Khushveer Choudhary

Prolapsed Uterus कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम

Prolapsed Uterus (गर्भाशय पलटाव / Uterine Prolapse) महिलाओं में होने वाली एक स्थिति है जिसमें गर्भाशय (Uterus) अपनी सामान्य स्थिति से नीचे की ओर खिसक जाता है

यह स्थिति प्रायः प्रजनन उम्र के बाद या बच्चों के जन्म देने के बाद होती है, लेकिन किसी भी उम्र में महिलाओं में हो सकती है।

गर्भाशय पलटाव अक्सर महिलाओं के पेल्विक फ्लोर (Pelvic floor muscles) की कमजोरी या चोट के कारण होता है।

गर्भाशय पलटाव क्या है? (What is Prolapsed Uterus)

Prolapsed Uterus में गर्भाशय वजाइना (Vagina) की ओर झुक जाता है, जिससे पेल्विक अंगों का सही आकार और कार्य प्रभावित होता है।
मुख्य प्रकार:

  1. Mild prolapse (हल्का पलटाव): गर्भाशय थोड़ा नीचे आता है, लक्षण हल्के होते हैं।
  2. Moderate prolapse (मध्यम पलटाव): गर्भाशय आधा बाहर निकलता है।
  3. Severe prolapse (गंभीर पलटाव): गर्भाशय पूरी तरह वजाइना के बाहर दिखाई दे सकता है।

गर्भाशय पलटाव के कारण (Causes of Prolapsed Uterus)

1. पेल्विक फ्लोर की कमजोरी (Weak pelvic floor muscles)

  • उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं
  • जन्म के बाद मांसपेशियाँ ढीली हो जाती हैं

2. बच्चों का जन्म (Childbirth)

  • बड़े बच्चे का जन्म
  • कठिन प्रसव या वैक्यूम / फोर्सप इस्तेमाल

3. उच्च वजन या मोटापा (Obesity / High weight)

  • पेल्विक अंगों पर अतिरिक्त दबाव

4. बार-बार प्रेग्नेंसी (Multiple pregnancies)

  • बार-बार गर्भाशय और पेल्विक फ्लोर पर दबाव

5. खांसी या कब्ज (Chronic cough / Constipation)

  • लंबे समय तक दबाव बनने से पेल्विक अंग नीचे खिसक सकते हैं

6. हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes)

  • मेनोपॉज़ में एस्ट्रोजन की कमी

गर्भाशय पलटाव के लक्षण (Symptoms of Prolapsed Uterus)

  • वजाइना में भारीपन या खिंचाव का अनुभव
  • मूत्राशय और मलाशय की समस्याएँ (Urinary / Bowel problems)
  • यौन संबंध के दौरान असुविधा (Discomfort during intercourse)
  • पीठ या निचले पेट में दर्द
  • वजाइना से गर्भाशय का बाहर निकलना (Severe cases)
  • बार-बार यूरिन का निकलना या रुक-रुक कर निकलना

गर्भाशय पलटाव कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Prolapsed Uterus)

1. शारीरिक जांच (Physical Examination)

  • डॉक्टर द्वारा पेल्विक एग्ज़ामिनेशन
  • गर्भाशय की स्थिति और डिग्री का आकलन

2. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)

  • गर्भाशय और आसपास के अंगों की स्थिति देखना

3. MRI / Pelvic Scan

  • गंभीर या जटिल मामलों में

गर्भाशय पलटाव का इलाज (Treatment of Prolapsed Uterus)

1. लाइफस्टाइल और व्यायाम (Lifestyle & Exercises)

  • Kegel Exercises: पेल्विक फ्लोर मजबूत करने के लिए
  • वजन नियंत्रित रखें
  • कब्ज और खांसी का इलाज

2. पेसरी (Pessary)

  • एक छोटा डिवाइस जो गर्भाशय को जगह पर रखता है
  • अस्थायी या लंबे समय तक उपयोग

3. दवा उपचार (Medications)

  • हल्के मामलों में एस्ट्रोजन क्रीम
  • मूत्र और पेल्विक समस्याओं का इलाज

4. सर्जरी (Surgery)

  • गंभीर या बार-बार होने वाले मामलों में
  • हिस्तेरेक्टॉमी (Hysterectomy) या अन्य रीपेरिंग सर्जरी

गर्भाशय पलटाव कैसे रोके? (Prevention)

  • बच्चे जन्म देने के बाद पेल्विक व्यायाम करें
  • वजन नियंत्रित रखें
  • कब्ज और बार-बार खांसी से बचें
  • भारी वस्तु उठाने से बचें
  • सही पोस्चर और एक्सरसाइज अपनाएँ

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • Kegel exercises रोजाना करें
  • हल्का व्यायाम और वॉक
  • उच्च फाइबर युक्त आहार लें
  • पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं
  • भारी वजन उठाने से बचें

ध्यान दें: घरेलू उपाय केवल हल्के मामलों में मदद कर सकते हैं।

सावधानियाँ (Precautions)

  • बार-बार यूरिन या मूत्र में जलन नज़र आए तो डॉक्टर से मिलें
  • वजाइना में भारीपन महसूस होने पर विशेषज्ञ की जांच
  • लंबे समय तक पेसरी या दवा का खुद से उपयोग न करें
  • गंभीर मामलों में सर्जिकल विकल्प पर विचार करें

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या Prolapsed Uterus हमेशा सर्जरी की जरूरत होती है?

  • नहीं, हल्के और मध्यम मामलों में पेल्विक व्यायाम और पेसरी से इलाज संभव है।

2. क्या गर्भाशय पलटाव के बाद बच्चा हो सकता है?

  • गंभीर मामलों में मुश्किल हो सकता है, हल्के मामलों में संभव है।

3. क्या यह केवल बुजुर्ग महिलाओं में होता है?

  • अधिकतर उम्रदराज महिलाओं में, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकता है।

4. क्या एक्सरसाइज से पूरी तरह ठीक हो सकता है?

  • हल्के मामलों में हाँ, गंभीर मामलों में सर्जरी आवश्यक होती है।

5. क्या बार-बार होने से हॉर्मोनल इलाज मदद करता है?

  • एस्ट्रोजन क्रीम कुछ मामलों में मदद कर सकती है, लेकिन मुख्य उपाय व्यायाम और सर्जरी हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

Prolapsed Uterus (गर्भाशय पलटाव / Uterine Prolapse) महिलाओं में पेल्विक फ्लोर कमजोरी के कारण होने वाली गंभीर लेकिन इलाज योग्य स्थिति है।

  • समय पर पहचान
  • Kegel exercises और व्यायाम
  • वजन नियंत्रण
  • पेसरी या सर्जरी

इन उपायों से गर्भाशय की स्थिति सुधारी जा सकती है और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाई जा सकती है।

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post