Khushveer Choudhary

Pouchitis कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम की पूरी जानकारी

 Pouchitis (पाउचिटिस) एक प्रकार का आंत का संक्रमण या सूजन है जो इलेल पाउच (Ileal Pouch) में होती है।

इलेल पाउच आमतौर पर उन लोगों में बनाया जाता है जिनकी बड़ी आंत (colon) और मूत्राशय (rectum) को हटाया गया हो, जैसे Ulcerative Colitis (अल्सरेटिव कोलाइटिस) या Familial Adenomatous Polyposis (FAP) के इलाज के बाद।

Pouchitis पाउच की आंतरिक दीवार में सूजन और संक्रमण पैदा कर सकता है, जिससे पेट में दर्द, दस्त और अन्य लक्षण दिखाई देते हैं।

पाउचिटिस क्या है? (What is Pouchitis)

Pouchitis एक इलेल पाउच में सूजन (inflammation of ileal pouch) है।

  • यह आमतौर पर पाउच क्रिएशन सर्जरी के बाद विकसित होता है।
  • सूजन के कारण पाउच ठीक से काम नहीं करता और व्यक्ति को गैस, दस्त और दर्द जैसी समस्याएँ होती हैं।

पाउचिटिस के कारण (Causes of Pouchitis)

1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial infection)

  • पाउच में हानिकारक बैक्टीरिया का बढ़ना
  • सामान्य आंत में बैक्टीरिया असंतुलित होना

2. इम्यून प्रतिक्रिया (Immune response)

  • शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पाउच को सूजन के रूप में प्रतिक्रिया दे सकती है

3. आहार और जीवनशैली (Diet & Lifestyle)

  • अत्यधिक फाइबर या प्रोसेस्ड फूड
  • पानी की कमी

4. अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ (Other medical conditions)

  • इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD)
  • माइक्रोबियल असंतुलन

पाउचिटिस के लक्षण (Symptoms of Pouchitis)

  • बार-बार दस्त (Frequent diarrhea)
  • पेट में दर्द या ऐंठन (Abdominal pain / cramping)
  • दस्त में खून या म्यूकस (Blood or mucus in stool)
  • बुखार (Fever)
  • वजन घटना (Weight loss)
  • थकान (Fatigue)
  • Urgency – अचानक पेशाब या मलत्याग की तीव्र इच्छा

नोट: लक्षण हल्के या गंभीर दोनों हो सकते हैं।

पाउचिटिस कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Pouchitis)

1. मेडिकल हिस्ट्री (Medical history)

  • सर्जरी का इतिहास और पुराने अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण

2. स्टूल टेस्ट (Stool test)

  • बैक्टीरिया या संक्रमण की पुष्टि

3. एंडोस्कोपी (Endoscopy)

  • इलेल पाउच की अंदरूनी दीवार की जांच

4. बायोप्सी (Biopsy)

  • सूजन और संक्रमण की गंभीरता का पता

5. ब्लड टेस्ट (Blood Test)

  • संक्रमण और सूजन के संकेत (CRP, ESR)

पाउचिटिस का इलाज (Treatment of Pouchitis)

1. एंटीबायोटिक थेरेपी (Antibiotic therapy)

  • Ciprofloxacin या Metronidazole जैसी दवाएँ
  • संक्रमण कम करने और पाउच ठीक करने में मदद करती हैं

2. प्रोटॉन पंप इनहिबिटर और प्रोबायोटिक्स (PPIs & Probiotics)

  • आंत में बैक्टीरिया संतुलन बनाए रखने के लिए

3. इम्यूनोमॉड्यूलेटर्स (Immunomodulators)

  • गंभीर या बार-बार होने वाले मामलों में
  • Azathioprine या Biologics

4. जीवनशैली में सुधार (Lifestyle changes)

  • हाइड्रेशन बनाए रखना
  • फाइबर का संतुलित सेवन
  • तनाव कम करना

5. सर्जिकल विकल्प (Surgical options)

  • बहुत ही गंभीर या लगातार पुनरावृत्ति होने वाले मामलों में

पाउचिटिस कैसे रोके? (Prevention of Pouchitis)

  • संतुलित आहार लें और हाइड्रेटेड रहें
  • प्रोबायोटिक्स का सेवन
  • तनाव प्रबंधन
  • पाउच सर्जरी के बाद नियमित फॉलो-अप
  • संक्रमण या दस्त के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • पर्याप्त पानी पीना
  • हल्का और easily digestible भोजन
  • प्रोबायोटिक दही या सप्लीमेंट
  • अत्यधिक मसालेदार या तैलीय भोजन से बचें
  • आराम और नींद पर्याप्त लेना

ध्यान दें: घरेलू उपाय केवल लक्षण राहत के लिए हैं। बार-बार होने वाली pouchitis में डॉक्टर की दवा आवश्यक है।

सावधानियाँ (Precautions)

  • बार-बार दस्त या पेट दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
  • एंटीबायोटिक दवा खुद से न लें
  • पाउच सर्जरी के बाद follow-up नियमित रखें
  • Dehydration से बचें

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. पाउचिटिस कितनी आम है?

  • पाउच सर्जरी के 20–50% मरीजों में पाउचिटिस हो सकती है।

2. क्या यह गंभीर है?

  • हल्के मामले आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन बार-बार होने वाली pouchitis गंभीर हो सकती है।

3. क्या यह पूरी तरह ठीक हो सकती है?

  • हाँ, उचित एंटीबायोटिक उपचार और जीवनशैली सुधार से अधिकांश मामलों में ठीक हो सकती है।

4. क्या इसे रोका जा सकता है?

  • संतुलित आहार, प्रोबायोटिक्स और नियमित फॉलो-अप से जोखिम कम किया जा सकता है।

5. क्या pouchitis कैंसर का कारण बन सकती है?

  • सामान्यत: नहीं, लेकिन बार-बार होने वाली सूजन को नजरअंदाज करना जोखिम बढ़ा सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Pouchitis (पाउचिटिस) एक आम लेकिन नियंत्रित की जा सकने वाली समस्या है, खासकर उन लोगों में जिनकी आंत का पाउच बन चुका हो।

  • समय पर पहचान
  • एंटीबायोटिक उपचार
  • प्रोबायोटिक्स और जीवनशैली सुधार

इन उपायों से पाउचिटिस के लक्षण कम किए जा सकते हैं और पाउच की कार्यक्षमता बनाए रखी जा सकती है।

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