Candidal Intertrigo त्वचा की एक आम समस्या है, जो मुख्य रूप से Candida albicans नामक फंगस के कारण होती है। यह संक्रमण उन त्वचा क्षेत्रों में होता है जहाँ त्वचा-से-त्वचा रगड़ और नमी मौजूद होती है, जैसे कि बगल, जांघों के बीच, स्तनों के नीचे, नाभि क्षेत्र या पेट की तहों में।
यह संक्रमण विशेष रूप से मोटे लोगों, डायबिटीज़ मरीजों, बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वालों में देखा जाता है। यह एक प्रकार का इंटरट्रिगो है, जो फंगल संक्रमण से और अधिक जटिल हो जाता है।
Candidal Intertrigo क्या होता है?
Candidal Intertrigo एक फंगल त्वचा संक्रमण है जो गर्म, नम और आपस में रगड़ खाते त्वचा क्षेत्रों में होता है। जब सामान्य इंटरट्रिगो में Candida फंगस की वृद्धि हो जाती है, तो वह Candidal Intertrigo में बदल जाता है।
Candidal Intertrigo के कारण (Causes)
- त्वचा की तहों में नमी फंसना
- अत्यधिक पसीना आना
- Candida फंगस की अधिकता
- मोटापा और शरीर की त्वचा में गुना
- गर्म और आर्द्र मौसम
- टाइट कपड़े पहनना
- डायबिटीज़ या इम्यून सिस्टम की कमजोरी
- गंदगी या स्वच्छता की कमी
- लंबे समय तक एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड का सेवन
Candidal Intertrigo के लक्षण (Symptoms)
- प्रभावित हिस्से में लालिमा और सूजन
- खुजली या जलन
- त्वचा का गीला, चिपचिपा होना
- त्वचा पर सफेद पपड़ी या फटे हुए हिस्से
- बदबूदार रिसाव
- जलन के साथ दर्द
- किनारों पर छोटे-छोटे चकत्ते (satellite lesions)
Candidal Intertrigo की पहचान कैसे करें? (Diagnosis)
डॉक्टर इसके लिए निम्न तरीकों से निदान करते हैं:
- शारीरिक परीक्षण (Physical Examination) – त्वचा की जांच से ही अक्सर पहचान हो जाती है।
- स्किन स्क्रैपिंग और कल्चर टेस्ट – फंगल की पुष्टि के लिए।
- Wood's Lamp जांच – फंगस के प्रकार की पहचान में मदद करता है।
- Microscopic परीक्षण – Candida की उपस्थिति की पुष्टि करता है।
Candidal Intertrigo का इलाज (Treatment)
1. एंटीफंगल क्रीम और लोशन
- क्लोट्रिमाज़ोल (Clotrimazole)
- माइकोनाज़ोल (Miconazole)
- केटोकोनाज़ोल (Ketoconazole)
2. एंटीफंगल पाउडर
- त्वचा को सूखा और फंगल-मुक्त रखने के लिए
3. ओरल एंटीफंगल दवाइयाँ (गंभीर मामलों में)
- फ्लुकोनाज़ोल (Fluconazole)
- इट्राकोनाज़ोल (Itraconazole)
4. हाइड्रोकोर्टिसोन क्रीम (हल्की स्टेरॉइड)
- सूजन और खुजली को कम करने में मदद करता है (डॉक्टर की सलाह पर ही उपयोग करें)
Candidal Intertrigo से बचाव (Prevention Tips)
- त्वचा को सूखा और साफ रखें
- रोज़ाना स्नान करें, विशेषकर गर्मियों में
- टाइट और सिंथेटिक कपड़ों से बचें
- पसीना आने पर कपड़े बदलें
- त्वचा की तहों में पाउडर का उपयोग करें
- मोटापा नियंत्रित करें
- स्वस्थ आहार लें और डायबिटीज़ नियंत्रित रखें
Candidal Intertrigo के घरेलू उपाय (Home Remedies)
घरेलू उपाय हल्के संक्रमण में सहायक हो सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में डॉक्टर से सलाह ज़रूरी है।
- नारियल तेल – एंटीफंगल गुणों से युक्त, दिन में 2-3 बार लगाएं
- एलोवेरा जेल – त्वचा को ठंडक और राहत पहुंचाता है
- सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) – पानी में मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं
- दही (Curd) – प्रोबायोटिक गुण Candida को रोकने में सहायक
- नीम का पानी या पेस्ट – संक्रमण को रोकने में असरदार
- बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट – खुजली और संक्रमण में राहत
Candidal Intertrigo में सावधानियाँ (Precautions)
- खुजलाने से बचें, इससे संक्रमण और फैल सकता है
- साबुन और डिओडोरेंट्स का अत्यधिक प्रयोग न करें
- संक्रमित हिस्से को ढकें नहीं – हवा लगने दें
- दूसरों के कपड़े या तौलिया का प्रयोग न करें
- किसी भी क्रीम या दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र. 1: क्या Candidal Intertrigo खतरनाक होता है?
उत्तर: आम तौर पर नहीं, लेकिन यदि इलाज न किया जाए तो यह गंभीर फंगल संक्रमण में बदल सकता है।
प्र. 2: क्या यह दोबारा हो सकता है?
उत्तर: हां, यदि त्वचा की नमी और घर्षण बनी रहे तो यह बार-बार हो सकता है।
प्र. 3: क्या बच्चों में भी Candidal Intertrigo हो सकता है?
उत्तर: हां, विशेष रूप से डायपर क्षेत्र में यह सामान्य है।
प्र. 4: क्या घरेलू उपाय पूरी तरह असरदार होते हैं?
उत्तर: हल्के मामलों में उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन संक्रमण बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।
प्र. 5: क्या यह संक्रामक होता है?
उत्तर: Candida फंगस संपर्क से फैल सकता है, इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Candidal Intertrigo एक आम लेकिन अनदेखी की जाने वाली त्वचा की समस्या है। इसकी रोकथाम और इलाज संभव है यदि समय रहते सही कदम उठाए जाएं। स्वच्छता, त्वचा को सूखा रखना और फंगल क्रीम का सही इस्तेमाल इस स्थिति से राहत दिला सकता है। यदि लक्षण लंबे समय तक बने रहें या स्थिति बिगड़ती जाए, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क ज़रूरी है।