हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद है जो प्यूरीन (Purines) के टूटने से बनता है — ये तत्व शरीर में और कुछ खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। सामान्यतः यूरिक एसिड पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाता है, लेकिन जब इसका स्तर बहुत बढ़ जाता है या शरीर इसे सही से बाहर नहीं निकाल पाता, तो यह रक्त और जोड़ों में जमा होकर गठिया (Gout) या किडनी स्टोन (Kidney Stones) जैसी बीमारियों को जन्म दे सकता है।
हाइपरयूरिसीमिया क्या होता है (What is Hyperuricemia)
- यह तब होता है जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर पुरुषों में 7.0 mg/dL और महिलाओं में 6.0 mg/dL से अधिक हो जाए।
- यह अस्थायी (temporary) या दीर्घकालिक (chronic) दोनों हो सकता है।
हाइपरयूरिसीमिया के कारण (Causes of Hyperuricemia)
- अधिक प्यूरीन युक्त आहार (High purine foods) – रेड मीट, मछली, अंगूर, बियर, मशरूम आदि।
- किडनी की खराबी (Kidney dysfunction) – यूरिक एसिड का उत्सर्जन कम हो जाता है।
- मोटापा (Obesity) – शरीर में चयापचय की गड़बड़ी।
- अत्यधिक शराब सेवन (Excessive alcohol) – खासकर बीयर।
- दवाएं (Medications) – डाईयूरेटिक्स, लो डोज़ एस्पिरिन, साइकोट्रोपिक दवाएं।
- अनुवांशिकता (Genetics) – पारिवारिक इतिहास वाले लोगों में अधिक जोखिम।
- अन्य बीमारियाँ (Other conditions) – जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉयड।
हाइपरयूरिसीमिया के लक्षण (Symptoms of Hyperuricemia)
- जोड़ में तेज दर्द (Severe joint pain)
- विशेषकर पैरों के अंगूठे में सूजन और लाली (Redness and swelling in the big toe)
- जोड़ों में गर्माहट (Warmth in joints)
- चलने-फिरने में परेशानी (Difficulty in movement)
- थकान और कमजोरी (Fatigue and weakness)
- मूत्र में जलन या दर्द (Burning sensation during urination – if kidney stones present)
- पीठ या पेट के एक ओर तेज दर्द (Pain due to kidney stones)
हाइपरयूरिसीमिया की पहचान कैसे करें (Diagnosis of Hyperuricemia)
- ब्लड यूरिक एसिड टेस्ट (Blood Uric Acid Test) – सामान्य स्तर से अधिक होने पर पुष्टि होती है।
- यूरीन यूरिक एसिड टेस्ट (Urine Uric Acid Test) – 24 घंटे के यूरीन में यूरिक एसिड की मात्रा मापी जाती है।
- जोड़ों का एक्स-रे या स्कैन (Joint X-ray or Ultrasound) – यूरिक एसिड क्रिस्टल जमा होने की जांच।
- किडनी की जांच (Kidney Function Test) – किडनी स्टोन या क्षति का आकलन।
हाइपरयूरिसीमिया का इलाज (Treatment of Hyperuricemia)
1. दवाएं (Medications)
- Allopurinol – यूरिक एसिड का उत्पादन कम करता है।
- Febuxostat – एक और यूरिक एसिड नियंत्रक दवा।
- Colchicine – सूजन और दर्द के लिए।
- NSAIDs – जैसे इबुप्रोफेन गठिया के दर्द के लिए।
2. आहार संबंधी बदलाव (Dietary Changes)
- कम प्यूरीन युक्त आहार लें।
- हाई प्रोटीन नॉनवेज से बचें।
- खूब पानी पिएं – दिन में 2–3 लीटर।
- मीठी चीज़ों और फास्ट फूड से परहेज़ करें।
3. जीवनशैली परिवर्तन (Lifestyle Modifications)
- नियमित व्यायाम करें।
- वजन को नियंत्रित रखें।
- शराब, बीयर और सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनाएं।
हाइपरयूरिसीमिया से बचाव (Prevention of Hyperuricemia)
- प्यूरीन युक्त आहार को सीमित करें (Limit purine-rich foods)
- हाइड्रेशन बनाए रखें (Stay hydrated)
- शराब और बीयर न लें (Avoid alcohol and beer)
- नियमित चेकअप कराएं (Routine check-ups for uric acid levels)
- वजन पर नियंत्रण रखें (Maintain healthy body weight)
हाइपरयूरिसीमिया के घरेलू उपाय (Home Remedies for Hyperuricemia)
- नींबू पानी (Lemon water) – यूरिक एसिड को घटाने में सहायक।
- सेब का सिरका (Apple cider vinegar) – सुबह खाली पेट लें।
- अदरक की चाय (Ginger tea) – सूजन कम करता है।
- फाइबर युक्त भोजन (High fiber food) – जैसे ओट्स, फल, हरी सब्जियां।
- चेरी या ब्लैकबेरी – प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट और सूजन विरोधी गुण।
हाइपरयूरिसीमिया में सावधानियाँ (Precautions in Hyperuricemia)
- दवा डॉक्टर के निर्देशानुसार ही लें।
- घरेलू उपायों को इलाज का विकल्प न समझें।
- किडनी की नियमित जांच कराएं।
- यूरिक एसिड लेवल की निगरानी करें।
- दर्द या सूजन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
प्रश्न 1: क्या हाइपरयूरिसीमिया गठिया का कारण बनता है?
उत्तर: हां, यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जमा होकर गठिया (Gout) का कारण बनते हैं।
प्रश्न 2: हाइपरयूरिसीमिया को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है?
उत्तर: यदि समय पर जांच और इलाज हो, तो इसे नियंत्रित और नियंत्रण में रखा जा सकता है।
प्रश्न 3: क्या यह अनुवांशिक रोग है?
उत्तर: हां, अगर परिवार में किसी को है तो जोखिम बढ़ जाता है।
प्रश्न 4: यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाना चाहिए?
उत्तर: हरी सब्जियां, फल, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, ओट्स आदि लाभकारी हैं।
प्रश्न 5: क्या बच्चे भी हाइपरयूरिसीमिया से ग्रसित हो सकते हैं?
उत्तर: दुर्लभ मामलों में हां, खासकर यदि कोई किडनी या मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्या हो।
निष्कर्ष (Conclusion)
हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है यदि समय पर इसे पहचाना और नियंत्रित न किया जाए। सही आहार, नियमित जांच, दवाओं का सेवन, और स्वस्थ जीवनशैली इस स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में मदद करती है। गठिया और किडनी की समस्याओं से बचने के लिए यूरिक एसिड के स्तर की निगरानी बेहद जरूरी है।