Colicaid Drops: बच्चों के लिए पूरी जानकारी (डोज, फायदे, साइड इफेक्ट और सावधानियाँ)

Colicaid Drops:

शिशु का बार-बार रोना, पेट में मरोड़ या गैस बनना हर माता-पिता के लिए चिंता का विषय होता है। ऐसे में डॉक्टर अक्सर Colicaid Drops की सलाह देते हैं। यह एक सुरक्षित और असरदार दवा मानी जाती है जो खासतौर पर गैस, पेट दर्द (colic), अफारा और अपच जैसी समस्याओं से राहत देती है।


Colicaid Drops क्या है?

Colicaid Drops एक आयुर्वेदिक और एलोपैथिक तत्वों का संयोजन है जो खासतौर पर 2 साल तक के बच्चों के लिए बनाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से तीन घटक होते हैं:

  • Dill Oil (सोआ का तेल)

  • Fennel Oil (सौंफ का तेल)

  • Simethicone (साइमेथिकोन)

ये सभी मिलकर शिशु के पेट में बनी गैस को तोड़ते हैं, मरोड़ को शांत करते हैं और डकार या पाद के रूप में गैस को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसका असर अक्सर 10–15 मिनट में दिखने लगता है, जिससे बच्चा राहत महसूस करता है।


Colicaid Drops क्यों दी जाती है?

Colicaid Drops का मुख्य उद्देश्य शिशु के पाचन तंत्र को शांत करना होता है। जब बच्चे को दूध पचाने में दिक्कत होती है, या हवा निगलने की वजह से पेट में गैस बन जाती है, तो वो रोता है, बेचैन होता है और सोने में दिक्कत होती है।

Colicaid Drops देने से:

  • पेट की गैस टूटकर बाहर निकलती है

  • पेट में सूजन और मरोड़ से राहत मिलती है

  • बच्चा शांत होता है और नींद अच्छी आती है

  • डकार न आने की स्थिति में गैस बाहर निकलती है


बच्चों को Colicaid Drops कैसे और कब दें?

Colicaid Drops को हमेशा डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा और समय के अनुसार देना चाहिए। आमतौर पर यह दिन में 3 बार दी जाती है – सुबह, दोपहर और रात। इसे दूध पिलाने से पहले या भोजन से पहले देना अधिक असरदार होता है।

इसे देने का तरीका:

  • बोतल को अच्छे से हिलाएं

  • ड्रॉपर से निर्धारित मात्रा निकालें

  • बच्चे को सीधे ड्रॉपर से दें या चम्मच से पिलाएं

  • चाहे तो थोड़ा-सा दूध या पानी में मिलाकर दें

Colicaid को हमेशा भोजन से पहले देना बेहतर माना जाता है क्योंकि इससे गैस बनने की संभावना कम हो जाती है।


Colicaid Drops की डोज (Dosage) की जानकारी:

Colicaid Drops एक बेबी सेफ दवा है जो शिशुओं और छोटे बच्चों में गैस, पेट दर्द (Colic) और फुलाव की समस्या में राहत देने के लिए दी जाती है। इसके डोज उम्र के अनुसार अलग-अलग होता है।

नवजात शिशु (Newborns - 0 से 1 महीने तक):
4 से 8 बूंदें, दिन में तीन बार दूध पिलाने से ठीक पहले दी जाती हैं।

शिशु (1 महीने से 6 महीने तक):
8 से 10 बूंदें, दिन में तीन बार दूध पिलाने से पहले।

बच्चे (6 महीने से ऊपर):
10 से 15 बूंदें, दिन में तीन बार भोजन से पहले दी जाती हैं।

2 साल से बड़े बच्चे:
1/2 से 1 टीस्पून (2.5 से 5 मिलीलीटर), दिन में तीन बार भोजन से पहले।

नोट: दवा को केवल डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दें। मात्रा डॉक्टर द्वारा बताए अनुसार घटाई या बढ़ाई जा सकती है।


क्या Colicaid नवजात शिशु (Newborn) को दिया जा सकता है?

हाँ, Colicaid Drops को डॉक्टर की सलाह से नवजात शिशुओं को भी दिया जा सकता है। कई बार शिशु दूध पीते समय हवा भी निगल लेते हैं, जिससे उन्हें गैस होती है। ऐसे में Colicaid शुरुआती उम्र में ही राहत देने वाली दवा बन जाती है। ध्यान रखें कि खुद से बिना डॉक्टर की सलाह के नवजात को कोई भी दवा न दें।


क्या Colicaid हर बार दूध के साथ दिया जा सकता है?

