लैरिंगोसील (Laryngocele) एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें स्वरयंत्र (larynx) के अंदर स्थित laryngeal saccule असामान्य रूप से फैल जाता है और उसमें हवा भर जाती है। यह एक प्रकार की वायु से भरी थैली (air-filled sac) होती है जो स्वरयंत्र के अंदर या बाहर की ओर उभर सकती है। यह स्थिति आमतौर पर उन लोगों में देखी जाती है जो बार-बार ज़ोर से सांस लेते या बोलते हैं, जैसे गायक, वादक या शारीरिक श्रम करने वाले व्यक्ति।
लैरिंगोसील क्या होता है (What is Laryngocele)
लैरिंगोसील एक benign (गैर-कैंसरयुक्त) सूजन होती है जो स्वरयंत्र के वेंट्रिकल (ventricle of Morgagni) से निकलने वाली एक छोटी थैली के फैल जाने से बनती है।
यह हवा से भरी रहती है और स्वरयंत्र के अंदर या गर्दन के बाहर उभर सकती है।
लैरिंगोसील के प्रकार (Types of Laryngocele)
- आंतरिक लैरिंगोसील (Internal Laryngocele):
यह पूरी तरह से स्वरयंत्र के अंदर रहती है। - बाहरी लैरिंगोसील (External Laryngocele):
यह गले की बाहरी सतह पर सूजन के रूप में दिखाई देती है। - मिश्रित लैरिंगोसील (Mixed Laryngocele):
इसमें थैली का कुछ हिस्सा अंदर और कुछ हिस्सा बाहर की ओर फैलता है।
लैरिंगोसील के कारण (Causes of Laryngocele)
- स्वरयंत्र में लगातार बढ़ा हुआ दबाव (chronic increased pressure)
- बार-बार ज़ोर से सांस लेना या फूंक मारने वाले वाद्य बजाना (जैसे trumpet, saxophone)
- स्वर का अधिक उपयोग (जैसे गायकों में)
- जन्मजात कमजोरी (Congenital weakness of laryngeal wall)
- ट्यूमर या अवरोध (Obstruction) जो हवा को बाहर निकलने से रोकता है
लैरिंगोसील के लक्षण (Symptoms of Laryngocele)
- गले या गर्दन में सूजन
- आवाज में भारीपन या बदलाव (hoarseness)
- सांस लेने में कठिनाई (breathing difficulty)
- खांसी या गले में असहजता
- निगलने में परेशानी (dysphagia)
- कभी-कभी सूजन दबाने पर घट जाती है या बढ़ जाती है
लैरिंगोसील का निदान (Diagnosis of Laryngocele)
- लैरिंगोस्कोपी (Laryngoscopy): स्वरयंत्र के अंदर की सूजन को देखने के लिए।
- सीटी स्कैन (CT Scan): थैली के आकार और स्थिति का पता लगाने के लिए।
- एमआरआई (MRI): आसपास के ऊतकों में किसी फैलाव या ट्यूमर की जाँच के लिए।
- एक्स-रे (X-ray): हवा से भरी थैली की उपस्थिति की पुष्टि करता है।
लैरिंगोसील का इलाज (Treatment of Laryngocele)
- सर्जरी (Surgery):
- Endoscopic surgery (अगर आंतरिक लैरिंगोसील हो)।
- External excision (अगर बाहरी या मिश्रित लैरिंगोसील हो)।
- लैरिंजियल माइक्रोसर्जरी (Laryngeal microsurgery):
स्वरयंत्र की सूजन हटाने के लिए उपयोगी तकनीक। - संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक्स (If infected):
यदि लैरिंगोसील में संक्रमण हो जाए (Laryngopyocele), तो एंटीबायोटिक दवाएँ दी जाती हैं।
लैरिंगोसील की रोकथाम (Prevention of Laryngocele)
- ज़ोर से बोलने या फूंक मारने वाले वाद्ययंत्रों का अत्यधिक उपयोग न करें।
- गले में किसी असामान्य सूजन को नज़रअंदाज़ न करें।
- आवाज़ में परिवर्तन या साँस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत ENT डॉक्टर से संपर्क करें।
घरेलू उपाय (Home Remedies for Laryngocele)
नोट: लैरिंगोसील का इलाज केवल सर्जरी से संभव है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय राहत दे सकते हैं।
- गुनगुने पानी से गरारे करना।
- भाप लेना (steam inhalation)।
- आवाज को आराम देना (voice rest)।
- धूम्रपान और शराब से परहेज़।
सावधानियाँ (Precautions for Laryngocele)
- लंबे समय तक आवाज़ में बदलाव को नज़रअंदाज़ न करें।
- गले में किसी सूजन या दर्द का तुरंत मूल्यांकन कराएँ।
- ज़ोर से बोलने, चिल्लाने या गाना गाने से पहले वोकल वार्मअप करें।
कैसे पहचाने (How to Identify Laryngocele)
- गर्दन में हवा से भरी सूजन जो दबाने पर घटती-बढ़ती है।
- आवाज़ भारी या बदल जाना।
- साँस लेते समय गले से असामान्य आवाज़ (stridor) आना।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs on Laryngocele)
प्र.1. क्या लैरिंगोसील खतरनाक होता है?
→ नहीं, यह सामान्यतः गैर-कैंसरयुक्त होता है, लेकिन अगर संक्रमित हो जाए तो गंभीर हो सकता है।
प्र.2. क्या लैरिंगोसील अपने आप ठीक हो सकता है?
→ नहीं, यह सर्जरी से ही पूरी तरह ठीक होता है।
प्र.3. क्या यह कैंसर से जुड़ा होता है?
→ कभी-कभी यह स्वरयंत्र के ट्यूमर के कारण भी हो सकता है, इसलिए जांच आवश्यक है।
प्र.4. क्या यह दोबारा हो सकता है?
→ अगर पूरी तरह से इलाज न किया जाए तो पुनः विकसित हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
लैरिंगोसील (Laryngocele) एक दुर्लभ लेकिन उपचार योग्य स्थिति है जो स्वरयंत्र की संरचना से जुड़ी होती है। यदि आवाज़ में बदलाव, साँस लेने में कठिनाई या गले में सूजन जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही निदान और सर्जरी से यह समस्या पूरी तरह ठीक हो सकती है।