Chronic Thrombocytopenia प्लेटलेट की लगातार कमी – कारण, लक्षण और उपचार

Chronic Thrombocytopenia यानी क्रोनिक थ्रोम्बोसाइटोपीनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में प्लेटलेट्स (thrombocytes) की संख्या लगातार कम बनी रहती है। जब यह कमी 3 महीने से अधिक समय तक बनी रहती है, तो इसे "क्रोनिक" (दीर्घकालिक) कहा जाता है। प्लेटलेट्स शरीर में रक्तस्राव रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए इनकी कमी से अत्यधिक या असामान्य ब्लीडिंग हो सकती है।

Chronic Thrombocytopenia क्या होता है ? (What is Chronic Thrombocytopenia?)

Chronic Thrombocytopenia वह स्थिति है जिसमें रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य (150,000–450,000/μL) से लगातार कम रहती है और यह स्थिति छह महीने या उससे अधिक समय तक बनी रहती है। यह स्वतः हो सकती है या किसी अन्य रोग जैसे इम्यून डिसऑर्डर, लिवर रोग या कैंसर के कारण।

Chronic Thrombocytopenia कारण (Causes of Chronic Thrombocytopenia):

  1. Immune Thrombocytopenia (ITP):
    शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली प्लेटलेट्स पर हमला करती है।

  2. Autoimmune disorders:
    जैसे Lupus, Rheumatoid arthritis

  3. Chronic liver disease:
    स्प्लीन का बढ़ना और प्लेटलेट्स का नष्ट होना

  4. Bone marrow disorders:

    1. Aplastic anemia
    1. Leukemia
    1. Myelodysplastic syndrome
  5. Viral infections:
    HIV, Hepatitis B/C, Dengue (क्रोनिक संक्रमण में)

  6. Certain medications:
    Heparin, chemotherapy drugs

  7. Alcohol abuse:
    बोन मैरो पर असर डालकर प्लेटलेट्स बनना रोक देता है

  8. Genetic disorders:
    जैसे Wiskott–Aldrich syndrome

Chronic Thrombocytopenia के लक्षण (Symptoms of Chronic Thrombocytopenia):

  • त्वचा पर नीले-नीले निशान (Bruising)
  • मामूली चोट पर भी अधिक रक्तस्राव
  • नाक से बार-बार खून आना (Epistaxis)
  • मसूड़ों से खून आना
  • पेशाब या मल में खून
  • महिलाओं में अत्यधिक मासिक धर्म (Menorrhagia)
  • थकान और कमजोरी
  • त्वचा पर छोटे लाल बिंदु (Petechiae)
  • सर्जरी या दांत निकालने पर अधिक खून बहना

कैसे पहचाने (Diagnosis of Chronic Thrombocytopenia):

  1. Complete Blood Count (CBC): प्लेटलेट्स की संख्या का मूल्यांकन
  2. Peripheral Blood Smear: प्लेटलेट्स की बनावट और अन्य रक्त कोशिकाओं का अवलोकन
  3. Bone Marrow biopsy: बोन मैरो की स्थिति जानने के लिए
  4. Liver function tests: लिवर रोग का मूल्यांकन
  5. Immunological tests: ITP या अन्य autoimmune कारणों की जांच
  6. HIV, Hepatitis B/C टेस्ट

Chronic Thrombocytopenia इलाज (Treatment of Chronic Thrombocytopenia):

1. अगर लक्षण हल्के हैं:

  • केवल निगरानी और नियमित जांच की जरूरत होती है।

2. Medications (दवाएं):

  • Steroids (जैसे Prednisone): इम्यून सिस्टम को दबाने के लिए
  • IVIG (Intravenous Immunoglobulin): प्लेटलेट नष्ट होने से रोकने के लिए
  • Thrombopoietin receptor agonists (Eltrombopag, Romiplostim): प्लेटलेट उत्पादन बढ़ाने के लिए
  • Immunosuppressants (Rituximab)

3. Surgical treatment:

  • Splenectomy (प्लीहा को निकालना): यदि दवाओं से राहत न मिले

4. Platelet transfusion:

  • जब प्लेटलेट्स बहुत कम हों और रक्तस्राव हो रहा हो

5. Treat underlying cause:

  • यदि यह किसी अन्य रोग जैसे लिवर डिजीज, ल्यूकेमिया या वायरल संक्रमण से जुड़ा हो

कैसे रोके Chronic Thrombocytopenia को (Prevention Tips):

  • संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कराएं
  • बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें
  • एल्कोहल और स्मोकिंग से दूर रहें
  • रक्त में प्लेटलेट्स कम करने वाली दवाओं (जैसे NSAIDs) से बचें
  • हरे पत्तेदार सब्जियाँ, अनार, चुकंदर का सेवन करें
  • प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ (जैसे पपीते के पत्तों का रस) अपनाएं

घरेलू उपाय (Home Remedies for Chronic Thrombocytopenia):

यह केवल सहायक हैं, मुख्य चिकित्सा का विकल्प नहीं:

  • पपीते के पत्तों का रस: प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार
  • गिलोय (Tinospora cordifolia): इम्यून सिस्टम मजबूत करता है
  • अनार और चुकंदर का जूस: खून की गुणवत्ता सुधारता है
  • एलोवेरा जूस: सूजन और इम्यून बूस्टिंग में मदद
  • अश्वगंधा: तनाव कम कर प्लेटलेट गिरने से रोकता है

सावधानियाँ (Precautions):

  • खून पतला करने वाली दवाएं (Aspirin, Ibuprofen) से बचें
  • रक्तस्राव के जोखिम से बचें – ब्लेड से शेविंग, कांटे, नुकीली चीजें न प्रयोग करें
  • दांत की सफाई करते समय सॉफ्ट ब्रश का उपयोग करें
  • चोट लगने पर तुरंत प्राथमिक उपचार करें
  • नियमित रूप से प्लेटलेट काउंट की जांच कराते रहें
  • डॉक्टर की सलाह के बिना सप्लीमेंट या हर्बल उत्पाद न लें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

Q1. क्या Chronic Thrombocytopenia जानलेवा है?
A: अगर गंभीर ब्लीडिंग हो या इलाज न हो तो यह खतरनाक हो सकता है, लेकिन नियंत्रित किया जा सकता है।

Q2. क्या यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है?
A: कुछ मामलों में हां, जैसे ITP में स्प्लेनक्टोमी या सही दवाओं से लंबे समय तक राहत मिल सकती है।

Q3. क्या प्लेटलेट्स की संख्या हमेशा कम बनी रहती है?
A: नहीं, कुछ मामलों में दवाओं या उपचार के बाद संख्या सामान्य हो सकती है।

Q4. क्या इस रोग में व्यायाम कर सकते हैं?
A: हल्की फिजिकल एक्टिविटी ठीक है, लेकिन कोई भी ऐसा व्यायाम जिसमें चोट लगने की संभावना हो, उससे बचना चाहिए।

Q5. क्या यह रोग बच्चों में भी हो सकता है?
A: हां, खासकर Immune Thrombocytopenia बच्चों में भी पाया जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Chronic Thrombocytopenia एक गंभीर लेकिन नियंत्रण योग्य रक्त विकार है। इसका जल्दी पहचान और सही इलाज बहुत जरूरी है, ताकि ब्लीडिंग जैसे जोखिमों से बचा जा सके। संतुलित आहार, नियमित जांच और डॉक्टर के निर्देशों का पालन इस रोग को नियंत्रित करने की कुंजी है। यदि लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत हेमेटोलॉजिस्ट से परामर्श करें।


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