Khushveer Choudhary

Knock Knee कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपाय

नॉक नी (Knock Knee) जिसे चिकित्सीय भाषा में Genu Valgum (जेनु वैलगम) कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के दोनों घुटने (knees) आपस में टकराते हैं या मिल जाते हैं, जबकि टखनों (ankles) के बीच अंतर रह जाता है।

यह समस्या बच्चों में आम होती है और सामान्य रूप से 2 से 6 वर्ष की आयु तक यह शरीर के विकास के साथ स्वयं ठीक हो जाती है। लेकिन यदि यह स्थिति बढ़ती उम्र तक बनी रहती है, तो यह चलने-फिरने में असुविधा, दर्द, और जोड़ों पर दबाव जैसी समस्याएँ पैदा कर सकती है।

नॉक नी क्या होता है? (What is Knock Knee?)

नॉक नी में पैरों की हड्डियाँ, विशेषकर जांघ (femur) और पिंडली (tibia) की हड्डियाँ सीधी रेखा में नहीं रहतीं। जब व्यक्ति सीधा खड़ा होता है, तो दोनों घुटने एक-दूसरे को छूते हैं, लेकिन टखनों के बीच अंतर दिखाई देता है।
यह स्थिति एक या दोनों पैरों में हो सकती है।

नॉक नी के कारण (Causes of Knock Knee)

नॉक नी कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से प्रमुख हैं:

  1. कैल्शियम और विटामिन डी की कमी (Deficiency of Calcium and Vitamin D) – हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और उनके विकास पर असर पड़ता है।
  2. रिकेट्स (Rickets) – यह एक हड्डियों की बीमारी है जो विटामिन डी की कमी के कारण होती है।
  3. हड्डी की चोट या फ्रैक्चर (Bone Injury or Fracture) – विकास के दौरान हड्डी का गलत जुड़ना।
  4. अनुवांशिक कारण (Genetic Factors) – कुछ मामलों में यह समस्या परिवार में आनुवंशिक होती है।
  5. मोटापा (Obesity) – अधिक वजन से घुटनों पर दबाव बढ़ता है, जिससे हड्डियाँ मुड़ सकती हैं।
  6. आर्थराइटिस (Arthritis) – बुजुर्गों में गठिया (Arthritis) भी इसका कारण बन सकता है।

नॉक नी के लक्षण (Symptoms of Knock Knee)

  1. खड़े होने पर दोनों घुटनों का एक-दूसरे से टकराना।
  2. टखनों के बीच दूरी का दिखाई देना।
  3. चलने में असुविधा या दर्द महसूस होना।
  4. पैरों में जल्दी थकान आना।
  5. जोड़ों में दर्द या सूजन होना।
  6. लंबे समय तक खड़े रहने में परेशानी।
  7. पैर का आकार या चाल असामान्य दिखना।

नॉक नी कैसे पहचाने (How to Identify Knock Knee)

नॉक नी को पहचानने के लिए एक सरल तरीका है:

  • व्यक्ति को सीधा खड़ा करें, पैर साथ रखें।
  • यदि घुटने आपस में मिल जाते हैं लेकिन टखनों के बीच 2 इंच या उससे अधिक का अंतर है, तो यह Knock Knee का संकेत है।
  • डॉक्टर X-ray या physical examination द्वारा भी इसकी पुष्टि करते हैं।

नॉक नी का इलाज (Treatment of Knock Knee)

  1. डॉक्टर द्वारा जाँच (Medical Diagnosis) – Orthopedic विशेषज्ञ हड्डियों की स्थिति का आकलन करते हैं।
  2. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) – विशेष व्यायाम और स्ट्रेचिंग से हड्डियों की स्थिति सुधारी जा सकती है।
  3. ब्रैसेज़ (Braces) या ऑर्थोटिक डिवाइस (Orthotic Devices) – बच्चों में यह घुटनों की सही स्थिति बनाए रखने में मदद करती है।
  4. सर्जरी (Surgery) – गंभीर मामलों में “Osteotomy” नामक सर्जरी की जाती है जिसमें हड्डियों को सही दिशा में संरेखित किया जाता है।
  5. दवाएँ और सप्लीमेंट (Medicines and Supplements) – विटामिन D, कैल्शियम, और फॉस्फोरस की दवाएँ दी जाती हैं।

नॉक नी के घरेलू उपाय (Home Remedies for Knock Knee)

  1. धूप लेना (Sunlight Exposure) – रोज़ाना 15–20 मिनट धूप में रहने से विटामिन D का निर्माण होता है।
  2. कैल्शियम और प्रोटीन युक्त भोजन (Calcium and Protein-rich Diet) – दूध, दही, अंडा, पनीर, सोया, हरी सब्जियाँ आदि खाएँ।
  3. योगासन (Yoga) – ताड़ासन, वृक्षासन और त्रिकोणासन हड्डियों की मजबूती बढ़ाते हैं।
  4. हल्की स्ट्रेचिंग और व्यायाम (Stretching and Exercise) – पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित व्यायाम करें।
  5. वजन नियंत्रित रखें (Maintain Healthy Weight) – अधिक वजन न रखें ताकि घुटनों पर दबाव कम हो।

नॉक नी को कैसे रोके (Prevention of Knock Knee)

  1. बचपन से ही संतुलित आहार दें।
  2. बच्चों को पर्याप्त धूप में खेलने दें।
  3. चोट लगने पर सही हड्डी का इलाज कराएँ।
  4. वजन नियंत्रण में रखें।
  5. नियमित व्यायाम और योग को दिनचर्या में शामिल करें।

नॉक नी में सावधानियाँ (Precautions for Knock Knee)

  1. ज़्यादा देर तक खड़े न रहें।
  2. कठोर सतह पर दौड़ने से बचें।
  3. डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा बताए व्यायाम ही करें।
  4. सही आकार के जूते पहनें।
  5. संतुलित आहार लेते रहें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: क्या नॉक नी अपने आप ठीक हो जाता है?
उत्तर: बच्चों में 2–6 वर्ष की आयु तक यह सामान्य रूप से ठीक हो सकता है, लेकिन यदि 7 वर्ष के बाद भी सुधार न हो तो डॉक्टर से सलाह लें।

प्र.2: क्या व्यायाम से नॉक नी ठीक हो सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में हाँ, नियमित फिजियोथेरेपी और योगासन से सुधार संभव है।

प्र.3: क्या नॉक नी के लिए सर्जरी आवश्यक है?
उत्तर: केवल गंभीर मामलों में या जब दर्द और असुविधा बढ़ जाए, तब सर्जरी की जाती है।

प्र.4: क्या यह बीमारी वंशानुगत होती है?
उत्तर: कुछ मामलों में आनुवांशिक कारणों से भी यह समस्या होती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

नॉक नी (Knock Knee) एक आम लेकिन अनदेखी की जाने वाली हड्डियों की समस्या है, जो समय रहते पहचान और उचित देखभाल से पूरी तरह नियंत्रित या ठीक की जा सकती है।
संतुलित आहार, पर्याप्त धूप, नियमित व्यायाम और सही चिकित्सकीय मार्गदर्शन से इससे बचाव संभव है।
यदि लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो देरी न करें और किसी Orthopedic विशेषज्ञ (हड्डी रोग विशेषज्ञ) से संपर्क करें।


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