Compartment Syndrome (कंपार्टमेंट सिंड्रोम) एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसमें शरीर के किसी अंग (अक्सर हाथ या पैर) की मांसपेशियों, नसों और रक्त वाहिकाओं को घेरे हुए बंद स्थान, जिसे कंपार्टमेंट कहा जाता है, में दबाव बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है। इससे रक्त प्रवाह रुक सकता है, जिससे मांसपेशियों और तंतुओं को नुकसान पहुंचता है। समय पर इलाज न मिलने पर अंग काटने की स्थिति या जान का खतरा भी हो सकता है।
Compartment Syndrome क्या होता है ? (What is Compartment Syndrome?)
शरीर में मांसपेशियां फेशिया (fascia) नामक झिल्ली से घिरी होती हैं, जो लचीली नहीं होती। किसी चोट, सूजन या रक्तस्राव की वजह से यदि उस हिस्से में दबाव बहुत बढ़ जाए, तो यह रक्त संचार को रोक देता है, जिससे उस हिस्से में ऑक्सीजन की कमी और ऊतक मृत्यु हो सकती है।
Compartment Syndrome प्रकार (Types)
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Acute Compartment Syndrome (तीव्र)
- अचानक चोट, फ्रैक्चर या दुर्घटना के बाद होता है
- मेडिकल इमरजेंसी है
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Chronic Compartment Syndrome (जीर्ण / एक्सर्शनल)
- एथलीट्स या दौड़ने वालों में व्यायाम के दौरान होता है
- व्यायाम से जुड़ा दर्द, जो आराम करने से ठीक हो जाता है
Compartment Syndrome कारण (Causes)
तीव्र कंपार्टमेंट सिंड्रोम के कारण:
- फ्रैक्चर (हड्डी टूटना)
- मांसपेशी चोट या कुचले जाने की चोट
- टाइट पट्टी या प्लास्टर
- रक्तस्राव या नस फट जाना
- बर्न इंजरी (जलन)
- एंटीकोआगुलेंट दवाओं के कारण ब्लीडिंग
जीर्ण कंपार्टमेंट सिंड्रोम के कारण:
- बार-बार दौड़ना या अधिक व्यायाम
- मांसपेशी पर अत्यधिक दबाव
- दौड़ने या वेटलिफ्टिंग के दौरान बार-बार दर्द
Compartment Syndrome लक्षण (Symptoms)
तीव्र कंपार्टमेंट सिंड्रोम:
- अत्यधिक तेज़ दर्द जो दवा से भी नहीं जाता
- उस हिस्से को छूने या हिलाने पर दर्द बढ़ना
- सुन्नपन या झुनझुनी
- रंग फीका पड़ना या ठंडा पड़ना
- अंग की कमजोरी या हिलाने में कठिनाई
- अंग में सूजन और कठोरता
"6 P's" याद रखें:
Pain, Pallor, Pulselessness, Paresthesia, Paralysis, Pressure
जीर्ण कंपार्टमेंट सिंड्रोम:
- व्यायाम के दौरान दर्द या भारीपन
- सुन्नता या जलन
- आराम के बाद ठीक हो जाना
- बार-बार व्यायाम के साथ लक्षण लौट आना
निदान (Diagnosis)
- शारीरिक परीक्षण (Physical exam) – डॉक्टर द्वारा लक्षणों की जांच
- इंट्राकंपार्टमेंटल प्रेशर मापन – दबाव को विशेष यंत्र से मापा जाता है
- MRI या अल्ट्रासाउंड (Chronic cases में)
- ब्लड टेस्ट (CPK, Myoglobin) – मांसपेशियों को हुए नुकसान की जांच
Compartment Syndrome इलाज (Treatment)
तीव्र कंपार्टमेंट सिंड्रोम:
- Fasciotomy Surgery – दबाव कम करने के लिए मांसपेशियों को घेरे फैशिया को काटा जाता है
- कसकर बंधी पट्टी या कास्ट हटाना
- अगर देरी हो जाए, तो अंग काटना (Amputation) ज़रूरी हो सकता है
जीर्ण कंपार्टमेंट सिंड्रोम:
- व्यायाम में बदलाव
- फिजियोथेरेपी
- दर्द कम करने वाली दवाएं
- Elective Fasciotomy यदि कष्ट अधिक हो
घरेलू देखभाल (Home Care – केवल Chronic के लिए)
- हल्का व्यायाम और स्ट्रेचिंग
- बर्फ की सिंकाई
- टाइट जूते या कपड़े पहनने से बचें
- व्यायाम के बाद पर्याप्त आराम
- व्यायाम से पहले वार्मअप ज़रूरी
Acute Compartment Syndrome में घरेलू उपाय न करें – तुरंत अस्पताल जाएं।
सावधानियाँ (Precautions)
- चोट लगने के बाद अंग की सूजन, रंग, दर्द और गतिविधि पर नज़र रखें
- प्लास्टर या कास्ट कसकर न बांधें
- यदि दर्द असहनीय हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
- दौड़ या व्यायाम के बाद बार-बार दर्द हो तो चिकित्सक से मिलें
रोकथाम (Prevention)
- चोट के बाद उचित इलाज लें
- नियमित व्यायाम करें लेकिन धीरे-धीरे बढ़ाएं
- सही जूते और कपड़े पहनें
- तंग पट्टियों या प्लास्टर से बचें
- पानी की कमी से बचें – हाइड्रेशन ज़रूरी है
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या Compartment Syndrome जानलेवा है?
उत्तर: हां, तीव्र रूप में इलाज में देरी से अंग काटना पड़ सकता है या जान को खतरा हो सकता है।
प्रश्न 2: क्या यह सिर्फ पैरों में होता है?
उत्तर: नहीं, यह हाथ, जांघ, पिंडली या किसी भी मांसपेशीय भाग में हो सकता है।
प्रश्न 3: क्या Chronic Compartment Syndrome सर्जरी के बिना ठीक हो सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में व्यायाम परिवर्तन और फिजियोथेरेपी से राहत मिल सकती है।
प्रश्न 4: क्या यह आम लोगों में होता है या सिर्फ खिलाड़ियों में?
उत्तर: तीव्र रूप किसी को भी चोट या फ्रैक्चर के बाद हो सकता है, लेकिन जीर्ण रूप अधिकतर एथलीट्स में देखा जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Compartment Syndrome एक गंभीर स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। तीव्र मामलों में त्वरित सर्जरी जीवन और अंग दोनों को बचा सकती है, जबकि जीर्ण मामलों में समय पर निदान और जीवनशैली में बदलाव से समस्या को काबू में रखा जा सकता है। शरीर के किसी भी हिस्से में असहनीय दर्द, सूजन या सुन्नता को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।