Gastrointestinal Bleeding : कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय, सावधानियाँ

Gastrointestinal Bleeding, जिसे हिंदी में जठरांत्रीय रक्तस्राव कहा जाता है, पाचन तंत्र (Digestive System) के किसी भी हिस्से से खून निकलने की स्थिति है। यह एक गंभीर और कभी-कभी जानलेवा समस्या हो सकती है। यह रक्तस्राव ऊपरी हिस्से (Upper GI tract – जैसे अन्ननली, पेट, ड्योडेनम) या निचले हिस्से (Lower GI tract – जैसे छोटी और बड़ी आंत, मलाशय) से हो सकता है।यह एक संकेत हो सकता है किसी अंदरूनी रोग का, जैसे कि अल्सर, कैंसर, पाइल्स, या आंतों की सूजन। समय पर पहचान और इलाज अत्यंत आवश्यक होता है।









Gastrointestinal Bleeding क्या होता है ? (What is Gastrointestinal Bleeding?)

Gastrointestinal bleeding का अर्थ है पाचन तंत्र की किसी भी अंग जैसे ग्रासनली (Esophagus), आमाशय (Stomach), छोटी आंत (Small intestine), बड़ी आंत (Colon), मलाशय (Rectum) या गुदा (Anus) से खून बहना।
यह स्थिति धीरे-धीरे (Occult bleeding) या अचानक (Overt bleeding) हो सकती है और इसका स्रोत ऊपरी या निचले जठरांत्र मार्ग में होता है।

Gastrointestinal Bleeding कारण (Causes of Gastrointestinal Bleeding):

Upper GI Bleeding (ऊपरी पाचन मार्ग से रक्तस्राव):

  1. Peptic ulcer (पेप्टिक अल्सर) – सबसे आम कारण
  2. Esophageal varices (ग्रासनली की फूली नसें)
  3. Gastritis (गैस्ट्रिक सूजन)
  4. Mallory-Weiss tear – अन्ननली में फटने से
  5. Esophagitis (अन्ननली में सूजन)
  6. Stomach cancer (आमाशय कैंसर)
  7. Hiatal hernia

Lower GI Bleeding (निचले पाचन मार्ग से रक्तस्राव):

  1. Hemorrhoids (बवासीर)
  2. Anal fissures (गुदा फट जाना)
  3. Colorectal cancer (बड़ी आंत का कैंसर)
  4. Diverticulosis (आंतों में छोटे-छोटे उभार)
  5. Inflammatory Bowel Disease – IBD (जैसे Crohn’s disease और Ulcerative colitis)
  6. Angiodysplasia (रक्तवाहिकाओं की खराबी)
  7. Polyps (आंत में गांठें)
  8. Infectious colitis (संक्रमण से सूजन)
  9. Radiation enteritis

Gastrointestinal Bleeding के लक्षण (Symptoms of Gastrointestinal Bleeding):

  • मल में खून आना (Rectal bleeding)
  • काला, टार जैसा मल (Melena)
  • उल्टी में खून (Hematemesis – bright red या coffee-ground जैसी)
  • पेट दर्द या ऐंठन
  • कमजोरी, थकावट और चक्कर
  • साँस फूलना (Anemia के कारण)
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • पीली त्वचा (Paleness)
  • अचानक बेहोशी (Severe blood loss में)
  • भूख न लगना

निदान (Diagnosis of Gastrointestinal Bleeding):

  1. Medical History और Physical Examination
  2. Hemoglobin test (खून की मात्रा जांचने के लिए)
  3. Stool test (Occult blood detection के लिए)
  4. Endoscopy (ऊपरी जीआई ट्रैक्ट का निरीक्षण)
  5. Colonoscopy (बड़ी आंत और मलाशय की जांच)
  6. CT angiography – रक्तस्राव के स्रोत का पता लगाने के लिए
  7. Capsule endoscopy – छोटी आंत की जांच के लिए
  8. Tagged red blood cell scan (Nuclear scan)

Gastrointestinal Bleeding इलाज (Treatment of Gastrointestinal Bleeding):

Emergency management:

  • IV fluids और blood transfusion
  • Oxygen therapy (यदि ज़रूरत हो)
  • Monitor vital signs

Definitive Treatment:

  1. Endoscopic treatment:

    1. Bleeding vessel को cauterize करना
    1. Injection therapy
    1. Hemostatic clips
    1. Band ligation (varices के लिए)
  2. Medications:

