Khushveer Choudhary

Prolactinoma कारण, लक्षण, निदान और इलाज

Prolactinoma (प्रोलैक्टिनोमा) एक benign (सौम्य) pituitary gland tumor है, जो प्रोलैक्टिन (Prolactin) हार्मोन का अत्यधिक उत्पादन करता है।

यह सबसे आम प्रकार का pituitary adenoma (पिट्यूटरी ग्रंथि ट्यूमर) है।
Prolactin हार्मोन मुख्य रूप से महिलाओं में दूध उत्पादन (lactation) को नियंत्रित करता है, लेकिन पुरुषों में भी यह हार्मोन अन्य शारीरिक कार्यों में योगदान देता है।

अधिक प्रोलैक्टिन होने से मासिक चक्र (menstrual cycle), प्रजनन क्षमता और हार्मोन संतुलन प्रभावित हो सकते हैं।

प्रोलैक्टिनोमा क्या है? (What is Prolactinoma)

Prolactinoma एक pituitary gland का benign ट्यूमर है जो:

  • प्रोलैक्टिन हार्मोन का अत्यधिक उत्पादन करता है
  • महिलाओं और पुरुषों दोनों को प्रभावित कर सकता है
  • छोटे ट्यूमर (microprolactinoma, <10mm) और बड़े ट्यूमर (macroprolactinoma, >10mm) में वर्गीकृत होता है
  • महिलाओं में मासिक चक्र, स्तनपान और प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डालता है
  • पुरुषों में सेक्सुअल हेल्थ और हॉर्मोन असंतुलन में बदलाव कर सकता है

प्रोलैक्टिनोमा के कारण (Causes of Prolactinoma)

  • Pituitary cell mutation (पिट्यूटरी सेल म्यूटेशन): सेल असामान्य रूप से बढ़ते हैं
  • Hormonal imbalance (हार्मोनल असंतुलन): प्रोलैक्टिन नियंत्रण में गड़बड़ी
  • कुछ rare genetic syndromes (जैसे MEN1 – Multiple Endocrine Neoplasia type 1)

सामान्यतः यह ट्यूमर बिन किसी बाहरी कारण के विकसित होता है।

प्रोलैक्टिनोमा के लक्षण (Symptoms of Prolactinoma)

महिलाओं में (In Women)

  • अनियमित मासिक चक्र (Irregular periods / Amenorrhea)
  • अनचाहा दूध का स्राव (Galactorrhea)
  • प्रजनन क्षमता में कमी (Infertility)
  • कम सेक्स ड्राइव (Decreased libido)

पुरुषों में (In Men)

  • सेक्स ड्राइव कम होना (Low libido)
  • इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction)
  • वीर्य की मात्रा में कमी (Low semen volume)
  • कभी-कभी स्तनों का सूजन या संवेदनशीलता (Gynecomastia)

सामान्य लक्षण (Both Genders)

  • सिरदर्द (Headache)
  • दृष्टि में समस्या (Visual disturbances)
  • ट्यूमर बढ़ने पर आंखों के पास दबाव (Pressure on optic nerve)

प्रोलैक्टिनोमा कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Prolactinoma)

1. रक्त परीक्षण (Blood tests)

  • Serum prolactin level मापना
  • अन्य pituitary hormones की जांच

2. MRI या CT Scan (Imaging tests)

  • Pituitary gland और ट्यूमर की पुष्टि

3. दृष्टि परीक्षण (Visual field test)

  • Optic nerve पर दबाव की जांच

4. मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक परीक्षा (Medical history & Physical exam)

प्रोलैक्टिनोमा का इलाज (Treatment of Prolactinoma)

1. दवा उपचार (Medical Treatment)

  • Dopamine agonists (डोपामाइन एगोनिस्ट) जैसे:
    1. Cabergoline (केबेरगोलिन)
    2. Bromocriptine (ब्रोमोक्रिप्टिन)
  • ये दवाएँ प्रोलैक्टिन का स्तर कम करती हैं और ट्यूमर का आकार घटाती हैं

2. सर्जरी (Surgical Treatment)

  • Transsphenoidal surgery (सर्जरी): अगर दवा प्रभावी न हो
  • ट्यूमर हटाने के लिए pituitary gland तक पहुंच

3. रेडियोथेरेपी (Radiotherapy)

  • बड़े या दवा और सर्जरी असफल ट्यूमर में उपयोग

प्रोलैक्टिनोमा कैसे रोके? (Prevention)

  • वर्तमान में प्रोलैक्टिनोमा को पूरी तरह रोकने का कोई तरीका नहीं है
  • लेकिन समय पर पहचान और नियमित चेकअप से जटिलताओं को रोका जा सकता है
  • महिलाओं में मासिक चक्र और स्तन संबंधी बदलावों पर ध्यान दें
  • पुरुषों में सेक्सुअल हेल्थ और हॉर्मोन असंतुलन की जांच कराएँ

सावधानियाँ (Precautions)

  • नियमित हार्मोन टेस्ट कराएँ
  • सिरदर्द और दृष्टि में बदलाव को अनदेखा न करें
  • दवा का prescribed dose ही लें
  • गर्भावस्था की योजना से पहले डॉक्टर से सलाह लें

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या Prolactinoma कैंसर है?

  • नहीं, यह एक benign (सौम्य) ट्यूमर है।

2. क्या यह महिलाओं में ही होता है?

  • नहीं, पुरुष भी प्रभावित हो सकते हैं।

3. क्या दवा से पूरी तरह ठीक हो सकता है?

  • हाँ, अधिकांश cases में dopamine agonists से ट्यूमर का आकार और प्रोलैक्टिन स्तर नियंत्रित हो जाता है।

4. क्या गर्भावस्था में दवा सुरक्षित है?

  • गर्भावस्था में डॉक्टर सलाह के अनुसार दवा निर्धारित की जाती है।

5. क्या सर्जरी हमेशा जरूरी है?

  • नहीं, केवल दवा असफल या बड़ा ट्यूमर होने पर सर्जरी की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Prolactinoma (प्रोलैक्टिनोमा) एक सामान्य लेकिन प्रभावशाली pituitary ट्यूमर है।

  • समय पर पहचान
  • नियमित हार्मोन जांच
  • दवा और जरूरत पड़ने पर सर्जरी

इन उपायों से ट्यूमर को नियंत्रित किया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता बनाए रखी जा सकती है।

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post