Autoimmune Hepatitis (ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस) एक दीर्घकालिक लिवर रोग है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) गलती से अपने जिगर (liver) पर हमला करती है, जिससे उसमें सूजन (inflammation) और क्षति होती है। यह स्थिति महिलाओं में अधिक पाई जाती है और समय पर इलाज न हो तो यह लिवर सिरोसिस (liver cirrhosis) या लिवर फेलियर (liver failure) का कारण बन सकती है।

Autoimmune Hepatitis क्या होता है (What is Autoimmune Hepatitis):
यह एक क्रॉनिक (दीर्घकालिक) और प्रतिरक्षा विकार (autoimmune disorder) है जिसमें लिवर की कोशिकाएं शरीर की अपनी ही रोग प्रतिरोधक प्रणाली द्वारा नष्ट की जाने लगती हैं। इसका कोई संक्रामक कारण नहीं होता।
Autoimmune Hepatitis के प्रकार (Types of Autoimmune Hepatitis):
- Type 1: सबसे सामान्य प्रकार; सभी आयु वर्ग में पाया जाता है; Antinuclear antibodies (ANA) और anti-smooth muscle antibodies (ASMA) पाए जाते हैं।
- Type 2: आमतौर पर बच्चों और किशोरों में; anti-liver kidney microsomal (LKM) antibodies पाई जाती हैं।
Autoimmune Hepatitis के कारण (Causes of Autoimmune Hepatitis):
सटीक कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन ये कारक भूमिका निभा सकते हैं:
- आनुवंशिक प्रवृत्ति (Genetic factors)
- वायरल संक्रमण (जैसे – Hepatitis A, B, या C)
- दवाएं (जैसे – minocycline, nitrofurantoin)
- हार्मोनल प्रभाव
- अन्य ऑटोइम्यून रोग, जैसे – थायरॉइड की समस्या, टाइप 1 डायबिटीज
Autoimmune Hepatitis के लक्षण (Symptoms of Autoimmune Hepatitis):
- थकान
- भूख न लगना
- पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द
- आंखों और त्वचा में पीलापन (जॉन्डिस)
- जोड़ दर्द (Joint Pain)
- पेशाब का रंग गहरा होना
- मासिक धर्म की अनियमितता (महिलाओं में)
- त्वचा पर लाल चकत्ते या खुजली
- वज़न में कमी
- मांसपेशियों में कमजोरी
Autoimmune Hepatitis की पहचान (Diagnosis of Autoimmune Hepatitis):
- Liver Function Test (LFT): ALT/AST एंजाइम बढ़े होते हैं
- Autoantibody Tests: ANA, ASMA, LKM
- Serum Immunoglobulin G (IgG): स्तर बढ़ा हुआ
- Ultrasound/CT scan: लिवर की स्थिति देखने के लिए
- Liver Biopsy (जांच द्वारा ऊतक परीक्षण): अंतिम और सटीक निदान
Autoimmune Hepatitis का इलाज (Treatment of Autoimmune Hepatitis):
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स्टेरॉइड दवाएं (Corticosteroids):
- जैसे – Prednisone
- सूजन को कम करते हैं
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इम्यूनोसप्रेसेंट दवाएं (Immunosuppressants):
- जैसे – Azathioprine
- प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाकर लिवर की रक्षा
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Liver Transplant (जिगर प्रत्यारोपण):
- जब लिवर पूरी तरह से फेल हो जाए या दवाओं से राहत न मिले
इलाज अक्सर दीर्घकालिक होता है, और दवा की खुराक समय के साथ घटाई जाती है।
Autoimmune Hepatitis से बचाव (Prevention of Autoimmune Hepatitis):
चूंकि यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, इसका पूर्णत: रोकथाम संभव नहीं है, लेकिन:
- लिवर संक्रमणों से बचाव
- दवाओं का सही प्रयोग
- शराब से परहेज़
- नियमित चिकित्सा जांच
- अन्य ऑटोइम्यून रोगों का प्रबंधन
Autoimmune Hepatitis के घरेलू उपाय (Home Remedies for Autoimmune Hepatitis):
ये उपाय इलाज नहीं, लेकिन सहायक हो सकते हैं:
- हल्का और पोषक आहार लें
- हल्दी (Turmeric) – सूजन कम करने में सहायक
- एलोवेरा का सेवन सीमित मात्रा में
- तनाव प्रबंधन – योग और ध्यान
- नियमित व्यायाम
- कैफीन और वसा युक्त भोजन से बचें
Autoimmune Hepatitis में सावधानियाँ (Precautions in Autoimmune Hepatitis):
- दवा नियमित लें और खुराक न छोड़ें
- लिवर पर असर डालने वाली दवाओं या पदार्थों (जैसे – एल्कोहल) से परहेज़
- वैक्सीनेशन करवाएं (जैसे – Hepatitis A, B)
- किसी भी नई दवा को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें
- वजन और थकावट की निगरानी करें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
प्रश्न 1: क्या Autoimmune Hepatitis पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: यह मैनेज किया जा सकता है, लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं होता। दवाओं से नियंत्रण संभव है।
प्रश्न 2: क्या यह संक्रामक बीमारी है?
उत्तर: नहीं, यह संक्रमण से नहीं फैलता।
प्रश्न 3: क्या Autoimmune Hepatitis और Viral Hepatitis एक जैसे हैं?
उत्तर: नहीं, दोनों अलग हैं। Viral Hepatitis वायरस से होता है, जबकि Autoimmune Hepatitis शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से।
प्रश्न 4: क्या इसका इलाज जीवनभर चलता है?
उत्तर: हाँ, कई मामलों में दवाएं लंबे समय तक लेनी पड़ती हैं।
प्रश्न 5: क्या इससे लिवर फेलियर हो सकता है?
उत्तर: यदि इसका इलाज समय पर न हो तो लिवर सिरोसिस या फेलियर संभव है।
Autoimmune Hepatitis को कैसे पहचानें (How to Identify Autoimmune Hepatitis):
- अचानक या धीरे-धीरे पीलिया का आना
- भूख में कमी और लगातार थकान
- बार-बार पेट दर्द और त्वचा में खुजली
- रक्त जांच में लिवर एंजाइम का बढ़ा स्तर
- ऑटोइम्यून रोगों के लक्षण अन्य अंगों में भी
निष्कर्ष (Conclusion):
Autoimmune Hepatitis (ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस) एक जटिल लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है जिसमें शरीर अपनी ही लिवर कोशिकाओं पर हमला करता है। समय पर पहचान और इलाज से लिवर क्षति को रोका जा सकता है और रोगी एक सामान्य जीवन जी सकता है। उपचार में निरंतरता, नियमित जांच और जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है।