    1. Proton pump inhibitors (PPIs) – जैसे Pantoprazole
    1. Octreotide (esophageal varices के लिए)
    1. Antibiotics (संक्रमण की संभावना पर)
  3. Surgery (यदि endoscopy से रोकथाम न हो):

    1. Bleeding ulcer या tumor को हटाना
    1. Bowel resection (कैंसर या बड़ी सूजन की स्थिति में)
  4. Angiographic embolization (रक्तवाहिका को ब्लॉक करना)

Gastrointestinal Bleeding कैसे रोके (Prevention of Gastrointestinal Bleeding):

  • NSAIDs (जैसे Ibuprofen) का लंबे समय तक उपयोग न करें
  • शराब और धूम्रपान से परहेज़ करें
  • संतुलित और फाइबर युक्त आहार लें
  • लीवर, आंत, और पाचन संबंधित रोगों का समय पर इलाज कराएं
  • बवासीर या गुदा फटने जैसी स्थितियों को नज़रअंदाज़ न करें
  • अल्सर की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से PPIs लें
  • नियमित health check-up कराएं यदि लिवर या आंतों की पुरानी बीमारी हो

घरेलू उपाय (Home Remedies for Gastrointestinal Bleeding):

नोट: रक्तस्राव होने पर घरेलू उपाय उपयोगी नहीं हैं। यह आपातकालीन स्थिति है।
लेकिन रिकवरी के दौरान सहायक उपाय:

  1. सादा, हल्का और सुपाच्य भोजन लें
  2. अनार, गाजर और चुकंदर का रस – खून की पूर्ति में सहायक
  3. एलोवेरा जूस (सावधानी से, डॉक्टर से पूछकर)
  4. आंवला, तुलसी और शहद का संयोजन
  5. अदरक, नींबू और पुदीना की चाय – पाचन सुधारने के लिए
  6. पानी का अधिक सेवन करें

सावधानियाँ (Precautions):

  • खून या टार जैसे मल आए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
  • NSAIDs, Aspirin, या Blood thinners डॉक्टर से पूछकर लें
  • पहले से मौजूद पेट, लीवर या आंतों की बीमारियों का पूरा इलाज कराएं
  • कब्ज से बचें, मल को सॉफ्ट बनाए रखें
  • मानसिक तनाव और अत्यधिक शराब से दूर रहें
  • पेट में लगातार दर्द, गैस या भारीपन को अनदेखा न करें

Gastrointestinal Bleeding कैसे पहचाने (How to Identify Gastrointestinal Bleeding?):

  • उल्टी या मल में खून दिखना
  • मल का रंग बहुत काला या टार जैसा होना
  • बार-बार थकावट, चक्कर या कमजोरी महसूस होना
  • पेट में असामान्य दर्द या भारीपन
  • यदि आप लीवर सिरोसिस, अल्सर, या कैंसर के जोखिम में हैं

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

प्रश्न 1: क्या Gastrointestinal Bleeding जानलेवा हो सकती है?
उत्तर: हाँ, अगर समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकती है।

प्रश्न 2: क्या ब्लीडिंग बिना लक्षण के भी हो सकती है?
उत्तर: हाँ, Occult bleeding में लक्षण स्पष्ट नहीं होते और यह केवल stool test या anemia से पता चलती है।

प्रश्न 3: क्या इस स्थिति में घर पर इलाज संभव है?
उत्तर: नहीं, यह आपातकालीन स्थिति होती है और तुरंत चिकित्सकीय हस्तक्षेप आवश्यक है।

प्रश्न 4: क्या यह बार-बार हो सकती है?
उत्तर: हाँ, अगर मूल कारण (जैसे अल्सर, कैंसर या वेरिसीज़) का पूरा इलाज न किया जाए।

प्रश्न 5: क्या बच्चों में भी यह हो सकती है?
उत्तर: हाँ, लेकिन कम मामलों में। बच्चों में आम कारण हो सकते हैं – संक्रमण, पॉलिप या मेकएल डाइवर्टिकुलम।

निष्कर्ष (Conclusion):

Gastrointestinal Bleeding (जठरांत्रीय रक्तस्राव) एक गंभीर रोग संकेत है जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसका कारण पता कर, समय पर इलाज करवाना जीवनरक्षक हो सकता है। यदि आपको उपरोक्त में से कोई भी लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और एंडोस्कोपी या कोलोनोस्कोपी जैसी आवश्यक जांच करवाएं। सही जीवनशैली, जागरूकता और इलाज से आप इस स्थिति से सुरक्षित रह सकते हैं।


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