नहीं, Colicaid Drops को हर बार दूध के साथ देना जरूरी नहीं है। अगर बच्चा दिन में 6 बार दूध पी रहा है तो हर बार देने से Overdose हो सकता है। इसे आमतौर पर दिन में 3 बार दिया जाता है — दूध पिलाने से पहले, खासकर तब जब बच्चा बार-बार रो रहा हो या पेट फूल रहा हो।


क्या Colicaid Drops से बच्चा नींद में चला जाता है?

Colicaid Drops में ऐसा कोई तत्व नहीं होता जो नींद लाने का काम करता हो। लेकिन गैस और पेट दर्द से राहत मिलने पर बच्चा शांत होता है और उसे प्राकृतिक रूप से नींद आ जाती है। इसलिए कई माता-पिता समझते हैं कि दवा की वजह से बच्चा सो रहा है।


क्या Colicaid Drops से लूज़ मोशन हो सकता है?

सामान्यतः Colicaid Drops से लूज़ मोशन नहीं होता। लेकिन कुछ संवेदनशील बच्चों में साइमेथिकोन या अन्य तेलों के कारण हल्का पतला मल आ सकता है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक रहे या बार-बार हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


बच्चों में गैस और कोलिक में क्या फर्क होता है?

गैस एक सामान्य समस्या है जिसमें डकार, पाद, पेट फूलना होता है। लेकिन Colic एक ऐसी स्थिति है जिसमें बच्चा रोज़ाना कई घंटे तक लगातार रोता है। कोलिक दर्द आमतौर पर शाम या रात में होता है। गैस के साथ बच्चा हल्का रोता है, जबकि कोलिक में रोना तेज़ और कर्कश होता है।


बच्चों में कोलिक के लक्षण क्या हैं?

  • लगातार 3 घंटे से अधिक रोना

  • पेट में सूजन, टाइट महसूस होना

  • बच्चा बार-बार पैर पेट की तरफ मोड़ता है

  • रोते समय चेहरा लाल या पर्पल हो जाना

  • कोई भी शांत करने की कोशिश काम न आना

अगर ये लक्षण नियमित रूप से 3 दिन से ज्यादा और 3 हफ्तों तक रहते हैं, तो इसे कोलिक माना जाता है (इसे 3-3-3 रूल कहा जाता है)।


क्या ओवरफीडिंग से भी कोलिक हो सकता है?

हाँ, यदि बच्चा जरूरत से ज्यादा दूध पी लेता है, तो उसका पाचन तंत्र अधिक दबाव में आ जाता है और वह गैस या अपच का शिकार हो सकता है। इससे कोलिक जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।


शिशु को डकार (Burp) कैसे दिलाएं?

बच्चे को दूध पिलाने के बाद अपने कंधे पर सीधा रखें और उसकी पीठ को हल्के से थपथपाएं। इससे हवा ऊपर आकर डकार के रूप में बाहर निकलती है। यह गैस बनने से रोकता है और Colic से बचाव करता है।


क्या Gripe Water Colic में असर करता है?

Gripe Water कुछ हर्बल तत्वों से बना होता है और कई माता-पिता इसका प्रयोग करते हैं। लेकिन डॉक्टर Colicaid Drops को ज्यादा सुरक्षित और medically approved मानते हैं क्योंकि इसमें गैस तोड़ने वाला तत्व Simethicone मौजूद होता है।


बच्चों के लिए Loose Motion में कौन सी दवा दी जाती है?

Loose motion होने पर सबसे पहले बच्चे को ORS (Oral Rehydration Solution) देना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। इसके अलावा Zinc syrup डॉक्टर द्वारा बताया जाता है। Colicaid Drops लूज़ मोशन की दवा नहीं है।


Colicaid Drops को कितने दिन तक दे सकते हैं?

Colicaid Drops को कुछ दिनों के लिए इस्तेमाल करना सुरक्षित है, खासकर जब तक गैस या कोलिक की समस्या हो। लंबे समय तक इसका नियमित उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह से ही करें।


निष्कर्ष:

Colicaid Drops छोटे बच्चों में गैस, पेट दर्द और मरोड़ से राहत देने के लिए एक सुरक्षित और असरदार दवा है। इसका सही उपयोग, सही मात्रा और सही समय पर देना बेहद जरूरी है। यह दवा बच्चों को आराम, राहत और बेहतर नींद प्रदान करती है, जिससे उनका विकास सही तरीके से हो पाता है।

ध्यान दें: किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।



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