ACTH Stimulation Test (ACTH उत्तेजना परीक्षण) एक विशेष रक्त परीक्षण है जिसका उपयोग एड्रिनल ग्रंथि (Adrenal Gland) की कार्यक्षमता जांचने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण यह पता लगाने में मदद करता है कि शरीर में एड्रिनल ग्रंथि उचित मात्रा में कॉर्टिसोल (Cortisol) बना रही है या नहीं। इस जांच का उपयोग एड्रिनल इंसुफिशिएंसी (Adrenal Insufficiency) जैसे विकारों की पुष्टि में किया जाता है, जैसे कि एडिसन डिजीज (Addison's Disease)।
ACTH Stimulation Test क्या होता है (What is ACTH Stimulation Test):
ACTH का पूरा नाम है Adrenocorticotropic Hormone। यह हार्मोन पिट्यूटरी ग्रंथि (pituitary gland) से निकलता है और एड्रिनल ग्रंथि को कॉर्टिसोल उत्पादन के लिए उत्तेजित करता है।
इस परीक्षण में सिंथेटिक ACTH (Cosyntropin) इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है और इसके बाद शरीर द्वारा उत्पन्न कॉर्टिसोल के स्तर को मापा जाता है। अगर एड्रिनल ग्रंथि स्वस्थ है, तो कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। अगर यह ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर रही, तो कॉर्टिसोल का स्तर कम रहता है।
ACTH Stimulation Test क्यों किया जाता है (Causes / Indications):
- एड्रिनल इंसुफिशिएंसी (Adrenal Insufficiency) की जांच के लिए
- एडिसन डिजीज (Addison’s Disease) की पुष्टि
- सेकंडरी एड्रिनल इंसुफिशिएंसी (Secondary Adrenal Insufficiency)
- कॉर्टिसोल प्रोडक्शन का मूल्यांकन
- लंबे समय तक स्टेरॉइड उपयोग के बाद हॉर्मोन की स्थिति का आकलन
ACTH Stimulation Test के लक्षण (Symptoms of Adrenal Insufficiency):
- अत्यधिक थकान
- वजन कम होना
- मांसपेशियों में कमजोरी
- भूख न लगना
- कम रक्तचाप (Low blood pressure)
- चक्कर आना
- पेट दर्द
- त्वचा का रंग गहरा होना (Hyperpigmentation – एडिसन डिजीज में)
- नमक की तीव्र इच्छा
टेस्ट की प्रक्रिया (Test Procedure):
- रोगी को सुबह खाली पेट लाया जाता है।
- शुरुआत में एक रक्त का नमूना लिया जाता है जिससे बेसलाइन कॉर्टिसोल स्तर मापा जाता है।
- फिर Cosyntropin नामक सिंथेटिक ACTH इंजेक्शन दिया जाता है।
- इसके बाद 30 मिनट और 60 मिनट पर रक्त के नमूने लिए जाते हैं।
- कॉर्टिसोल स्तर को इन नमूनों में मापा जाता है और तुलना की जाती है।
परिणाम की व्याख्या (Results Interpretation):
- 20 mcg/dL या उससे अधिक का कॉर्टिसोल स्तर सामान्य प्रतिक्रिया माना जाता है।
- अगर कॉर्टिसोल का स्तर नहीं बढ़ता, तो यह एड्रिनल ग्रंथि की कमजोरी का संकेत हो सकता है।
- डॉक्टर परिणाम के अनुसार प्राइमरी या सेकंडरी एड्रिनल इंसुफिशिएंसी का निर्धारण करते हैं।
ACTH Stimulation Test कैसे रोके (Prevention):
ACTH Stimulation Test से जुड़ी बीमारियाँ (जैसे एड्रिनल इंसुफिशिएंसी) सामान्यतः अनुवांशिक या ऑटोइम्यून होती हैं, इसलिए इन्हें पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन आप निम्नलिखित सावधानियाँ अपनाकर जोखिम कम कर सकते हैं:
- स्टेरॉइड दवाओं का सही और सीमित उपयोग
- संक्रमणों से बचाव
- तनाव प्रबंधन
- नियमित स्वास्थ्य जांच
घरेलू उपाय (Home Remedies):
एड्रिनल इंसुफिशिएंसी जैसे रोगों का इलाज केवल डॉक्टर की देखरेख में ही संभव है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय रोगी की स्थिति को बेहतर बना सकते हैं:
- संतुलित आहार लेना
- नमक की उचित मात्रा बनाए रखना
- भरपूर पानी पीना
- कैफीन और अल्कोहल से परहेज
- योग और ध्यान के माध्यम से तनाव कम करना
सावधानियाँ (Precautions):
- टेस्ट से पहले किसी भी दवा या स्टेरॉइड सेवन की जानकारी डॉक्टर को दें
- टेस्ट से एक दिन पहले भारी भोजन या शराब से परहेज करें
- अगर आपको हार्ट डिजीज या दूसरी गंभीर बीमारी है, तो डॉक्टर को जरूर बताएं
- टेस्ट के दौरान धैर्य और आराम की स्थिति बनाए रखें
ACTH Stimulation Test कैसे पहचाने (Diagnosis):
- लक्षणों के आधार पर डॉक्टर ACTH Stimulation Test कराने की सलाह देते हैं
- इसके अलावा निम्न जांचें भी की जा सकती हैं:
- Serum Cortisol Level
- Plasma ACTH Level
- Electrolyte Panel
- Imaging Test (CT / MRI for adrenal or pituitary gland)
ACTH Stimulation Test इलाज (Treatment):
अगर ACTH Stimulation Test से यह पुष्टि होती है कि व्यक्ति को एड्रिनल इंसुफिशिएंसी है, तो इसका इलाज किया जाता है:
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड रिप्लेसमेंट थेरेपी (Hydrocortisone, Prednisone, आदि)
- एड्रिनल क्राइसिस की स्थिति में IV फ्लूड और स्टेरॉइड
- डेली डोज और इमरजेंसी स्टेरॉइड इंजेक्शन
- समय-समय पर फॉलो-अप टेस्ट
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):
Q1. क्या ACTH Stimulation Test दर्दनाक होता है?
यह एक साधारण ब्लड टेस्ट है जिसमें मामूली चुभन हो सकती है, लेकिन यह दर्दनाक नहीं होता।
Q2. क्या यह टेस्ट बच्चों में किया जा सकता है?
हाँ, यह बच्चों और वयस्कों दोनों में सुरक्षित रूप से किया जा सकता है।
Q3. क्या ACTH टेस्ट के लिए किसी विशेष तैयारी की आवश्यकता होती है?
अधिकतर मामलों में, आपको खाली पेट आना होता है और कुछ दवाएं रोकनी पड़ सकती हैं।
Q4. क्या इस टेस्ट के साइड इफेक्ट हैं?
यह एक सुरक्षित टेस्ट है, लेकिन कभी-कभी इंजेक्शन के बाद हल्का चक्कर या थकावट महसूस हो सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
ACTH Stimulation Test एक महत्वपूर्ण जांच है जो एड्रिनल ग्रंथियों की कार्यक्षमता को मापता है। यह सिस्टेमिक थकान, कमजोरी और अन्य गंभीर लक्षणों के पीछे छिपी हार्मोनल कमी की पुष्टि में सहायक होता है। समय रहते निदान और सही उपचार से रोगी सामान्य जीवन जी सकता है।