Premenstrual Syndrome कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपाय

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual Syndrome) महिलाओं में मासिक धर्म (Periods) शुरू होने से कुछ दिन पहले होने वाली शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक लक्षणों की एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है। यह सामान्यतः मासिक धर्म से 5-10 दिन पहले शुरू होता है और पीरियड्स शुरू होते ही लक्षण कम होने लगते हैं। PMS हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है और कुछ महिलाओं के लिए यह रोज़मर्रा की गतिविधियों को भी प्रभावित कर सकता है।

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम क्या होता है  (What is Premenstrual Syndrome)

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम एक हार्मोनल परिवर्तन से संबंधित स्थिति है जिसमें महिलाओं को मासिक धर्म से पहले थकान, मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, स्तनों में दर्द जैसे कई लक्षणों का अनुभव होता है। यह शरीर में एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण होता है।

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के कारण (Causes of Premenstrual Syndrome)

  • हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal changes) – एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर मासिक धर्म चक्र के दौरान बदलता है, जिससे मस्तिष्क में रसायन (जैसे सेरोटोनिन) पर प्रभाव पड़ता है।
  • सेरोटोनिन असंतुलन (Serotonin imbalance) – मूड और नींद को नियंत्रित करने वाला रसायन जिसकी कमी से डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
  • तनाव (Stress) – मानसिक तनाव PMS के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
  • पोषण की कमी (Nutritional deficiencies) – जैसे विटामिन B6, कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी।
  • अनियमित जीवनशैली (Unhealthy lifestyle) – नींद की कमी, असंतुलित आहार, और व्यायाम की कमी।

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण (Symptoms of Premenstrual Syndrome)

शारीरिक लक्षण (Physical Symptoms)

  • स्तनों में सूजन या दर्द (Breast tenderness)
  • थकान और कमजोरी (Fatigue and weakness)
  • सिरदर्द (Headache)
  • पेट फूलना या गैस (Bloating)
  • मुँहासे (Acne)
  • कब्ज या दस्त (Constipation or diarrhea)
  • जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द (Joint or muscle pain)

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के मानसिक और भावनात्मक लक्षण (Mental and Emotional Symptoms)

  • मूड स्विंग्स (Mood swings)
  • चिड़चिड़ापन (Irritability)
  • उदासी या डिप्रेशन (Sadness or depression)
  • चिंता या घबराहट (Anxiety)
  • एकाग्रता में कमी (Lack of concentration)
  • नींद में समस्या (Sleep disturbances)

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम का इलाज (Treatment of Premenstrual Syndrome)

जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle modifications)

  • नियमित व्यायाम (Daily physical activity)
  • संतुलित आहार (Healthy balanced diet)
  • कैफीन, नमक और चीनी का सेवन कम करना
  • पर्याप्त नींद और विश्राम
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसे योग और ध्यान

औषधीय उपचार (Medicinal treatment)

  • दर्द निवारक दवाएं जैसे पैरासिटामोल या आइबूप्रोफेन
  • हार्मोनल थेरेपी – जैसे कि ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स
  • एंटी-डिप्रेसेंट दवाएं (अगर मानसिक लक्षण गंभीर हों)
  • विटामिन B6, कैल्शियम और मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम को कैसे रोकें प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Prevention of Premenstrual Syndrome)

  • तनाव से बचें और रिलैक्सेशन टेक्निक अपनाएं
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें
  • संतुलित और पौष्टिक आहार लें
  • कैफीन और तैलीय भोजन से बचें
  • धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
  • अपने मासिक चक्र और लक्षणों की डायरी बनाए रखें

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के घरेलू उपाय (Home Remedies for PMS)

  • गर्म पानी की थैली से पेट पर सेक करना (Hot water bag on lower abdomen)
  • तुलसी और अदरक की चाय (Tulsi and ginger tea)
  • हल्दी वाला दूध (Turmeric milk)
  • दालचीनी और शहद का सेवन (Cinnamon and honey)
  • प्राणायाम और ध्यान (Breathing exercises and meditation)

सावधानियाँ (Precautions)

  • बार-बार होने वाले तीव्र लक्षणों को अनदेखा न करें
  • अधिक दर्द या मानसिक परेशानी में स्वयं दवा न लें
  • डॉक्टर की सलाह से ही हार्मोनल दवाएं लें
  • मानसिक स्वास्थ्य पर भी उतना ही ध्यान दें जितना शारीरिक पर
  • अपने लक्षणों का रिकॉर्ड रखें जिससे सही निदान में मदद मिले

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम को कैसे पहचानें  (How to Identify PMS)

  • यदि हर माह मासिक धर्म से पहले आप बार-बार एक जैसे लक्षणों का अनुभव करती हैं
  • लक्षण पीरियड्स शुरू होने से ठीक पहले शुरू होते हैं और शुरू होते ही समाप्त हो जाते हैं
  • यह लक्षण आपके काम, रिश्तों और सामान्य दिनचर्या को प्रभावित करते हैं
  • मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की तकलीफें PMS का संकेत हो सकती हैं

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या हर महिला को PMS होता है?
उत्तर: नहीं, हर महिला को PMS नहीं होता, लेकिन लगभग 70–80% महिलाओं को किसी न किसी स्तर पर PMS के लक्षण अनुभव होते हैं।

प्रश्न 2: PMS कितने दिन चलता है?
उत्तर: सामान्यतः PMS मासिक धर्म से 5-10 दिन पहले शुरू होता है और पीरियड्स के शुरू होते ही कम हो जाता है।

प्रश्न 3: क्या PMS का इलाज संभव है?
उत्तर: हाँ, जीवनशैली में बदलाव, दवाएं और मानसिक परामर्श से इसका इलाज संभव है।

प्रश्न 4: क्या PMS का असर प्रजनन क्षमता पर पड़ता है?
उत्तर: आमतौर पर PMS का कोई सीधा असर प्रजनन क्षमता पर नहीं पड़ता।

प्रश्न 5: PMDD और PMS में क्या अंतर है?
उत्तर: PMDD (Premenstrual Dysphoric Disorder) PMS का अधिक गंभीर रूप है, जिसमें डिप्रेशन और गंभीर मूड स्विंग्स शामिल होते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है जो महिलाओं के मासिक धर्म से पहले होती है। यह मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक लक्षणों से जुड़ी होती है जिसे सही जानकारी, जागरूकता, घरेलू उपाय और मेडिकल सहायता से नियंत्रित किया जा सकता है। हर महिला को अपने लक्षणों को समझकर समय रहते सही उपाय अपनाने चाहिए ताकि PMS जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित न करे।


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