Diastolic Heart Failure HFpEF क्या है? जानें डायस्टोलिक हार्ट फेलियर की पूरी जानकारी

डायस्टोलिक हार्ट फेलियर, जिसे मेडिकल भाषा में Heart Failure with preserved Ejection Fraction (HFpEF) कहा जाता है, हृदय की एक जटिल स्थिति है। इस अवस्था में हृदय की पंपिंग क्षमता (Ejection Fraction) सामान्य रहती है, लेकिन हृदय की मांसपेशियाँ कठोर हो जाती हैं और सही तरीके से आराम नहीं कर पातीं, जिससे रक्त भरने में बाधा आती है। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजनयुक्त रक्त नहीं मिल पाता।

HFpEF आमतौर पर बुजुर्गों, महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों में ज्यादा देखने को मिलता है।


क्या होता है HFpEF

HFpEF का पूरा नाम है Heart Failure with preserved Ejection Fraction। इसमें दिल की संकुचन शक्ति (Ejection Fraction) सामान्य (50 प्रतिशत या उससे अधिक) रहती है, लेकिन दिल की मांसपेशियाँ सख्त या कठोर हो जाती हैं, जिससे दिल में रक्त भरने में कमी आ जाती है। यह दिल की कार्यप्रणाली में असंतुलन उत्पन्न करता है, जिससे शरीर को पर्याप्त रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती।


HFpEF के मुख्य कारण

  1. उच्च रक्तचाप (Hypertension) – हृदय पर लगातार दबाव डालता है
  2. डायबिटीज़ (Diabetes) – रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है
  3. मोटापा (Obesity) – दिल पर बोझ बढ़ाता है
  4. उम्र बढ़ना – विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु में
  5. महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद हार्मोनल बदलाव
  6. दिल के वाल्व संबंधी समस्याएं
  7. क्रॉनिक किडनी डिज़ीज
  8. धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन
  9. फेफड़ों की पुरानी बीमारियाँ जैसे COPD

HFpEF के लक्षण

  1. सामान्य गतिविधियों में भी जल्दी थकान महसूस होना
  2. सांस फूलना, विशेष रूप से लेटते समय
  3. पैरों, टखनों या पेट में सूजन
  4. वजन का अचानक बढ़ना (फ्लूड रिटेंशन)
  5. दिल की धड़कन का तेज या अनियमित होना
  6. छाती में जकड़न या असहजता
  7. नींद के दौरान सांस रुकना या घुटन महसूस होना

HFpEF की पहचान कैसे करें

HFpEF का पता लगाने के लिए निम्न जांचें की जाती हैं:

  1. इकोकार्डियोग्राफी – हृदय की दीवारों की मोटाई और लचीलापन देखा जाता है
  2. BNP या NT-proBNP ब्लड टेस्ट – दिल पर तनाव का स्तर जांचने के लिए
  3. ECG (Electrocardiogram) – दिल की विद्युत गतिविधि रिकॉर्ड करता है
  4. Chest X-ray – फेफड़ों में तरल जमा है या नहीं, यह दिखाता है
  5. Cardiac MRI या स्ट्रेस टेस्ट – विशेष मामलों में

HFpEF का इलाज

HFpEF का इलाज पूरी तरह बीमारी को ठीक करने के लिए नहीं, बल्कि लक्षणों को कम करने और जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए होता है।

दवाइयाँ

  • Diuretics – शरीर में जमे तरल को कम करने के लिए
  • ACE Inhibitors / ARBs – ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए
  • Beta Blockers – दिल की धड़कन नियंत्रित करने और तनाव घटाने के लिए
  • SGLT2 Inhibitors – डायबिटीज़ के मरीजों में उपयोगी और HFpEF के लिए प्रभावशाली
  • Mineralocorticoid Receptor Antagonists – लक्षणों में सुधार के लिए

जीवनशैली में बदलाव

  • वजन कम करना और संतुलित आहार लेना
  • कम नमक वाला भोजन
  • नियमित हल्का व्यायाम
  • तनाव प्रबंधन
  • नींद पूरी लेना
  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का नियमित नियंत्रण

HFpEF से बचाव के उपाय

  1. नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं
  2. वजन को नियंत्रित रखें
  3. धूम्रपान और शराब का त्याग करें
  4. नियमित व्यायाम करें
  5. संतुलित और कम वसा वाला आहार लें
  6. तनाव से दूर रहें और योग, ध्यान आदि अपनाएं
  7. नींद की गुणवत्ता पर ध्यान दें

HFpEF के लिए घरेलू उपाय

यह उपाय लक्षणों में सुधार ला सकते हैं, लेकिन ये इलाज का विकल्प नहीं हैं:

  1. लहसुन का सेवन – ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है
  2. मेथी के बीज – रक्त शुद्धि और मेटाबॉलिज्म में सुधार
  3. अदरक और हल्दी – सूजन कम करने वाले गुण
  4. त्रिफला या गिलोय – प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
  5. प्राणायाम और ध्यान – तनाव कम कर हृदय को राहत प्रदान करते हैं

HFpEF में सावधानियाँ

  • नमक और तरल पदार्थ का सेवन सीमित करें
  • दवाइयाँ नियमित और डॉक्टर की सलाह से लें
  • कोई भी नया लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं
  • अत्यधिक मेहनत या शारीरिक तनाव से बचें
  • खुद से दवाइयों में बदलाव न करें
  • डॉक्टर से समय-समय पर जांच करवाते रहें

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्रश्न 1: क्या HFpEF जानलेवा है?
उत्तर: यह एक क्रॉनिक स्थिति है जो समय पर नियंत्रित न की जाए तो गंभीर हो सकती है, लेकिन समय पर इलाज और जीवनशैली सुधार से स्थिति को स्थिर रखा जा सकता है।

प्रश्न 2: HFpEF और HFrEF में क्या अंतर है?
उत्तर: HFpEF में Ejection Fraction सामान्य होती है, लेकिन दिल भर नहीं पाता। वहीं HFrEF में दिल सिकुड़ नहीं पाता और Ejection Fraction कम हो जाती है।

प्रश्न 3: क्या HFpEF का इलाज संभव है?
उत्तर: इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन लक्षणों को नियंत्रित करके रोगी सामान्य जीवन जी सकता है।

प्रश्न 4: क्या योग HFpEF में सहायक हो सकता है?
उत्तर: हां, योग और ध्यान तनाव कम करने और हृदय की कार्यक्षमता सुधारने में मदद करते हैं।


निष्कर्ष

डायस्टोलिक हार्ट फेलियर (HFpEF) एक गंभीर लेकिन नियंत्रित करने योग्य हृदय रोग है। यदि समय पर इसके लक्षणों को पहचाना जाए और सही इलाज व जीवनशैली अपनाई जाए, तो इससे प्रभावित व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। यदि आप उपरोक्त लक्षणों में से किसी का अनुभव कर रहे हैं, तो जल्द से जल्द हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।



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