Drug Allergy क्या होता है, परिचय, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय, सावधानियाँ

ड्रग एलर्जी (Drug Allergy) एक प्रकार की एलर्जिक प्रतिक्रिया है जो तब होती है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) किसी दवा को हानिकारक मानकर उस पर प्रतिक्रिया करती है। यह एलर्जी किसी भी प्रकार की दवा से हो सकती है – जैसे ऐंटीबायोटिक्स (Antibiotics), दर्द निवारक (Painkillers), या कोई अन्य औषधि। कुछ मामलों में यह प्रतिक्रिया हल्की होती है, जबकि कुछ में यह जानलेवा (Anaphylaxis) भी हो सकती है।

ड्रग एलर्जी क्या होती है? (What is Drug Allergy?)

जब कोई व्यक्ति किसी दवा को लेने के बाद एलर्जिक प्रतिक्रिया जैसे रैश, सूजन, सांस लेने में तकलीफ, या अन्य लक्षण महसूस करता है, तो उसे ड्रग एलर्जी कहा जाता है। यह एक इम्यून-सिस्टम की प्रतिक्रिया है जो शरीर में हिस्टामिन (Histamine) और अन्य केमिकल्स छोड़ती है।

ड्रग एलर्जी के कारण (Causes of Drug Allergy):

ड्रग एलर्जी का मुख्य कारण है इम्यून सिस्टम द्वारा दवा को एक 'विदेशी तत्व' समझना और उसके विरुद्ध एंटीबॉडी बनाना। जब व्यक्ति दोबारा उस दवा को लेता है, तो शरीर एलर्जिक प्रतिक्रिया देता है।

अक्सर जिन दवाओं से एलर्जी होती है, उनमें शामिल हैं:

  1. पेनिसिलिन और अन्य एंटीबायोटिक्स (Penicillin and antibiotics)
  2. सल्फा ड्रग्स (Sulfa drugs)
  3. एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAIDs) जैसे आईबुप्रोफेन (Ibuprofen), डाइक्लोफेनेक (Diclofenac)
  4. कीमोथेरेपी की दवाएं (Chemotherapy drugs)
  5. एंटीसीज़र दवाएं (Anti-seizure medications)
  6. टीके और इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स (Vaccines and Immunotherapy drugs)

ड्रग एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Drug Allergy):

हल्के लक्षण (Mild Symptoms):

  • त्वचा पर रैश या चकत्ते (Skin rash or hives)
  • खुजली (Itching)
  • होठों, चेहरे या आंखों में सूजन (Swelling of lips, face, or eyes)
  • बुखार (Fever)
  • थकान या चक्कर आना (Fatigue or dizziness)

गंभीर लक्षण (Severe Symptoms – Anaphylaxis):

  • सांस लेने में कठिनाई (Difficulty in breathing)
  • गले में कसाव या सूजन (Tightness or swelling in throat)
  • दिल की धड़कन तेज़ होना (Rapid heartbeat)
  • बेहोशी या ब्लैकआउट (Unconsciousness)
  • त्वचा नीली पड़ना (Bluish skin color)
  • तेज़ ब्लड प्रेशर गिरना (Sudden drop in blood pressure)

ड्रग एलर्जी का इलाज (Treatment of Drug Allergy):

  1. दवा बंद करना (Stop the medication):
    एलर्जी की पुष्टि होते ही संबंधित दवा तुरंत बंद कर दी जाती है।

  2. एंटीहिस्टामिन (Antihistamines):
    हल्के रैश या खुजली के लिए उपयोगी होती हैं।

  3. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids):
    सूजन या गंभीर लक्षणों को कम करने में सहायक।

  4. एपिनेफ्रिन इंजेक्शन (Epinephrine):
    यदि एनाफिलैक्सिस हो, तो इमरजेंसी में एपिनेफ्रिन देना आवश्यक होता है।

  5. डेसेंसिटाइज़ेशन (Desensitization):
    कुछ मामलों में रोगी को छोटे-छोटे डोज़ में दवा देकर शरीर को धीरे-धीरे अनुकूल बनाने की प्रक्रिया अपनाई जाती है।

