हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycaemia) एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में शुगर (ग्लूकोज़) का स्तर सामान्य से बहुत कम हो जाता है। यह खासतौर पर डायबिटीज़ के रोगियों में देखा जाता है, लेकिन यह अन्य लोगों में भी हो सकता है। ग्लूकोज़ शरीर और विशेषकर मस्तिष्क के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। जब इसका स्तर बहुत कम हो जाता है तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया क्या होता है (What is Hypoglycaemia)
हाइपोग्लाइसीमिया तब होता है जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर 70 mg/dL से नीचे चला जाता है। यह शरीर के अंगों, खासतौर पर मस्तिष्क, की ऊर्जा आपूर्ति को बाधित करता है, जिससे चक्कर आना, थकान, भ्रम, या यहां तक कि बेहोशी भी हो सकती है।
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण (Causes of Hypoglycaemia)
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डायबिटीज़ से संबंधित कारण (Diabetes-related causes)
- अधिक मात्रा में इंसुलिन लेना
- भोजन देर से करना या छोड़ देना
- अधिक व्यायाम करना बिना कार्बोहाइड्रेट्स लिए
- शराब का सेवन बिना खाना खाए
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गैर-डायबिटिक कारण (Non-diabetic causes)
- हार्मोनल असंतुलन (Hormonal imbalances – जैसे एड्रिनल या पिट्यूटरी ग्लैंड की समस्या)
- लीवर या किडनी की बीमारी
- ट्यूमर (जैसे insulinoma)
- कुछ दवाओं का प्रभाव (जैसे quinine)
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अन्य कारण (Other Causes)
- लंबे समय तक उपवास
- बहुत अधिक शराब पीना
- पेट की सर्जरी के बाद (जैसे गैस्ट्रिक बायपास)
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण (Symptoms of Hypoglycaemia)
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प्रारंभिक लक्षण (Early Symptoms)
- कंपकंपी (Shaking or tremors)
- पसीना आना (Sweating)
- भूख लगना (Hunger)
- थकावट (Fatigue)
- चिड़चिड़ापन (Irritability)
- चिंता (Anxiety)
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मध्यम लक्षण (Moderate Symptoms)
- चक्कर आना (Dizziness)
- भ्रम (Confusion)
- बोलने में कठिनाई (Slurred speech)
- नजर धुंधली होना (Blurred vision)
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गंभीर लक्षण (Severe Symptoms)
- बेहोशी (Loss of consciousness)
- दौरे (Seizures)
- कोमा (Coma)
हाइपोग्लाइसीमिया का इलाज (Treatment of Hypoglycaemia)
- समय पर भोजन करें
- अधिक समय तक खाली पेट न रहें
- व्यायाम करते समय नाश्ता ज़रूर करें
- डॉक्टर के अनुसार इंसुलिन या अन्य दवाओं की मात्रा तय करें
- ब्लड शुगर नियमित जांचते रहें
- हमेशा मीठा या ग्लूकोज़ टैबलेट साथ रखें
हाइपोग्लाइसीमिया के घरेलू उपाय (Home Remedies for Hypoglycaemia)
- गुड़ या शहद (Jaggery or Honey) – जब ब्लड शुगर कम महसूस हो
- फ्रूट जूस (Fruit Juice) – जैसे संतरे या सेब का रस
- केला या अंगूर (Banana or Grapes) – त्वरित शुगर का स्रोत
- सूखे मेवे (Dry fruits) – जैसे किशमिश
- छोटे-छोटे समय पर खाना (Frequent Small Meals) – ब्लड शुगर को स्थिर रखने के लिए
सावधानियाँ (Precautions)
- खाली पेट व्यायाम न करें
- शुगर लेवल गिरने पर देरी न करें
- शराब पीने से पहले और बाद में भोजन करें
- इंसुलिन या दवाओं की डोज़ डॉक्टर की सलाह के बिना न बदलें
- रात में सोने से पहले शुगर लेवल जांचें, खासकर यदि दिन में कम खाया हो या अधिक व्यायाम किया हो
हाइपोग्लाइसीमिया को कैसे पहचानें (How to Identify Hypoglycaemia)
- यदि आपको अचानक कमजोरी, भूख, पसीना, चक्कर या घबराहट महसूस होती है
- यदि शारीरिक गतिविधियों के बाद अत्यधिक थकान हो
- यदि इंसुलिन या डायबिटीज़ की दवाएं ले रहे हों
- जब लक्षण दिखें, तो तुरंत ब्लड शुगर चेक करें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: क्या हाइपोग्लाइसीमिया सिर्फ डायबिटिक मरीजों को होता है?
उत्तर: नहीं, यह गैर-डायबिटिक लोगों को भी हो सकता है, जैसे लंबे उपवास या शराब के सेवन के कारण।
प्रश्न 2: हाइपोग्लाइसीमिया खतरनाक हो सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि समय पर इलाज न हो तो यह बेहोशी या कोमा तक पहुंच सकता है।
प्रश्न 3: क्या हाइपोग्लाइसीमिया को पूरी तरह रोका जा सकता है?
उत्तर: उचित खानपान, समय पर दवा और ब्लड शुगर की निगरानी से इसे रोका जा सकता है।
प्रश्न 4: क्या बच्चों में भी यह हो सकता है?
उत्तर: हाँ, विशेषकर डायबिटिक बच्चे या वे जिन्हें हार्मोनल समस्याएँ हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycaemia) एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। इसके लक्षणों की समय रहते पहचान और त्वरित उपचार जानलेवा स्थितियों से बचा सकता है। उचित भोजन, जीवनशैली में बदलाव और नियमित ब्लड शुगर जांच से इसे रोका और नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप डायबिटीज़ के मरीज हैं, तो हाइपोग्लाइसीमिया की संभावनाओं को हल्के में न लें।