Khushveer Choudhary

Lymphocytic Colitis – कारण, लक्षण और इलाज

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस (Lymphocytic Colitis) एक प्रकार की क्रॉनिक इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (Chronic Inflammatory Bowel Disease) है, जिसमें बड़ी आंत (Large Intestine / Colon) की अंदरूनी परत में लिम्फोसाइट्स (एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएँ) की संख्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है।

यह स्थिति माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस (Microscopic Colitis) के अंतर्गत आती है क्योंकि यह आंत के ऊतक की माइक्रोस्कोपिक जांच में दिखाई देती है, जबकि सामान्य कोलोनोस्कोपी में आंत सामान्य दिखती है।

यह बीमारी आमतौर पर मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में पाई जाती है और दीर्घकालिक दस्त (Chronic Diarrhea) इसका प्रमुख लक्षण है।

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस क्या है? (What is Lymphocytic Colitis?)

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस में आंत की परत में लिम्फोसाइट्स नामक इम्यून कोशिकाओं का जमाव (Infiltration) होता है, जिससे सूजन (Inflammation) होती है।
यह स्थिति पाचन तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे पानी जैसे दस्त, पेट दर्द और थकान जैसी समस्याएँ होती हैं।

यह रोग आमतौर पर जीवन के लिए खतरनाक नहीं होता, लेकिन लंबे समय तक परेशानी और असुविधा पैदा कर सकता है।

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस के कारण (Causes of Lymphocytic Colitis)

इस बीमारी का सटीक कारण अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन कई कारक इसके विकास में भूमिका निभा सकते हैं —

  1. ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune Reaction):
    – शरीर की रोग-प्रतिरोधक प्रणाली गलती से अपनी ही आंत की कोशिकाओं पर हमला करती है।

  2. संक्रमण (Infections):
    – बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण जो आंत को प्रभावित करते हैं।

  3. दवाओं का प्रभाव (Medications):
    – कुछ दवाएँ जैसे NSAIDs (जैसे Ibuprofen), Proton Pump Inhibitors (जैसे Omeprazole), Selective Serotonin Reuptake Inhibitors (SSRIs), और कुछ एंटीबायोटिक्स इसके कारण बन सकते हैं।

  4. धूम्रपान (Smoking):
    – धूम्रपान करने वालों में इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।

  5. आनुवंशिक कारण (Genetic Factors):
    – परिवार में किसी को यह बीमारी होने पर जोखिम बढ़ जाता है।

  6. अन्य ऑटोइम्यून बीमारियाँ:
    – जैसे Celiac Disease, Thyroid Disease, या Rheumatoid Arthritis

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस के लक्षण (Symptoms of Lymphocytic Colitis)

इस रोग के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और कभी-कभी महीनों या वर्षों तक बने रह सकते हैं।

  1. बार-बार पानी जैसे दस्त (Chronic Watery Diarrhea)
  2. पेट दर्द या ऐंठन (Abdominal Pain or Cramps)
  3. पेट में गैस या फूलना (Bloating)
  4. वजन में कमी (Weight Loss)
  5. थकान (Fatigue)
  6. मल में तात्कालिकता (Urgency to Pass Stool)
  7. मतली (Nausea)

अधिकांश मामलों में दस्त में खून नहीं होता, जो इसे अन्य प्रकार की कोलाइटिस से अलग करता है।

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस का निदान (Diagnosis of Lymphocytic Colitis)

क्योंकि सामान्य जांच में आंत सामान्य दिखती है, इसलिए माइक्रोस्कोपिक जांच (Microscopic Examination) जरूरी होती है।

  1. मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जामिनेशन
  2. स्टूल टेस्ट (Stool Test): संक्रमण या परजीवी की जांच के लिए।
  3. कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy): आंत की अंदरूनी परत का निरीक्षण।
  4. बायोप्सी (Biopsy): आंत से ऊतक का नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से लिम्फोसाइट्स की संख्या जांची जाती है।
  5. ब्लड टेस्ट: सूजन और पोषक तत्वों की कमी का पता लगाने के लिए।

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस का इलाज (Treatment of Lymphocytic Colitis)

इलाज का उद्देश्य लक्षणों को नियंत्रित करना और सूजन को कम करना है।

1. जीवनशैली और आहार परिवर्तन (Lifestyle and Diet Changes):

  • दूध और ग्लूटेन से परहेज करें (यदि संवेदनशीलता हो)।
  • कैफीन, मसालेदार और तैलीय भोजन से बचें।
  • फाइबर युक्त भोजन को सीमित करें यदि दस्त ज्यादा हो।
  • धूम्रपान छोड़ें
  • पर्याप्त पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स लें।

2. दवाओं द्वारा उपचार (Medical Treatment):

  • एंटी-डायरियल दवाएँ (Anti-diarrheal drugs): जैसे Loperamide।
  • बिस्मथ सबसैलिसिलेट (Bismuth Subsalicylate): दस्त और सूजन कम करता है।
  • बुडेसोनाइड (Budesonide): यह एक स्टेरॉयड है जो सूजन को कम करता है और सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है।
  • इम्यूनोमॉड्यूलेटरी दवाएँ: गंभीर मामलों में।
  • प्रोबायोटिक्स: आंत के स्वस्थ बैक्टीरिया को पुनर्स्थापित करने में सहायक।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Lymphocytic Colitis)

  1. हल्का और सुपाच्य भोजन करें – जैसे खिचड़ी, सूप, उबली सब्जियाँ।
  2. धनिया और सौंफ का पानी – पाचन में मदद करता है और गैस कम करता है।
  3. एलोवेरा जूस – आंतों की सूजन कम करने में सहायक।
  4. पुदीना और अदरक की चाय – दस्त और ऐंठन से राहत।
  5. आराम और तनाव कम करें – योग और ध्यान सहायक हो सकते हैं।

ये उपाय केवल सहायक हैं, इलाज का विकल्प नहीं। हमेशा डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।

सावधानियाँ (Precautions)

  1. धूम्रपान और शराब से पूरी तरह बचें।
  2. जिन दवाओं से लक्षण बढ़ें, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर बंद करें।
  3. आहार में धीरे-धीरे बदलाव करें।
  4. अत्यधिक कैफीन और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
  5. पानी की कमी न होने दें (Dehydration से बचें)।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस खतरनाक है?
A: यह जीवन के लिए खतरनाक नहीं है, लेकिन लंबे समय तक असुविधा और दस्त से कमजोरी हो सकती है।

Q2. क्या लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस कैंसर में बदल सकता है?
A: नहीं, इस बीमारी का कैंसर में बदलने का जोखिम बहुत कम है।

Q3. क्या यह बीमारी ठीक हो सकती है?
A: अधिकांश मामलों में दवाओं और आहार सुधार से लक्षणों में काफी सुधार होता है, लेकिन यह कभी-कभी लौट भी सकती है।

Q4. क्या लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस संक्रामक है?
A: नहीं, यह किसी से किसी को नहीं फैलती।

Q5. क्या तनाव (Stress) से यह बढ़ सकता है?
A: हाँ, तनाव और मानसिक दबाव आंत की गतिविधियों को प्रभावित कर सकते हैं और लक्षण बढ़ा सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस (Lymphocytic Colitis) एक माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस का प्रकार है जो बड़ी आंत में सूजन पैदा करता है और लंबे समय तक दस्त जैसी समस्या देता है।
हालांकि यह गंभीर नहीं है, लेकिन इसका समय पर निदान और इलाज आवश्यक है।
संतुलित आहार, धूम्रपान से बचाव, तनाव नियंत्रण और डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाओं का नियमित सेवन करके इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।


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