ड्रग एलर्जी से कैसे बचें (Prevention of Drug Allergy):

  • पूर्व में एलर्जी हुई दवा की पूरी जानकारी रखें और डॉक्टर को बताएं।
  • सभी मेडिकल रिकॉर्ड्स में एलर्जी का उल्लेख करें।
  • डॉक्टर या फार्मासिस्ट को हर नई दवा से पहले एलर्जी के बारे में जानकारी दें।
  • यदि एलर्जी गंभीर है, तो मेडिकल अलर्ट ब्रैसलेट पहनें।
  • खुद से कभी दवा न लें।

ड्रग एलर्जी के घरेलू उपाय (Home Remedies for Drug Allergy):

ध्यान दें: ये उपाय केवल हल्के लक्षणों के लिए उपयुक्त हैं, गंभीर मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

  1. एलोवेरा जेल (Aloe vera gel):
    त्वचा पर रैश या जलन के लिए राहतदायक होता है।

  2. ठंडा पानी या आइस पैक (Cold compress):
    सूजन या खुजली में राहत मिलती है।

  3. हल्दी का लेप (Turmeric paste):
    एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा पर उपयोगी हो सकते हैं।

  4. बेकिंग सोडा स्नान (Baking soda bath):
    खुजली कम करने के लिए।

सावधानियाँ (Precautions in Drug Allergy):

  • पुरानी एलर्जी का पूरा रिकॉर्ड रखें।
  • डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं ही लें।
  • OTC दवाओं (Over-the-counter drugs) से बचें।
  • एलर्जी के लक्षण दिखते ही तुरंत दवा बंद करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
  • बच्चों या बुजुर्गों में विशेष ध्यान दें, क्योंकि उनमें रिएक्शन तेजी से फैल सकता है।

ड्रग एलर्जी की पहचान कैसे करें? (Diagnosis – How to Identify Drug Allergy):

  1. क्लिनिकल हिस्ट्री (Clinical History):
    डॉक्टर मरीज के लक्षण और ली गई दवाओं की जानकारी से जांच शुरू करते हैं।

  2. स्किन टेस्ट (Skin Test):
    विशेषकर पेनिसिलिन एलर्जी के लिए उपयोगी होता है।

  3. ब्लड टेस्ट (Blood Test – IgE Antibodies):
    शरीर में एलर्जी से संबंधित एंटीबॉडी की उपस्थिति की जांच।

  4. ओरल चैलेंज टेस्ट (Oral Drug Challenge):
    अस्पताल में डॉक्टर की निगरानी में दवा देकर प्रतिक्रिया देखी जाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

प्र.1: क्या ड्रग एलर्जी हर बार दवा लेने पर होती है?
उत्तर: नहीं, कई बार पहली खुराक पर कुछ नहीं होता लेकिन दोबारा लेने पर एलर्जी हो सकती है।

प्र.2: क्या पेनिसिलिन एलर्जी हमेशा रहती है?
उत्तर: कुछ मामलों में समय के साथ कम हो सकती है, लेकिन दोबारा परीक्षण कराना जरूरी है।

प्र.3: क्या कोई सुरक्षित विकल्प होता है?
उत्तर: हां, डॉक्टर विकल्प दवा सुझा सकते हैं जो एलर्जी न करे।

प्र.4: क्या एक दवा की एलर्जी से दूसरी से भी एलर्जी हो सकती है?
उत्तर: हां, कभी-कभी क्रॉस-रिएक्शन हो सकता है, विशेषकर एक ही वर्ग की दवाओं में।

निष्कर्ष (Conclusion):

ड्रग एलर्जी (Drug Allergy) एक गंभीर और संभावित रूप से खतरनाक स्थिति हो सकती है। इसकी पहचान जल्दी और सही इलाज आवश्यक होता है। अगर किसी दवा से पहले एलर्जी हो चुकी है, तो डॉक्टर को बताना न भूलें। समय पर सावधानी और जानकारी ही इससे बचाव का सबसे अच्छा उपाय है।


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने