Khushveer Choudhary

Krukenberg Tumor कारण, लक्षण, इलाज, पहचान, रोकथाम, सावधानियाँ और पूरी जानकारी

क्रुकेनबर्ग ट्यूमर (Krukenberg Tumor) एक दुर्लभ प्रकार का ओवरी (अण्डाशय) में मां चा था उत्पन्न होने वाला ट्यूमर नहीं, बल्कि किसी अन्य साइट (प्रायः गैस्ट्रिक (Gastric) या कोलन (Colon) आदि) के कैंसर का मेटास्टेसिस (प्रसार) होकर ओवरी में पहुँचने वाला रोग है।

यह प्रायः म्यूसिन-युक्त ‘सिग्नेट-रिंग सेल’ (signet-ring cells) वाले एडेनोकार्सिनोमा के रूप में ओवरी में पाया जाता है।
1896 में जर्मन पैथोलॉजिस्ट Friedrich Ernst Krukenberg ने इसे प्रथम वर्णित किया था।

Krukenberg Tumor क्या होता है? (What is Krukenberg Tumor)?

  • क्रुकेनबर्ग ट्यूमर में ओवरी में मुख्य (प्राइमरी) कैंसर से मेटास्टेसिस होकर पहुँचती है, जिसमें सबसे आम मूल साइट गैस्ट्रिक एडेन्कार्सिनोमा (पेट) है।
  • अन्य संभावित मूल साइटें: कोलन (Colon), एप्पेण्‍डीक्स (Appendix), गॉलब्लैडर या बाइलरी ट्रैक्ट (Gallbladder/Biliary tract), स्तन (Breast) आदि।
  • मेटास्टेसिस का मार्ग मुख्यतः लिम्फेटिक मार्ग माना जाता है; कुछ मामलों में हिमाटोजेनस (रक्त द्वारा) या पेरिटोनल (उदर गुहा) द्वारा भी होता है।
  • लगभग 80 % मामलों में दोनों ओर (बिलैटरल) ओवरी की भागीदारी होती है।

Krukenberg Tumor कारण

  • मूल कैंसर: पेट (Gastric) कैंसर सबसे प्रमुख कारण है।
  • कोलन या अन्य जी-आई (Gastrointestinal) ट्रैक्ट कैंसर भी कारण हो सकते हैं।
  • उच्च गैस्ट्रिक कैंसर का प्रचलन उन देशों में अधिक होने के कारण वहाँ क्रुकेनबर्ग ट्यूमर का अनुपात भी अधिक पाया गया है (उदाहरण: जापान, कोरिया, चीन)।
  • अन्य जोखिम-संबंधित कारक विशिष्ट रूप से नहीं पहचाने गए हैं क्योंकि यह मुख्य रूप से मेटास्टैटिक अवस्था में पाता गया है।

Krukenberg Tumor लक्षण

क्रुकेनबर्ग ट्यूमर के लक्षण विशेष रूप से विशिष्ट नहीं होते, पर निम्नलिखित मिल सकते हैं:

  • पेट या पेल्विस (श्रोणि) में दर्द या असहजता।
  • पेट फूलना (बदहजमी, असिडिटी के साथ) या असामान्य उपद्रव क्योंकि ओवरी का आकार बढ़ जाता है एवं असाइटिस (पेट में पानी) हो सकता है।
  • मासिक धर्म में अनियमितता, रक्तस्राव, मासिक चक्र में बदलाव।
  • कभी-कभी यौन संभोग के दौरान दर्द (Dyspareunia)।
  • भूख कम लगना, वजन घटना, थकान, आदि सामान्य कैंसर-लक्षण।

Krukenberg Tumor कैसे पहचाने?

  • इमेजिंग: अल्ट्रासाउंड, सीटी (CT) स्कैन से ओवरी में वृद्धि या मेटास्टेटिक मास का पता चलता है।
  • हिस्टोपैथोलॉजी: ओवरी से ली गई बायोप्सी में सिग्नेट-रिंग सेल्स पाए जाते हैं — म्यूसिन-युक्त कोशिकाएँ, ओवरी का स्टोमा (सहायक ऊतक) बढ़ा हुआ रहता है।
  • ट्यूमर मार्कर्स / इम्यूनोहिस्टोकैमिस्ट्री: CK7/CK20, CEA, CA-125 आदि परीक्षण से प्राथमिक साइट पहचानने में मदद मिलती है।
  • मूल कैंसर खोज: यदि ओवरी में क्रुकेनबर्ग ट्यूमर पाया जाए, तो पेट, कोलन, एप्पेण्‍डीक्स व अन्य साइट्स की जाँच अनिवार्य है।

Krukenberg Tumor इलाज

  • क्योंकि यह मेटास्टैटिक ट्यूमर है (ओवरी मूल साइट नहीं) — इलाज का मुख्य आधार प्राइमरी कैंसर की पहचान और उसका इलाज है।
  • सर्जरी: यदि मेटास्टेसिस सीमित हो और ओवरी में ही हो, तो ओवेअरेक्टॉमी (ovariectomy) तथा मेटास्टेसिस हटाने की सर्जरी से जीवन-काल में सुधार हो सकता है।
  • रसायन-चिकित्सा (Chemotherapy): प्राइमरी साइट तथा मेटास्टेसिस के अनुसार निर्धारित। हालाँकि, इस प्रकार के ट्यूमर सामान्य ओवरी कैंसर जितने अच्छे उत्तर नहीं देते।
  • रेडिएशन थेरेपी (Radiotherapy) का उपयोग सीमित प्रमाण में है।
  • प्रग्नोसिस (outlook) अपेक्षाकृत खराब है — औसत जीवित रहने की अवधि ~14 महीने से कम होती है।

Krukenberg Tumor कैसे रोके?

