Pyelitis Cystica (पायलाइटिस सिस्टिका) गुर्दे (Kidney) की एक दुर्लभ लेकिन सौम्य (benign) स्थिति है, जिसमें Renal Pelvis (रीनल पेल्विस) की भीतरी परत में छोटे-छोटे सिस्ट (cysts) बन जाते हैं।
यह आमतौर पर पुराने संक्रमण (chronic infection) या लंबे समय तक चलने वाली जलन (chronic irritation) के कारण होती है।
अक्सर यह स्थिति संयोग से (incidentally) जांच के दौरान पता चलती है और अपने-आप में कैंसर नहीं होती।
पायलाइटिस सिस्टिका क्या होता है? (What is Pyelitis Cystica)
Pyelitis Cystica वह अवस्था है जिसमें:
- किडनी के रीनल पेल्विस की lining में
- कई छोटे fluid-filled cysts बन जाते हैं
- ये cysts आमतौर पर benign होते हैं
- मूत्र प्रणाली (urinary tract) में लंबे समय की सूजन से जुड़े होते हैं
यह स्थिति अक्सर Cystitis Cystica (सिस्टाइटिस सिस्टिका) से संबंधित मानी जाती है।
पायलाइटिस सिस्टिका के कारण (Causes of Pyelitis Cystica)
1. पुराना मूत्र संक्रमण (Chronic Urinary Tract Infection – UTI)
- बार-बार होने वाला UTI
- लंबे समय तक बैक्टीरियल संक्रमण
2. मूत्र का रुकना (Urinary Stasis)
- पेशाब का ठीक से बाहर न निकलना
- किडनी स्टोन (Kidney stones)
3. लंबे समय की जलन (Chronic Irritation)
- कैथेटर का लंबे समय तक उपयोग
- मूत्र मार्ग में रुकावट
4. सूजन संबंधी प्रतिक्रिया (Inflammatory response)
- Renal pelvis की lining का reactive change
पायलाइटिस सिस्टिका के लक्षण (Symptoms of Pyelitis Cystica)
अधिकांश मामलों में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ मरीजों में:
- बार-बार पेशाब में जलन
- कमर या पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- पेशाब में खून (Hematuria)
- बार-बार UTI
- बुखार (यदि संक्रमण सक्रिय हो)
पायलाइटिस सिस्टिका कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Pyelitis Cystica)
1. इमेजिंग जांच (Imaging Studies)
- CT Scan (Contrast CT KUB)
- IVP – Intravenous Pyelogram
इनमें renal pelvis में multiple small cystic lesions दिखते हैं।
2. यूरिन टेस्ट (Urine Examination)
- संक्रमण या खून की जांच
3. एंडोस्कोपिक जांच (Ureteroscopy)
- सीधे renal pelvis की visualization
4. बायोप्सी (Biopsy)
- यदि कैंसर का संदेह हो (rare cases)
पायलाइटिस सिस्टिका का इलाज (Treatment of Pyelitis Cystica)
Pyelitis Cystica का कोई specific इलाज नहीं होता क्योंकि यह एक benign स्थिति है।
1. संक्रमण का इलाज (Treatment of Infection)
- Antibiotics (culture sensitivity के अनुसार)
2. कारण का उपचार (Treat underlying cause)
- Kidney stones निकालना
- Urinary obstruction दूर करना
3. निगरानी (Observation & Follow-up)
- Regular imaging और urine tests
4. सर्जरी (Rare cases)
- केवल तभी जब obstruction या severe symptoms हों
पायलाइटिस सिस्टिका कैसे रोके? (Prevention)
- बार-बार होने वाले UTI का समय पर इलाज
- पर्याप्त पानी पीना
- पेशाब को लंबे समय तक न रोकना
- Kidney stones का early treatment
- नियमित medical follow-up
घरेलू उपाय (Home Remedies)
घरेलू उपाय बीमारी को ठीक नहीं करते, लेकिन संक्रमण की संभावना कम कर सकते हैं।
- अधिक पानी पीना
- स्वच्छता बनाए रखना
- नमक और अत्यधिक processed food से बचना
- पेशाब की आदतों में सुधार
सावधानियाँ (Precautions)
- बार-बार UTI को नजरअंदाज न करें
- पेशाब में खून दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- बिना सलाह के antibiotics न लें
- Regular kidney check-up कराएँ
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. क्या Pyelitis Cystica कैंसर है?
नहीं, यह एक benign (गैर-कैंसरयुक्त) स्थिति है।
2. क्या यह जानलेवा है?
नहीं, लेकिन untreated infection से जटिलताएँ हो सकती हैं।
3. क्या सर्जरी जरूरी होती है?
अधिकांश मामलों में नहीं, केवल complication होने पर।
4. क्या यह दोनों किडनी में हो सकती है?
हाँ, लेकिन अधिकतर एक तरफ ही पाई जाती है।
5. क्या यह दोबारा हो सकती है?
हाँ, यदि underlying कारण जैसे UTI या stone बार-बार हो।
निष्कर्ष (Conclusion)
Pyelitis Cystica (पायलाइटिस सिस्टिका) किडनी की एक दुर्लभ लेकिन सामान्यतः harmless स्थिति है, जो लंबे समय तक चलने वाले संक्रमण या जलन के कारण होती है।
- समय पर पहचान
- संक्रमण का सही इलाज
- नियमित निगरानी
इन उपायों से मरीज सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकता है।