Khushveer Choudhary

Autonomic Dysreflexia (ऑटोनॉमिक डिसरिफ्लेक्सिया) क्या होता है, कारण, लक्षण, निदान, इलाज,

Autonomic Dysreflexia (ऑटोनॉमिक डिसरिफ्लेक्सिया) एक गंभीर चिकित्सकीय आपातकाल (medical emergency) है, जो रीढ़ की हड्डी की चोट (spinal cord injury) के बाद उन लोगों में होता है जिनकी चोट T6 वर्टिब्रा या उससे ऊपर हुई हो। इस स्थिति में स्वायत्त तंत्रिका तंत्र (autonomic nervous system) की प्रतिक्रिया अत्यधिक हो जाती है जिससे अत्यधिक रक्तचाप (severe high blood pressure) और अन्य खतरनाक लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

Autonomic Dysreflexia  क्या होता है What is Autonomic Dysreflexia):

यह एक विकारपूर्ण तंत्रिका प्रतिक्रिया है जिसमें शरीर किसी हानिकारक उत्तेजना (जैसे – मूत्राशय भर जाना, कब्ज आदि) के प्रति अत्यधिक प्रतिक्रिया देता है। इसमें शरीर का निचला हिस्सा किसी उत्तेजना से प्रतिक्रिया करता है, लेकिन रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण मस्तिष्क उसे नियंत्रित नहीं कर पाता, जिससे सिस्टेमिक हाई ब्लड प्रेशर और अन्य लक्षण होते हैं।

Autonomic Dysreflexia के कारण (Causes of Autonomic Dysreflexia):

सबसे सामान्य ट्रिगर:

  • मूत्राशय से संबंधित समस्याएं:

    1. मूत्र रुकना (Urinary retention)
    2. कैथेटर में अवरोध
    3. मूत्र संक्रमण (UTI)
  • आंत से संबंधित कारण:

    1. कब्ज (Constipation)
    2. मल त्याग में रुकावट
  • त्वचा की समस्याएं:

    1. अल्सर, कट या चोट
    2. जलन या बहुत तंग कपड़े
  • यौन क्रियाएं या महिलाओं में प्रसव

  • मेडिकल प्रक्रियाएं जैसे – सिस्टोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी

Autonomic Dysreflexia के लक्षण (Symptoms of Autonomic Dysreflexia):

  • अत्यधिक उच्च रक्तचाप (Sudden high blood pressure)
  • तेज़ सिरदर्द
  • पसीना आना (खासतौर पर सिर और चेहरे पर)
  • त्वचा का लाल होना
  • हृदय गति धीमी हो जाना (Bradycardia)
  • घबराहट या बेचैनी
  • धुंधली दृष्टि
  • ठंड लगना
  • नाक बहना
  • मतली या उल्टी

यह स्थिति यदि समय पर इलाज न मिले तो दौरे (seizures), स्ट्रोक या मृत्यु का कारण बन सकती है।

Autonomic Dysreflexia की पहचान (Diagnosis of Autonomic Dysreflexia):

  • क्लिनिकल इतिहास: रीढ़ की हड्डी की चोट का रिकॉर्ड
  • लक्षणों का त्वरित आकलन: अचानक उच्च रक्तचाप और सिरदर्द
  • रक्तचाप मापना: बहुत ऊँचा सिस्टोलिक BP (>200 mmHg)
  • ट्रिगर की खोज: कैथेटर की जांच, पेट की जांच, त्वचा की जांच आदि
  • ECG: हृदय गति की स्थिति देखने के लिए

Autonomic Dysreflexia का इलाज (Treatment of Autonomic Dysreflexia):

आपातकालीन कदम:

  1. व्यक्ति को बैठाएं या सिर ऊँचा करें – BP कम करने के लिए

  2. ट्रिगर हटाना जरूरी है:

