Khushveer Choudhary

Kawasaki Syndrome कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

कावासाकी सिंड्रोम (Kawasaki Syndrome) या Kawasaki Disease एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बाल रोग (rare childhood illness) है,

जो शरीर की मध्यम आकार की रक्त वाहिकाओं (medium-sized blood vessels) में सूजन (inflammation) पैदा करता है।

यह रोग मुख्य रूप से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है और दिल की धमनियों (coronary arteries) को नुकसान पहुँचा सकता है।
इसीलिए इसे मल्टी-सिस्टम वेस्कुलाइटिस (multi-system vasculitis) भी कहा जाता है।

इस रोग का पहला वर्णन जापानी बाल रोग विशेषज्ञ Dr. Tomisaku Kawasaki ने 1967 में किया था,
जिसके नाम पर इस रोग का नाम रखा गया है।

Kawasaki Syndrome क्या है (What is Kawasaki Syndrome)?

Kawasaki Disease एक Autoimmune Vasculitis है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली (immune system) गलती से रक्त वाहिकाओं पर हमला करती है।
इससे पूरे शरीर में सूजन, बुखार और त्वचा पर चकत्ते हो जाते हैं।

यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह हृदय की धमनियों में एन्यूरिज्म (aneurysm) या दिल का दौरा (heart attack) जैसे खतरे पैदा कर सकता है।

Kawasaki Syndrome कारण (Causes of Kawasaki Syndrome)

Kawasaki रोग का सटीक कारण अभी तक पूरी तरह ज्ञात नहीं है,
लेकिन वैज्ञानिकों ने कुछ संभावित कारक बताए हैं:

  1. संक्रमण (Infection):

    1. कुछ वायरस या बैक्टीरिया (जैसे Streptococcus, Staphylococcus) इस रोग को ट्रिगर कर सकते हैं।
  2. आनुवंशिक कारण (Genetic Factors):

    1. जिन बच्चों के परिवार में पहले यह रोग हुआ हो, उनमें इसका खतरा थोड़ा अधिक होता है।
  3. Autoimmune प्रतिक्रिया:

    1. शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपनी ही रक्त वाहिकाओं पर हमला करती है।
  4. पर्यावरणीय कारण:

    1. कुछ प्रदूषक या विषैले तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं।

Kawasaki Syndrome लक्षण (Symptoms of Kawasaki Syndrome)

रोग के लक्षण तीन चरणों में विकसित होते हैं —
(1) तीव्र (acute), (2) उपतीव्र (sub-acute) और (3) स्वस्थ होने का चरण (convalescent phase)

पहला चरण (Acute Phase):

  1. लगातार बुखार (Fever) – 5 दिन या अधिक समय तक
  2. त्वचा पर लाल चकत्ते (Skin Rash)
  3. आँखों में लाली (Red Eyes / Conjunctivitis)
  4. होंठ सूखे, फटे या लाल (Dry, cracked lips)
  5. जीभ लाल और उभरी हुई (Strawberry tongue)
  6. गले में सूजन या दर्द (Sore throat)
  7. हाथ और पैरों में सूजन (Swelling of hands and feet)

दूसरा चरण (Sub-acute Phase):

  1. त्वचा छिलना (Peeling skin) – खासकर उंगलियों के सिरे पर
  2. जोड़ों में दर्द (Joint pain)
  3. उल्टी या दस्त (Vomiting or Diarrhea)
  4. हृदय संबंधी समस्याएँ (Heart issues) – जैसे कोरोनरी आर्टरी में सूजन

तीसरा चरण (Convalescent Phase):

  1. बुखार और सूजन धीरे-धीरे कम होना
  2. थकान और कमजोरी बनी रहना

Kawasaki Syndrome कैसे पहचाने (Diagnosis of Kawasaki Disease)

Kawasaki Disease का कोई एक निश्चित टेस्ट नहीं होता,
बल्कि लक्षणों और कुछ जांचों के आधार पर निदान किया जाता है।

मुख्य जांचें (Diagnostic Tests):

