणों में से एक है।
3. क्या Polyphagia से वजन बढ़ता है?
अधिकतर मामलों में हाँ, लेकिन कुछ स्थितियों में वजन घट भी सकता है।
4. क्या बच्चों में Polyphagia हो सकती है?
हाँ, हार्मोनल या पोषण संबंधी कारणों से बच्चों में भी हो सकती है।
5. कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
जब भूख लगातार बढ़ी रहे और वजन या स्वास्थ्य पर असर पड़े।
निष्कर्ष (Conclusion)
Polyphagia (पॉलीफेज़िया) एक महत्वपूर्ण चेतावनी संकेत हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
समय पर जांच, संतुलित आहार, जीवनशैली सुधार और मूल बीमारी का इलाज करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
यदि अत्यधिक भूख के साथ कमजोरी, वजन परिवर्तन या अन्य लक्षण हों, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।