ड्रग एलर्जी (Drug Allergy) एक प्रतिरक्षा तंत्र (immune system) की प्रतिक्रिया होती है जब शरीर किसी दवा (medicine) को हानिकारक समझकर उस पर प्रतिक्रिया देने लगता है। यह एलर्जी हल्की से लेकर जानलेवा (life-threatening) भी हो सकती है।
ड्रग एलर्जी क्या होता है ? (What is Drug Allergy):
जब कोई दवा शरीर के लिए पराई वस्तु (foreign substance) की तरह व्यवहार करती है और इम्यून सिस्टम उस पर प्रतिक्रिया करता है, तो उसे ड्रग एलर्जी कहा जाता है। यह प्रतिक्रिया त्वचा, श्वसन तंत्र, पाचन तंत्र या पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है।
ड्रग एलर्जी के कारण (Causes of Drug Allergy):
- दवाइयों से एलर्जिक इतिहास होना
- अधिक मात्रा में दवाओं का सेवन
- पहले से किसी प्रकार की एलर्जी (खाद्य, धूल, पराग आदि) होना
- लंबे समय तक एक ही दवा का उपयोग
- दवाओं का बार-बार बदलना
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना (जैसे एचआईवी/AIDS या कैंसर रोगियों में)
ड्रग एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Drug Allergy):
- त्वचा पर लाल चकत्ते (Rash)
- खुजली (Itching)
- पित्ती (Hives)
- बुखार
- चेहरे, होठों या जीभ की सूजन
- सांस लेने में कठिनाई
- खांसी या घरघराहट
- आंखों में पानी या सूजन
- मिचली और उल्टी
- एनेफाइलेक्सिस (Anaphylaxis) – जानलेवा एलर्जिक रिएक्शन जिसमें ब्लड प्रेशर तेजी से गिरता है, बेहोशी और मृत्यु तक हो सकती है
ड्रग एलर्जी का इलाज (Treatment of Drug Allergy):
- एलर्जी वाली दवा तुरंत बंद करें
- एंटीहिस्टामीन (Antihistamines) का उपयोग
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) से सूजन और रैश में राहत
- एपिनेफ्रिन (Epinephrine Injection) – एनेफाइलेक्सिस के मामलों में
- डॉक्टर की निगरानी में अस्पताल में भर्ती
- एलर्जी टेस्टिंग (Skin test, Blood test)
- भविष्य में उस दवा से परहेज़
ड्रग एलर्जी से बचाव (Prevention of Drug Allergy):
- डॉक्टर को अपनी एलर्जी का इतिहास बताएं
- हर बार दवा लेते समय नाम और घटक पढ़ें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें
- दवा कार्ड रखें जिसमें आपकी एलर्जी दवाएं लिखी हों
- मेडिकल आईडी ब्रेसलेट पहनें (यदि एलर्जी गंभीर हो)
घरेलू उपाय (Home Remedies for Drug Allergy):
ड्रग एलर्जी में घरेलू उपाय तभी अपनाएं जब एलर्जी हल्की हो और जानलेवा न हो:
- एलोवेरा जेल – त्वचा की एलर्जी में राहत
- ठंडी सेक (Cold Compress) – खुजली और सूजन कम करने के लिए
- बेसन और दही का लेप – त्वचा पर चकत्तों के लिए
- नीम की पत्तियों का उबला पानी – नहाने के लिए
- हल्दी वाला दूध – आंतरिक सूजन में सहायता (हल्के लक्षणों में)
नोट: गंभीर एलर्जी में घरेलू उपाय न करें, तुरंत मेडिकल सहायता लें।
सावधानियाँ (Precautions):
- डॉक्टर से पूछकर ही दवा लें
- एक ही दवा बार-बार बिना जरूरत के न लें
- बच्चों को दवा देने से पहले पर्ची पढ़ें
- पहले से एलर्जिक दवाओं की सूची बनाकर रखें
- नए लक्षण दिखने पर तुरंत दवा बंद करें और डॉक्टर से मिलें
कैसे पहचाने कि ड्रग एलर्जी है? (Diagnosis of Drug Allergy):
- लक्षण दवा लेने के कुछ समय बाद दिखें
- डॉक्टर द्वारा एलर्जी टेस्ट (Allergy Skin Test) या ब्लड टेस्ट (IgE) किया जाता है
- मेडिकल इतिहास के आधार पर पहचान
- दवा बंद करने पर लक्षणों का कम होना
- Provocation Test (डॉक्टर की निगरानी में) किया जाता है
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
Q. कौन-सी दवाएं सबसे ज्यादा एलर्जी करती हैं?
A. पेनिसिलिन (Penicillin), सल्फा ड्रग्स (Sulfa drugs), एंटीबायोटिक्स, एंटीसीज़र ड्रग्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAIDs) आदि।
Q. क्या एक ही दवा से बार-बार एलर्जी हो सकती है?
A. हाँ, और हर बार लक्षण पहले से अधिक गंभीर हो सकते हैं।
Q. क्या ड्रग एलर्जी का कोई परमानेंट इलाज है?
A. नहीं, लेकिन दवा से बचाव और एलर्जी की स्थिति में उचित इलाज से जीवन सुरक्षित रहता है।
Q. क्या एलर्जी हर बार दवा लेने पर तुरंत होती है?
A. नहीं, पहली बार के बाद शरीर में संवेदनशीलता बनने पर अगली बार अधिक प्रतिक्रिया हो सकती है।
Q. क्या बच्चों को भी ड्रग एलर्जी हो सकती है?
A. हाँ, और अधिक निगरानी की आवश्यकता होती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
ड्रग एलर्जी एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता से इसे रोका जा सकता है। अगर आपको किसी दवा से एलर्जी है, तो डॉक्टर को पहले ही सूचित करें और बिना सलाह के दवा न लें। समय पर पहचान और इलाज से जान बचाई जा सकती है। एलर्जी के प्रति जागरूक रहना ही सबसे अच्छा बचाव है।