  1. रक्त परीक्षण (Blood test):
    1. White blood cells, ESR, CRP के स्तर बढ़े हुए मिलते हैं।
  2. Echocardiography (ईकोकार्डियोग्राफी):
    1. दिल की धमनियों में सूजन या एन्यूरिज्म की जांच।
  3. ECG (Electrocardiogram):
    1. हृदय की धड़कन में बदलाव की पहचान।
  4. Urine test:
    1. सूजन या संक्रमण के संकेत।

यदि बच्चे को 5 दिनों से अधिक बुखार और ऊपर बताए गए लक्षण हों, तो तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Kawasaki Syndrome इलाज (Treatment of Kawasaki Syndrome)

Kawasaki रोग का इलाज समय पर किया जाए तो अधिकतर बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं
उद्देश्य है — सूजन को कम करना और दिल की धमनियों की सुरक्षा करना।

1. Intravenous Immunoglobulin (IVIG):

  • यह प्रमुख उपचार है।
  • इसे नसों के माध्यम से (IV drip) दिया जाता है और यह सूजन घटाता है।

2. Aspirin Therapy:

  • बुखार और सूजन कम करने में मदद करता है।
  • यह खून को पतला करता है ताकि दिल की धमनियों में थक्का न बने।

3. Corticosteroids:

  • यदि IVIG असर न करे तो सूजन कम करने के लिए दिया जा सकता है।

4. हृदय निगरानी (Cardiac Monitoring):

  • नियमित Echocardiogram से दिल की स्थिति पर नज़र रखी जाती है।

5. सहायक उपचार:

  • पर्याप्त तरल पदार्थ देना
  • आराम और पौष्टिक आहार

घरेलू उपाय (Home Care & Lifestyle Tips):

ये उपाय डॉक्टर के इलाज के साथ-साथ सहायक हो सकते हैं।

  • बच्चे को पूरा आराम दें।
  • पानी और तरल पदार्थ अधिक पिलाएँ।
  • हल्का और पौष्टिक भोजन दें।
  • बुखार के दौरान नहलाने से बचें यदि शरीर बहुत गर्म हो।
  • डॉक्टर द्वारा दी गई दवा पूरी करें, बीच में न रोकें।

सावधानियाँ (Precautions):

  • बुखार 5 दिन से अधिक रहे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
  • बच्चे की दिल की जांच (Echo) नियमित करवाएँ।
  • Aspirin दवा केवल डॉक्टर की निगरानी में दें।
  • भविष्य में चिकनपॉक्स या फ्लू वैक्सीन लेते समय डॉक्टर को बताएँ, क्योंकि Aspirin के साथ यह खतरनाक हो सकता है।

जटिलताएँ (Complications):

यदि समय पर इलाज न हो तो Kawasaki Disease से निम्न जटिलताएँ हो सकती हैं:

  • Coronary Artery Aneurysm
  • Myocarditis (हृदय की सूजन)
  • Heart Attack (दिल का दौरा)
  • Pericarditis (हृदय आवरण की सूजन)
  • लंबे समय तक जोड़ों का दर्द

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

Q1. क्या Kawasaki Disease संक्रामक है?
A. नहीं, यह किसी संक्रमण से फैलता नहीं है।

Q2. क्या यह रोग केवल बच्चों को होता है?
A. हाँ, ज़्यादातर मामलों में यह 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होता है।

Q3. क्या Kawasaki रोग का इलाज संभव है?
A. हाँ, समय पर IVIG और Aspirin थेरेपी से बच्चा पूरी तरह ठीक हो सकता है।

Q4. क्या यह रोग जीवनभर रहता है?
A. नहीं, लेकिन यदि दिल को नुकसान पहुँच जाए, तो लंबी अवधि तक निगरानी जरूरी होती है।

Q5. क्या वैक्सीन से यह रोग रोका जा सकता है?
A. अभी तक Kawasaki Disease के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Kawasaki Syndrome एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य बाल रोग है।
समय पर पहचान और उपचार से दिल की जटिलताओं से बचा जा सकता है।

माता-पिता को चाहिए कि यदि बच्चे में
5 दिनों से अधिक बुखार, त्वचा पर चकत्ते, आँखों में लाली, होंठ फटे और सूजन हो,
तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

सही चिकित्सा और सतर्कता से अधिकांश बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।


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