Mitral Regurgitation क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और उपचार

Mitral Regurgitation (माइट्रल रिगर्जिटेशन) हृदय से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है जिसमें हृदय का Mitral Valve ठीक से बंद नहीं होता, जिससे रक्त हृदय के बाएं वेंट्रिकल से बाएं एट्रियम की ओर वापस बहने लगता है। इससे दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है और लंबे समय में यह हार्ट फेल्योर का कारण बन सकता है।

Mitral Regurgitation में क्या होता है?

Mitral Valve, दिल के बाएं एट्रियम और बाएं वेंट्रिकल के बीच होता है। जब यह वाल्व पूरी तरह से बंद नहीं हो पाता, तो पंप किया गया रक्त दोबारा एट्रियम में वापस आ जाता है। यह रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा करता है और दिल की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।

Mitral Regurgitation के कारण

  1. Mitral Valve Prolapse (MVP) – सबसे सामान्य कारण
  2. रूमेटिक फीवर – बचपन में हुआ बुखार जो हृदय वाल्व को नुकसान पहुंचा सकता है
  3. दिल का दौरा (Heart Attack) – जिससे वाल्व नियंत्रित करने वाली मांसपेशी क्षतिग्रस्त हो सकती है
  4. कार्डियोमायोपैथी – दिल की मांसपेशी की कमजोरी
  5. संक्रमण (Endocarditis) – दिल के अंदरूनी हिस्से का संक्रमण
  6. जन्मजात दोष – जन्म से मौजूद वाल्व की असामान्यता
  7. उच्च रक्तचाप और ऑटोइम्यून रोग

Mitral Regurgitation के लक्षण

  • सांस फूलना, खासकर सीढ़ी चढ़ते या लेटते समय
  • थकान और कमजोरी
  • हृदय की धड़कन तेज महसूस होना (Palpitations)
  • पैरों या टखनों में सूजन
  • छाती में दर्द या असहजता
  • लगातार खांसी, विशेषकर रात को
  • चक्कर आना या बेहोशी

कैसे पहचाने: Diagnosis

  1. शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर स्टेथोस्कोप से हार्ट मर्मर (फूं फूं की आवाज) सुन सकते हैं
  2. Echocardiogram (ईको): वाल्व और हृदय की कार्यक्षमता देखने के लिए
  3. Electrocardiogram (ECG): दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी की जांच
  4. Chest X-ray: दिल का आकार और फेफड़ों की स्थिति जानने के लिए
  5. Cardiac MRI या CT Scan: गंभीर मामलों में
  6. Stress Test या Cardiac Catheterization

Mitral Regurgitation का इलाज

1. दवाइयाँ:

  • ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन को नियंत्रित करने वाली दवाइयाँ
  • मूत्रवर्धक दवाइयाँ (Diuretics) – शरीर में अतिरिक्त फ्लूइड को बाहर निकालने के लिए
  • हार्ट फेल्योर की दवाइयाँ

2. सर्जरी या प्रक्रिया:

  • Mitral Valve Repair (मरम्मत)
  • Mitral Valve Replacement (रिप्लेसमेंट)
  • Transcatheter Mitral Valve Repair (MitraClip) – बिना ओपन सर्जरी के

Mitral Regurgitation से बचाव कैसे करें?

  • हृदय की नियमित जांच कराएं
  • रूमेटिक फीवर का सही इलाज कराएं
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल करें
  • संक्रमण से बचने के लिए ओरल हाइजीन रखें
  • हृदय को मजबूत बनाए रखने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
  • धूम्रपान और शराब से दूर रहें

Mitral Regurgitation के घरेलू उपाय (Home Remedies)

घरेलू उपाय लक्षणों में राहत दे सकते हैं, लेकिन इलाज का विकल्प नहीं हैं।

  • लो-सोडियम डाइट – रक्तचाप नियंत्रित रखने के लिए
  • योग और ध्यान – तनाव को कम करने और हृदय को मजबूत करने के लिए
  • हल्का व्यायाम – जैसे चलना, डॉक्टर की सलाह से
  • अलसी के बीज, लहसुन, हल्दी – सूजन और हृदय की रक्षा में सहायक हो सकते हैं
  • पर्याप्त नींद और मानसिक शांति बनाए रखें

सावधानियाँ

  • किसी भी दवा को डॉक्टर की सलाह के बिना न लें
  • अचानक थकान, चक्कर या सांस की तकलीफ को नजरअंदाज न करें
  • सर्जरी के बाद नियमित फॉलो-अप कराना जरूरी है
  • संक्रमण से बचने के लिए नियमित रूप से दांतों और मसूड़ों की देखभाल करें
  • खान-पान और जीवनशैली में सुधार करें

FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्र.1: क्या Mitral Regurgitation का इलाज संभव है?
उत्तर: हाँ, समय पर पहचान और सही इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

प्र.2: क्या सर्जरी जरूरी होती है?
उत्तर: अगर समस्या गंभीर हो तो हाँ, अन्यथा दवाओं और मॉनिटरिंग से भी इलाज हो सकता है।

प्र.3: क्या यह बीमारी जीवनभर रहती है?
उत्तर: हल्के मामलों में लंबे समय तक बिना इलाज भी रह सकते हैं, लेकिन निगरानी जरूरी है।

प्र.4: क्या व्यायाम किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन केवल डॉक्टर की सलाह अनुसार और सीमित मात्रा में।

प्र.5: Mitral Regurgitation किन लोगों में अधिक होता है?
उत्तर: यह बुजुर्गों, हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट अटैक से पीड़ित लोगों में अधिक पाया जाता है।


निष्कर्ष

Mitral Regurgitation एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय हृदय रोग है। यदि समय रहते पहचान और इलाज किया जाए, तो मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। नियमित जांच, स्वस्थ जीवनशैली और सावधानियाँ इस रोग से बचने और उसे नियंत्रित करने के लिए जरूरी हैं।



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