Khushveer Choudhary

Prolonged Grief Disorder कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम

Prolonged Grief Disorder (PGD) या दीर्घ शोक विकार एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जिसमें व्यक्ति किसी प्रियजन की मृत्यु या गहरी हानि के बाद अत्यधिक समय तक गहरे शोक और दुःख में रहता है।

यह सामान्य शोक प्रक्रिया से अलग है क्योंकि इसमें व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में सामान्य रूप से लौटने में असमर्थ रहता है और मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और DSM-5-TR ने इसे एक अलग मानसिक स्वास्थ्य स्थिति के रूप में मान्यता दी है।

दीर्घ शोक विकार क्या है? (What is Prolonged Grief Disorder)

Prolonged Grief Disorder वह स्थिति है जिसमें:

  • व्यक्ति वर्षों तक शोक में डूबा रहता है
  • जीवन में सामान्य कार्य और आनंद लेना कठिन हो जाता है
  • स्मृति और भावनाओं से संबंधित लक्षण लगातार बने रहते हैं
  • कभी-कभी यह अवसाद (Depression) या चिंता (Anxiety) से जुड़ा होता है

सामान्य शोक: 6 महीने से 1 साल के भीतर धीरे-धीरे हल्का होता है।
PGD: 12 महीने से अधिक समय तक गहरा और लगातार शोक बना रहता है।

दीर्घ शोक विकार के कारण (Causes of Prolonged Grief Disorder)

1. प्रियजन की अचानक या हिंसात्मक मृत्यु (Sudden or violent loss)

  • दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या के कारण मृत्यु

2. मानसिक स्वास्थ्य की पूर्व स्थिति (Pre-existing mental health conditions)

  • अवसाद (Depression), PTSD, Anxiety Disorders

3. सामाजिक समर्थन की कमी (Lack of social support)

  • परिवार और मित्रों से समर्थन न मिलना

4. व्यक्ति की व्यक्तिगत प्रवृत्तियाँ (Personal vulnerabilities)

  • अत्यधिक संवेदनशील या perfectionist व्यक्तित्व

5. जीवन की अन्य तनावपूर्ण घटनाएँ (Other life stressors)

  • वित्तीय कठिनाई, नौकरी की समस्या, गंभीर बीमारी

दीर्घ शोक विकार के लक्षण (Symptoms of Prolonged Grief Disorder)

  • प्रियजन की याद में लगातार खोया रहना (Persistent longing or yearning)
  • जीवन में आनंद या रुचि का कम होना (Reduced ability to enjoy life)
  • रोज़मर्रा के कार्यों में असमर्थता (Difficulty functioning in daily life)
  • भावनात्मक numbness या गहरी उदासी (Emotional numbness / Deep sadness)
  • अवसाद या चिंता (Depression / Anxiety)
  • नींद और भूख में बदलाव (Sleep & appetite disturbances)
  • दोष महसूस करना या खुद को कोसना (Self-blame or guilt)
  • मृत्यु या हानि की घटना की बार-बार याद (Preoccupation with the deceased or circumstances of death)

दीर्घ शोक विकार कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Prolonged Grief Disorder)

1. मानसिक स्वास्थ्य मूल्यांकन (Mental Health Assessment)

  • मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक द्वारा structured interview

2. DSM-5-TR या ICD-11 मापदंड (Diagnostic Criteria)

  • शोक कम से कम 12 महीने (Adults) या 6 महीने (Children) तक लगातार बना रहे
  • जीवन में महत्वपूर्ण कार्यों में असमर्थता

3. अन्य मानसिक रोगों से अलग करना (Differential Diagnosis)

  • अवसाद (Major depressive disorder)
  • PTSD
  • Anxiety disorders

दीर्घ शोक विकार का इलाज (Treatment of Prolonged Grief Disorder)

1. मानसिक चिकित्सा (Psychotherapy)

  • Complicated Grief Therapy (CGT): विशेष रूप से PGD के लिए
  • Cognitive Behavioral Therapy (CBT): नकारात्मक सोच बदलने के लिए
  • Interpersonal Therapy (IPT): सामाजिक और भावनात्मक समर्थन बढ़ाने के लिए

2. दवा उपचार (Medication)

  • गंभीर अवसाद या चिंता के मामलों में SSRIs (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors)
  • डॉक्टर की सलाह के अनुसार अन्य सहायक दवाएँ

3. सपोर्ट ग्रुप्स (Support Groups)

  • समान अनुभव वाले लोगों के साथ साझा करना
  • सामाजिक समर्थन और coping skills विकसित करना

दीर्घ शोक विकार कैसे रोके? (Prevention of Prolonged Grief Disorder)

  • हानि के तुरंत बाद मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना
  • सामाजिक समर्थन बनाए रखना
  • मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से समय पर परामर्श
  • Coping strategies विकसित करना, जैसे journaling और relaxation techniques
  • नियमित जीवन शैली और self-care

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • नियमित व्यायाम और योग
  • ध्यान (Meditation) और गहरी सांस लेना (Deep breathing)
  • प्रियजन की यादों को साझा करना और यादों का healthy expression
  • पर्याप्त नींद और संतुलित आहार
  • मित्रों और परिवार के साथ समय बिताना

ध्यान दें: घरेलू उपाय केवल सहायक हैं। PGD का इलाज पेशेवर मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के बिना संभव नहीं है।

सावधानियाँ (Precautions)

  • शोक में अत्यधिक समय तक उलझे रहना न करें
  • आत्मघाती विचार या व्यवहार होने पर तुरंत हेल्पलाइन या डॉक्टर से संपर्क करें
  • खुद से दवा न लें
  • गंभीर अवसाद या चिंता के लक्षण नजरअंदाज न करें

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या PGD सामान्य शोक से अलग है?

हाँ, PGD में शोक लंबे समय तक बना रहता है और व्यक्ति जीवन में सामान्य रूप से लौट नहीं पाता।

2. कितने समय के बाद इसे PGD माना जाता है?

  • वयस्कों में 12 महीने से अधिक
  • बच्चों में 6 महीने से अधिक

3. क्या यह केवल किसी की मृत्यु के बाद होता है?

मुख्य रूप से हानि के बाद होता है, जैसे मृत्यु, तलाक या गंभीर संबंध टूटना।

4. क्या यह ठीक हो सकता है?

हाँ, समय पर मानसिक चिकित्सा और समर्थन से PGD का प्रभावी इलाज संभव है।

5. क्या दवा से PGD ठीक हो सकता है?

दवा अकेले पर्याप्त नहीं होती; यह psychotherapy के साथ दी जाती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Prolonged Grief Disorder (दीर्घ शोक विकार) एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो हानि के बाद लंबे समय तक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकती है।
समय पर पहचान, पेशेवर चिकित्सा, सामाजिक समर्थन और जीवनशैली सुधार से PGD को नियंत्रित और प्रबंधित किया जा सकता है।

याद रखें, शोक की प्रक्रिया प्राकृतिक है, लेकिन जब यह लंबे समय तक जीवन को प्रभावित करने लगे, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लेना आवश्यक है।

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