चूंकि क्रुकेनबर्ग ट्यूमर मूल कैंसर का मेटास्टेसिस है, इसलिए रोकथाम मूल कैंसर से सम्बंधित होती है:

  • पेट, कोलन, गॉलब्लैडर आदि जी-आई ट्रैक्ट की नियमित जाँच — विशेषकर यदि किसी जोखिम कारक (उदाहरण: पारिवारिक हिस्ट्री) हो।
  • स्वस्थ जीवनशैली: धूम्रपान न करना, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, शराब का सीमित उपयोग।
  • जब जी-आई संबंधित लक्षण हों (उदाहरणः लगातार पेट दर्द, अपच, रक्त आना, वजन घटना) तुरंत चिकित्सकीय जाँच करवाना।
  • किसी भी महिला में मासिक चक्र में बदलाव, अनियमित मासिक धर्म, पेट में असामान्य वृद्धि या दर्द हो तो गाइनीय-ऑन्कोलॉजी सलाह लेना।

घरेलू उपाय

चूंकि यह चिकित्सकीय स्थिति है और गंभीर कैंसर की श्रेणी में आती है, केवल “घरेलू उपाय” इसे ठीक नहीं कर सकते। पर साथ ही आप निम्नलिखित सहायक कदम अपना सकते हैं, चिकित्सकीय इलाज के साथ:

  • संतुलित आहार जिसमें ताजे फल-सब्जियाँ, उच्च फाइबर, कम वसा वाला भोजन हो।
  • नियमित हल्की-मध्यम व्यायाम (जैसे चलना, योग) करना जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
  • तनाव कम करने के उपाय: पर्याप्त नींद, ध्यान या रिलैक्सेशन तकनीकें प्रयोग करना।
  • चिकित्सक द्वारा बताए गए दवाओं तथा जाँच कार्यक्रमों का पूरी तरह पालन करना।
  • यदि पेट-कोलन संबंधी लक्षण हों (जैसे लगातार अपच, पेट फूलना, वजन घटना) तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना।

सावधानियाँ

  • मासिक धर्म में अचानक परिवर्तन, लगातार पेट दर्द, पेल्विस क्षेत्र में सूजन या मासिक चक्र के बाहरी बदलाव आने पर समय पर विशेषज्ञ से मिलें।
  • यदि पहले किसी जी-आई कैंसर का निदान हुआ है, तो ओवरी में मेटास्टेसिस का जोखिम अधिक हो सकता है — नियमित फॉलो-अप ज़रूरी है।
  • किसी भी छोटी-छोटी बदलती लक्षण (जैसे भूख कम लगना, अचानक वजन घटना, थकावट) की उपेक्षा न करें।
  • इलाज के दौरान स्वयं दवाओं को बंद न करें, डॉक्टर के निर्देशानुसार ही अग्रसर हों।
  • जानकारी के स्रोतों को सावधानी से चुनें — इंटरनेट पर बहुत सी पुरानी या असत्यापित जानकारियाँ मिल सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्रुकेनबर्ग ट्यूमर कितनी आम है?
उत्तर : यह बहुत दुर्लभ है — ओवरी के लगभग 1 %–2 % ट्यूमर इसी श्रेणी में आते हैं।

Q2. क्या यह बेबी या युवा महिलाओं में हो सकता है?
हाँ, हालांकि अधिकांश मामलों में उम्र ~40-45 वर्ष के आसपास होती है, पर युवा महिलाओं में भी रिपोर्ट किए गए हैं।

Q3. क्या यह पहला (प्राइमरी) ओवरी कैंसर है?
नहीं — मूल रूप से यह अन्य साइट (अक्सर पेट) का कैंसर होता है जो ओवरी में फैलता है।

Q4. क्या इसको घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है?
इसमें चिकित्सकीय उपचार (सर्जरी, कीमोथेरेपी) अनिवार्य हैं। घरेलू उपाय केवल辅助 भूमिका निभा सकते हैं।

Q5. क्या इसे पूर्ण रूप से रोक पाना संभव है?
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना तथा जी-आई कैंसर का समय पर निदान कराना मददगार हो सकता है, पर मेटास्टेसिस के जोखिम को पूरी तरह शून्य करना संभव नहीं कहा गया है।

निष्कर्ष

क्रुकेनबर्ग ट्यूमर एक बहुत ही जटिल और गंभीर स्थिति है — यह आम ओवरी कैंसर नहीं, बल्कि अन्य साइट्स का कैंसर है जो ओवरी में फैल जाता है। इसे समय पर पहचानना तथा इलाज शुरू करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी भी अनियमित लक्षण को अनदेखा न करें। स्वस्थ जीवनशैली, नियमित जाँच-पड़ताल, डॉक्टर की सलाह का पालन — ये सभी इसमें सहायक भूमिका निभाते हैं।

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