Khushveer Choudhary

Anemia of Chronic Disease – कारण, लक्षण, उपचार और रोकथाम

एनीमिया ऑफ क्रॉनिक डिजीज (Anemia of Chronic Disease) एक प्रकार का एनीमिया है जो लंबे समय से चल रही किसी क्रॉनिक बीमारी जैसे संक्रमण, सूजन, ऑटोइम्यून रोग या कैंसर के कारण होता है। इसमें शरीर में पर्याप्त आयरन मौजूद होने के बावजूद लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का निर्माण ठीक से नहीं हो पाता। यह स्थिति आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होती है और मरीज को थकान, कमजोरी और कार्यक्षमता में कमी महसूस होती है।









Anemia of Chronic Disease क्या होता है (What is Anemia of Chronic Disease)

इस स्थिति में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन के कारण शरीर में हेप्सिडिन (Hepcidin) नामक प्रोटीन का स्तर बढ़ जाता है, जो आयरन को स्टोर से रिलीज़ होने से रोकता है। इसके परिणामस्वरूप बोन मैरो (Bone Marrow) को पर्याप्त आयरन नहीं मिल पाता और हीमोग्लोबिन का निर्माण घट जाता है।

Anemia of Chronic Disease कारण (Causes of Anemia of Chronic Disease)

  1. क्रॉनिक संक्रमण (Chronic Infections) – जैसे ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis), एचआईवी (HIV)
  2. ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune Diseases) – जैसे रूमेटॉयड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis), ल्यूपस (Lupus)
  3. क्रॉनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease)
  4. कैंसर (Cancer) – विशेष रूप से बोन मैरो और रक्त से संबंधित कैंसर
  5. क्रॉनिक सूजन (Chronic Inflammation) – लंबे समय से चल रही सूजन की स्थिति

Anemia of Chronic Disease के लक्षण (Symptoms of Anemia of Chronic Disease)

  1. लगातार थकान और कमजोरी
  2. सांस लेने में तकलीफ (Breathlessness)
  3. चक्कर आना (Dizziness)
  4. त्वचा का पीला पड़ना (Pallor)
  5. दिल की धड़कन तेज होना (Palpitations)
  6. कार्यक्षमता में कमी
  7. हल्का सिर दर्द

Anemia of Chronic Disease कैसे पहचाने (Diagnosis)

  1. ब्लड टेस्ट (Blood Test) – हीमोग्लोबिन, हेमाटोक्रिट, सीरम आयरन
  2. फेरिटिन लेवल (Ferritin Level) – सामान्य या बढ़ा हुआ
  3. ट्रांसफेरिन सैचुरेशन (Transferrin Saturation) – कम
  4. सी-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) और ESR – सूजन का पता लगाने के लिए
  5. अंडरलाइन डिजीज की जांच – जैसे किडनी फंक्शन टेस्ट, ऑटोइम्यून प्रोफाइल

Anemia of Chronic Disease इलाज (Treatment)

  1. मूल कारण का इलाज – जैसे संक्रमण या ऑटोइम्यून रोग का उपचार
  2. सूजन नियंत्रित करना – दवाओं और जीवनशैली बदलाव से
  3. एरिथ्रोपोइटिन थेरेपी (Erythropoietin Therapy) – खासकर किडनी रोग के मरीजों में
  4. आयरन सप्लीमेंट – केवल तभी जब आयरन की कमी भी हो
  5. पोषक आहार – आयरन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड से भरपूर भोजन

Anemia of Chronic Disease कैसे रोके (Prevention)

  1. क्रॉनिक बीमारियों का समय पर इलाज
  2. संतुलित और पोषक आहार
  3. संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता
  4. नियमित स्वास्थ्य जांच
  5. पर्याप्त पानी और आराम

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  1. हरी पत्तेदार सब्जियां – पालक, मेथी
  2. आयरन से भरपूर फल – अनार, खजूर
  3. विटामिन C युक्त आहार – नींबू, आंवला
  4. दाल और बीन्स – मसूर, राजमा
  5. नियमित हल्की कसरत – शरीर में ऑक्सीजन लेवल बनाए रखने के लिए

सावधानियां (Precautions)

  1. आयरन सप्लीमेंट बिना डॉक्टर की सलाह के न लें
  2. अचानक कमजोरी या चक्कर आने पर तुरंत जांच कराएं
  3. किडनी या ऑटोइम्यून रोग के मरीज नियमित फॉलो-अप कराएं
  4. हाई-फैट और जंक फूड से बचें

FAQs

प्र. क्या एनीमिया ऑफ क्रॉनिक डिजीज और आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया एक जैसे हैं?
नहीं, एनीमिया ऑफ क्रॉनिक डिजीज में आयरन शरीर में मौजूद होता है लेकिन उसका उपयोग नहीं हो पाता।

प्र. क्या यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है?
हाँ, अगर मूल कारण का सही और समय पर इलाज हो जाए तो स्थिति सुधर सकती है।

प्र. क्या आयरन टैबलेट हमेशा जरूरी होती हैं?
नहीं, केवल आयरन की कमी होने पर ही दी जाती हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

एनीमिया ऑफ क्रॉनिक डिजीज एक ऐसी स्थिति है जो लंबे समय से चल रही बीमारियों के कारण होती है और इसमें शरीर आयरन का सही उपयोग नहीं कर पाता। इसका मुख्य उपचार मूल कारण का इलाज और सूजन को नियंत्रित करना है। समय पर निदान और उपचार से मरीज की जीवन गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है।


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