Prediabetes (प्रीडायबिटीज़) वह स्थिति है जिसमें रक्त में ग्लूकोज (शुगर) का स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन यह Type 2 Diabetes (टाइप 2 डायबिटीज़) के स्तर तक नहीं पहुँचता।
यह एक चेतावनी संकेत है कि अगर जीवनशैली और आहार में सुधार न किया जाए तो भविष्य में डायबिटीज़ विकसित हो सकती है।
प्रीडायबिटीज़ क्या है? (What is Prediabetes)
Prediabetes वह अवस्था है जिसमें:
- रक्त शर्करा का स्तर थोड़ा बढ़ा होता है
- इंसुलिन (Insulin) का प्रभाव कम होता है (Insulin Resistance)
- अभी डायबिटीज़ की सीमा तक नहीं पहुँची होती
यह अक्सर लक्षण रहित (asymptomatic) होती है, इसलिए नियमित जांच आवश्यक है।
प्रीडायबिटीज़ के कारण (Causes of Prediabetes)
1. इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance)
- शरीर की कोशिकाएँ इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं करतीं, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता है।
2. मोटापा और अधिक फैट (Obesity & Excess Fat)
- खासकर पेट की चर्बी (Visceral Fat)
3. अनियमित जीवनशैली (Sedentary Lifestyle)
- शारीरिक गतिविधि की कमी
4. अनुवांशिक कारण (Genetic Factors)
- परिवार में डायबिटीज़ का इतिहास
5. अन्य स्वास्थ्य स्थितियाँ (Other Health Conditions)
- उच्च BP, हाई कोलेस्ट्रॉल, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
प्रीडायबिटीज़ के लक्षण (Symptoms of Prediabetes)
Prediabetes अक्सर लक्षण रहित होती है, लेकिन कुछ संकेत मिल सकते हैं:
- बार-बार प्यास लगना (Excessive thirst)
- बार-बार पेशाब आना (Frequent urination)
- थकान और सुस्ती (Fatigue)
- आँखों में धुंधलापन (Blurred vision)
- घाव या कट जल्दी ठीक न होना (Slow healing cuts)
- त्वचा में डार्क पैच (Acanthosis Nigricans – गहरे धब्बे)
ध्यान दें: ये लक्षण Type 2 Diabetes के शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं।
प्रीडायबिटीज़ कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Prediabetes)
1. फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट (Fasting Blood Sugar Test)
- 100–125 mg/dL: Prediabetes की सीमा
2. ऑरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (Oral Glucose Tolerance Test – OGTT)
- 2 घंटे बाद: 140–199 mg/dL
3. HbA1c टेस्ट (Glycated Hemoglobin Test)
- 5.7% – 6.4%: Prediabetes
प्रीडायबिटीज़ का इलाज (Treatment of Prediabetes)
1. आहार में सुधार (Dietary Changes)
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोजन
- फाइबर युक्त भोजन: सब्जियाँ, दलहन, साबुत अनाज
- शक्कर और प्रोसेस्ड फूड कम करें
2. वजन नियंत्रण (Weight Management)
- 5–10% वजन कम करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है
3. नियमित व्यायाम (Regular Exercise)
- रोजाना कम से कम 30 मिनट की गतिविधि
- चलना, योग, साइकिलिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
4. दवा (Medication)
- गंभीर मामलों में डॉक्टर मेटफॉर्मिन (Metformin) लिख सकते हैं
प्रीडायबिटीज़ कैसे रोके? (Prevention of Prediabetes)
- स्वस्थ वजन बनाए रखें
- नियमित व्यायाम करें
- संतुलित आहार लें
- शराब और धूम्रपान से बचें
- ब्लड शुगर और BP नियमित जांच कराएँ
- तनाव प्रबंधन करें
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- नीम, करेला (Bitter gourd) और दालचीनी (Cinnamon) का सेवन मदद कर सकता है
- ग्रीन टी और हरी सब्जियाँ खाएँ
- पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ
- हल्का व्यायाम, योग और प्राणायाम करें
ध्यान दें: घरेलू उपाय केवल ब्लड शुगर नियंत्रण में सहायक हैं, डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
सावधानियाँ (Precautions)
- अचानक उच्च शुगर स्तर या लक्षणों को न नजरअंदाज करें
- नियमित जांच और डॉक्टर से फॉलो-अप
- बच्चों और गर्भवती महिलाओं में ब्लड शुगर मॉनिटर करें
- बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. प्रीडायबिटीज़ डायबिटीज़ में बदल सकती है?
हाँ, अगर जीवनशैली में सुधार न किया जाए तो Prediabetes लगभग 5–10 साल में Type 2 Diabetes में बदल सकती है।
2. क्या प्रीडायबिटीज़ ठीक हो सकती है?
हाँ, वजन कम, सही आहार और व्यायाम से Prediabetes पूरी तरह नियंत्रित या उलटी हो सकती है।
3. क्या यह सिर्फ मोटे लोगों में होती है?
नहीं, लेकिन मोटापा इसका मुख्य जोखिम कारक है।
4. HbA1c क्या है?
HbA1c पिछले 2–3 महीनों में औसत ब्लड शुगर का स्तर बताता है।
5. क्या दवाओं के बिना ब्लड शुगर नियंत्रित हो सकता है?
जी हाँ, सही जीवनशैली, आहार और व्यायाम से कई मामलों में दवाओं की जरूरत नहीं पड़ती।
निष्कर्ष (Conclusion)
Prediabetes (प्रीडायबिटीज़) एक चेतावनी संकेत है कि यदि समय रहते जीवनशैली में सुधार किया जाए तो Type 2 Diabetes को रोका जा सकता है।
- संतुलित आहार
- नियमित व्यायाम
- वजन नियंत्रण
- डॉक्टर की नियमित जांच
इन सभी उपायों से Prediabetes को नियंत्रित करके स्वस्थ जीवन बनाए रखा जा सकता है।