    1. कैथेटर ठीक करें या बदलें
    2. मल त्याग करवाएं
    3. तंग कपड़े हटाएं
    4. चोट/चुभन की जाँच करें
  3. दवाएं:

    1. Nifedipine या Nitroglycerin BP कम करने के लिए
    2. Hydralazine या Labetalol
    3. एंटीस्पास्मोडिक अगर मांसपेशियों की जकड़न हो

मरीज को हमेशा ऐसे मामलों में आपातकालीन चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।

Autonomic Dysreflexia से बचाव (Prevention of Autonomic Dysreflexia):

  • नियमित रूप से मूत्राशय और आंतों की सफाई
  • कैथेटर और ड्रेनेज सिस्टम की उचित देखभाल
  • कब्ज से बचना – हाई फाइबर डाइट, पानी
  • त्वचा की देखभाल और चोट से बचाव
  • ट्रिगरिंग प्रक्रियाओं से पहले डॉक्टरी सलाह और दवा देना
  • नियमित ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग

Autonomic Dysreflexia के घरेलू उपाय (Home Remedies for Autonomic Dysreflexia):

यह एक आपातकालीन स्थिति है, जिसका इलाज घर पर नहीं किया जा सकता, लेकिन कुछ सावधानियाँ सहायक हो सकती हैं:

  • घर में BP मॉनिटरिंग मशीन रखें
  • ट्रिगर पहचानें और बचें
  • नियमित रूप से मल और मूत्र निकालने की व्यवस्था
  • परिजनों को इसके बारे में शिक्षित करें
  • ठंडा वातावरण और हल्के कपड़े पहनें

Autonomic Dysreflexia में सावधानियाँ (Precautions in Autonomic Dysreflexia):

  • ट्रिगर कारणों को पहचानें और उनसे बचें
  • कोई भी मेडिकल प्रक्रिया कराने से पहले डॉक्टर को बताएं कि आपको spinal cord injury है
  • नियमित त्वचा निरीक्षण
  • उच्च BP के लक्षणों को कभी न नज़रअंदाज़ करें
  • परिवार और देखभालकर्ता को प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी दें

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

प्रश्न 1: Autonomic Dysreflexia किसे हो सकता है?
उत्तर: वे लोग जिनकी रीढ़ की हड्डी में चोट T6 या उससे ऊपर के स्तर पर हुई है।

प्रश्न 2: क्या यह घातक हो सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि समय पर इलाज न हो तो स्ट्रोक या हृदयगति रुकने जैसी घातक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

प्रश्न 3: यह कितनी जल्दी शुरू होता है?
उत्तर: ट्रिगर उत्पन्न होते ही मिनटों में लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

प्रश्न 4: क्या इससे बचाव संभव है?
उत्तर: हाँ, ट्रिगर को पहचान कर और नियमित देखभाल द्वारा।

प्रश्न 5: क्या यह स्थिति बार-बार हो सकती है?
उत्तर: हाँ, यदि ट्रिगर बार-बार उत्पन्न हो तो।

Autonomic Dysreflexia को  कैसे पहचानें  (How to Identify Autonomic Dysreflexia):

  • रीढ़ की चोट के साथ व्यक्ति को अचानक सिरदर्द हो
  • अत्यधिक ब्लड प्रेशर
  • पसीना आना, चेहरा लाल होना
  • हृदय की धड़कन धीमी
  • बेचैनी और अस्पष्टता

निष्कर्ष (Conclusion):

Autonomic Dysreflexia (ऑटोनॉमिक डिसरिफ्लेक्सिया) एक गंभीर और संभावित जानलेवा स्थिति है जो spinal cord injury वाले मरीजों में होती है। इसका समय पर निदान और सही प्रतिक्रिया जीवन रक्षक हो सकती है। ट्रिगर की पहचान, जागरूकता और प्राथमिक चिकित्सा ज्ञान से इसे रोका या नियंत्रित किया जा सकता है।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post