Khushveer Choudhary

Polyradiculoneuropathy : कारण, लक्षण, पहचान और इलाज

Polyradiculoneuropathy (पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी) एक तंत्रिका तंत्र (Nervous System) से जुड़ी गंभीर स्थिति है, जिसमें एक साथ कई नर्व रूट्स (Nerve Roots / रैडिकुली) और पेरिफेरल नर्व्स (Peripheral Nerves) प्रभावित हो जाती हैं।

इस कारण मांसपेशियों की कमजोरी, झनझनाहट, सुन्नपन और कभी-कभी सांस लेने में भी समस्या हो सकती है।

यह स्थिति अक्सर Guillain-Barré Syndrome – GBS (गिलियन-बैरे सिंड्रोम) से संबंधित होती है, जो इसका सबसे सामान्य रूप है।

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी क्या होती है? (What is Polyradiculoneuropathy)

Polyradiculoneuropathy वह अवस्था है जिसमें:

  • कई नर्व रूट्स और नर्व्स में सूजन या क्षति होती है
  • नसों के माध्यम से संकेत (nerve signals) ठीक से नहीं पहुंचते
  • मांसपेशियों की शक्ति और संवेदनशीलता प्रभावित होती है

यह स्थिति acute (अचानक) या chronic (लंबे समय तक) हो सकती है।

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी के कारण (Causes of Polyradiculoneuropathy)

1. संक्रमण के बाद प्रतिक्रिया (Post-infectious immune reaction)

  • वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
  • सबसे आम कारण: Guillain-Barré Syndrome (GBS)

2. ऑटोइम्यून विकार (Autoimmune disorders)

  • शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली नसों पर हमला करने लगती है

3. डायबिटीज (Diabetes Mellitus)

  • लंबे समय से अनियंत्रित शुगर नसों को नुकसान पहुंचाती है

4. विषाक्त पदार्थ (Toxins)

  • भारी धातुएं, शराब (alcohol)

5. कैंसर या पैरानेओप्लास्टिक सिंड्रोम (Paraneoplastic syndromes)

  • कुछ कैंसर से जुड़ी प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाएँ

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी के लक्षण (Symptoms of Polyradiculoneuropathy)

  • पैरों से शुरू होकर ऊपर की ओर बढ़ने वाली कमजोरी (Ascending weakness)
  • हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
  • रिफ्लेक्स कम हो जाना या खत्म होना
  • चलने में कठिनाई
  • दर्द या जलन जैसा एहसास
  • चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी
  • गंभीर मामलों में सांस लेने में परेशानी

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Polyradiculoneuropathy)

1. न्यूरोलॉजिकल परीक्षण (Neurological Examination)

  • मांसपेशी शक्ति और रिफ्लेक्स की जांच

2. नर्व कंडक्शन स्टडी (Nerve Conduction Study – NCS)

  • नसों में संकेत की गति का आकलन

3. इलेक्ट्रोमायोग्राफी (Electromyography – EMG)

  • मांसपेशियों और नसों की गतिविधि जांच

4. CSF जांच (Lumbar Puncture)

  • Cerebrospinal fluid में प्रोटीन की वृद्धि

5. रक्त परीक्षण (Blood Tests)

  • संक्रमण, ऑटोइम्यून या मेटाबॉलिक कारणों की पहचान

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी का इलाज (Treatment of Polyradiculoneuropathy)

इलाज कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है।

1. इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)

  • IVIG (Intravenous Immunoglobulin)
  • Plasmapheresis (प्लाज्मा एक्सचेंज)

2. दवा उपचार (Medications)

  • दर्द निवारक
  • सूजन कम करने वाली दवाएँ

3. सपोर्टिव केयर (Supportive Care)

  • फिजियोथेरेपी
  • श्वसन सहायता (यदि जरूरत हो)

4. कारण का इलाज (Treating underlying cause)

  • डायबिटीज, संक्रमण या कैंसर का प्रबंधन

पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी कैसे रोके? (Prevention)

  • संक्रमण का समय पर इलाज
  • डायबिटीज को नियंत्रित रखें
  • विषाक्त पदार्थों से बचें
  • संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली
  • नियमित मेडिकल चेक-अप

घरेलू उपाय (Home Remedies)

घरेलू उपाय इलाज का विकल्प नहीं हैं, लेकिन रिकवरी में मदद कर सकते हैं।

  • फिजियोथेरेपी एक्सरसाइज
  • संतुलित और पौष्टिक आहार
  • पर्याप्त आराम
  • डॉक्टर द्वारा बताए गए व्यायाम

सावधानियाँ (Precautions)

  • कमजोरी बढ़ने पर तुरंत अस्पताल जाएँ
  • सांस लेने में परेशानी होने पर आपातकालीन सहायता लें
  • बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें
  • नियमित फॉलो-अप आवश्यक

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या Polyradiculoneuropathy ठीक हो सकती है?

हाँ, समय पर इलाज से अधिकांश मरीजों में अच्छी रिकवरी होती है।

2. क्या यह जानलेवा हो सकती है?

गंभीर मामलों में सांस की मांसपेशियाँ प्रभावित हों तो जोखिम बढ़ सकता है।

3. क्या यह स्थायी कमजोरी छोड़ सकती है?

कुछ मामलों में हाँ, लेकिन सही उपचार से जोखिम कम होता है।

4. क्या यह बच्चों में हो सकती है?

हाँ, विशेषकर Guillain-Barré Syndrome के रूप में।

5. रिकवरी में कितना समय लगता है?

यह व्यक्ति और कारण पर निर्भर करता है; कुछ हफ्तों से लेकर महीनों तक लग सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

Polyradiculoneuropathy (पॉलीरैडिकुलोन्यूरोपैथी) एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य तंत्रिका विकार है।
समय पर पहचान, सही इम्यूनोथेरेपी, फिजियोथेरेपी और सतत निगरानी से अधिकांश मरीज सामान्य जीवन की ओर लौट सकते हैं।

यदि अचानक कमजोरी, सुन्नपन या सांस लेने में परेशानी हो, तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना अत्यंत आवश्यक है।

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