Chronic Otorrhea (क्रोनिक ओटोरिया) का मतलब होता है कान से लगातार या बार-बार बहने वाला तरल (discharge)। यह स्थिति अक्सर कान के संक्रमण (infection), मध्य कान की बीमारी (middle ear disease) या ईयर ड्रम में छेद (perforated tympanic membrane) के कारण होती है। जब यह स्थिति 6 हफ्तों से अधिक बनी रहती है, तो इसे "Chronic Otorrhea" कहा जाता है।
Chronic Otorrhea क्या होता है ? (What is Chronic Otorrhea?)
क्रोनिक ओटोरिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें कान से लगातार पानी या मवाद निकलता है। यह कान की अंदरूनी संरचना में संक्रमण या डैमेज के कारण होता है और अक्सर क्रॉनिक ओटाइटिस मीडिया (Chronic Otitis Media) से जुड़ा होता है।
Chronic Otorrhea कारण (Causes of Chronic Otorrhea):
- पुराना मध्य कान संक्रमण (Chronic otitis media)
- ईयर ड्रम में छेद (Tympanic membrane perforation)
- कोलेस्टेटोमा (Cholesteatoma – कान की त्वचा का असामान्य विकास)
- कान की हड्डियों में सड़न (Ossicular chain erosion)
- पुराना ट्रॉमा या चोट
- स्विमिंग या पानी में बार-बार जाना
Chronic Otorrhea के लक्षण (Symptoms of Chronic Otorrhea):
- कान से मवाद या तरल पदार्थ का लगातार बहना
- कान में खुजली या जलन
- सुनने की शक्ति में कमी
- कान में बदबूदार स्राव
- सिरदर्द या चक्कर आना (कुछ मामलों में)
- कान में भारीपन या दबाव महसूस होना
Chronic Otorrhea कैसे पहचाने (Diagnosis of Chronic Otorrhea):
- शारीरिक परीक्षण (Physical Examination)
- ओटोस्कोपी (Otoscopy – कान की अंदरूनी जांच)
- श्रवण परीक्षण (Hearing test – Audiometry)
- CT स्कैन या MRI (अगर संक्रमण गहराई तक गया हो)
- Culture टेस्ट (संक्रमण के कारण का पता लगाने के लिए)
Chronic Otorrhea इलाज (Treatment of Chronic Otorrhea):
- एंटीबायोटिक ईयर ड्रॉप्स (Topical antibiotics)
- ओरल एंटीबायोटिक्स (गंभीर मामलों में)
- ईयर क्लीनिंग (Aural toilet) – संक्रमण और मवाद को साफ करना
- सर्जरी (Surgery):
- Tympanoplasty (कान की झिल्ली की मरम्मत)
- Mastoidectomy (मास्टॉइड हड्डी की सर्जरी – यदि संक्रमण फैला हो)
Chronic Otorrhea को कैसे रोके (Prevention Tips):
- कानों को हमेशा सूखा रखें
- तैरते समय कानों में प्लग पहनें
- कान की सफाई सावधानी से करें, खुद न करें
- अगर कान बह रहा है तो समय पर डॉक्टर से दिखाएं
- सर्दी-जुकाम के समय कानों की सुरक्षा करें
घरेलू उपाय (Home Remedies for Chronic Otorrhea):
नोट: घरेलू उपाय तभी अपनाएं जब डॉक्टर से अनुमति हो।
- गर्म सिकाई (Warm compress) – दर्द और सूजन को कम कर सकती है
- लहसुन का तेल (Garlic oil) – एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए (डॉक्टर से पूछकर प्रयोग करें)
- नीम का रस – एंटीसेप्टिक गुण
- टी ट्री ऑयल – सूजन और संक्रमण के लिए (केवल डॉक्टर की सलाह पर प्रयोग करें)
सावधानियाँ (Precautions for Chronic Otorrhea):
- कभी भी बिना सलाह के कान में ड्रॉप न डालें
- कान में चोट या तेज आवाज से बचें
- पानी में कान भिगोने से बचें
- संक्रमण होने पर तुरन्त इलाज करवाएं
- बच्चों में यदि ऐसा हो तो ENT विशेषज्ञ से जांच करवाएं
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्र.1: क्या Chronic Otorrhea गंभीर स्थिति है?
उत्तर: अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह सुनने की क्षमता पर असर डाल सकता है और संक्रमण फैल सकता है।
प्र.2: क्या यह बीमारी बच्चों में आम होती है?
उत्तर: हां, बच्चों में यह अधिक सामान्य है खासकर अगर उन्हें बार-बार कान का संक्रमण होता है।
प्र.3: क्या इसका इलाज पूरी तरह संभव है?
उत्तर: हां, सही समय पर दवाइयों और सर्जरी से इसका इलाज संभव है।
प्र.4: क्या कान से पानी आना हमेशा ओटोरिया का लक्षण होता है?
उत्तर: नहीं, लेकिन अगर लगातार आ रहा हो तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion):
Chronic Otorrhea (क्रोनिक ओटोरिया) एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य स्थिति है। यह कान से लगातार तरल बहाव की समस्या है जो संक्रमण या कान की हड्डियों की गड़बड़ी के कारण होती है। समय पर इलाज, सावधानी और सही देखभाल से इसे रोका और ठीक किया जा सकता है। कानों से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें और विशेषज्ञ से परामर्श लें।