Nephritic-Nephrotic Syndrome (नेफ्रिटिक-नेफ्रोटिक सिंड्रोम) एक दुर्लभ किडनी डिसऑर्डर है जिसमें नेफ्रिटिक और नेफ्रोटिक दोनों प्रकार के लक्षण एक साथ दिखाई देते हैं।
- Nephritic Syndrome (नेफ्रिटिक सिंड्रोम) में ब्लड और प्रोटीन मूत्र में निकलता है, उच्च रक्तचाप और सोडियम/पानी का रिटेंशन देखा जाता है।
- Nephrotic Syndrome (नेफ्रोटिक सिंड्रोम) में प्रोटीन का अत्यधिक उत्सर्जन (Proteinuria), सूजन (Edema) और हाइपरलिपिडेमिया होती है।
जब ये दोनों सिंड्रोम एक साथ दिखाई दें, तो उसे Nephritic-Nephrotic Syndrome कहा जाता है।
Nephritic-Nephrotic Syndrome क्या होता है (What is Nephritic-Nephrotic Syndrome)
- किडनी के ग्लोमेरुली (Glomeruli) प्रभावित होते हैं।
- रक्त और प्रोटीन मूत्र में निकलते हैं।
- शरीर में तरल का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे सूजन और उच्च रक्तचाप उत्पन्न होता है।
- यह अक्सर ग्लोमेरुलोनफ्राइटिस (Glomerulonephritis) के कारण होता है।
Nephritic-Nephrotic Syndrome कारण (Causes of Nephritic-Nephrotic Syndrome)
- Post-infectious Glomerulonephritis (पोस्ट इन्फेक्शनल ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस)
- IgA Nephropathy (आईजीए नेफ्रोपैथी / Berger’s Disease)
- Membranoproliferative Glomerulonephritis (MPGN / मेम्ब्रेनोप्रोलिफरेटिव ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस)
- Systemic Lupus Erythematosus (सिस्टेमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस)
- Diabetic Nephropathy (मधुमेह संबंधी किडनी रोग)
- Other autoimmune or hereditary kidney diseases
Nephritic-Nephrotic Syndrome लक्षण (Symptoms of Nephritic-Nephrotic Syndrome)
1. नेफ्रिटिक लक्षण (Nephritic Symptoms)
- मूत्र में रक्त (Hematuria) – मूत्र का रंग लाल या कोयले जैसा
- मिल्ड प्रोटीन्यूरिया (Mild Proteinuria)
- हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension)
- कम पसीना/स्वेलिंग (Mild Edema)
2. नेफ्रोटिक लक्षण (Nephrotic Symptoms)
- भारी प्रोटीन्यूरिया (Heavy Proteinuria)
- सिर और आंखों के नीचे सूजन (Periorbital Edema)
- हाइपरलिपिडेमिया (High Cholesterol / Lipids)
- वजन बढ़ना (Weight Gain) – तरल रिटेंशन के कारण
- सांध्य व पैरों में सूजन (Peripheral Edema)
Nephritic-Nephrotic Syndrome कैसे पहचाने (Diagnosis of Nephritic-Nephrotic Syndrome)
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रक्त जांच (Blood Tests)
- Serum Creatinine, BUN – किडनी फंक्शन
- Serum Albumin – कम प्रोटीन स्तर
- Lipid Profile – हाई कोलेस्ट्रॉल
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मूत्र जांच (Urine Tests)
- Proteinuria – 24 घंटे में प्रोटीन मापना
- Hematuria – रक्त की उपस्थिति
- Urine Microscopy – RBC casts, Hyaline casts
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किडनी बायोप्सी (Kidney Biopsy)
- Glomerular damage की पुष्टि
- Disease type और severity पता करने के लिए
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Imaging (USG / CT Scan)
- किडनी का आकार और संरचना जांचने के लिए
Nephritic-Nephrotic Syndrome इलाज (Treatment of Nephritic-Nephrotic Syndrome)
1. दवा उपचार (Medications)
- Diuretics – सूजन कम करने के लिए
- ACE inhibitors / ARBs – प्रोटीन्यूरिया और ब्लड प्रेशर नियंत्रण
- Immunosuppressants (Steroids, Cyclophosphamide, Mycophenolate) – Autoimmune causes में
- Statins – हाइपरलिपिडेमिया नियंत्रित करने के लिए
2. जीवनशैली और डाइट (Lifestyle & Diet)
- Low-salt diet (कम नमक आहार) – ब्लड प्रेशर और सूजन नियंत्रण
- Low-protein diet (संतुलित प्रोटीन) – किडनी पर दबाव कम करने के लिए
- Fluid restriction (तरल सेवन नियंत्रित) – सूजन कम करने के लिए
3. फॉलो-अप और निगरानी (Follow-up & Monitoring)
- नियमित किडनी फंक्शन टेस्ट
- ब्लड प्रेशर और मूत्र प्रोटीन मॉनिटर करना
4. गंभीर मामलों में (Severe Cases)
- Dialysis – यदि किडनी फेल्योर का खतरा हो
- Kidney Transplant – End-stage renal disease में
Nephritic-Nephrotic Syndrome कैसे रोके (Prevention)
- Early treatment of infections – Streptococcal infections का समय पर इलाज
- Regular checkups – Especially if family history of kidney disease
- Manage underlying diseases – Diabetes और Hypertension कंट्रोल में रखें
- Healthy lifestyle – Low salt, balanced diet, regular exercise
सावधानियाँ (Precautions)
- Blood pressure और edema नियमित मॉनिटर करें
- दवाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना न बदलें
- किसी भी नई सूजन, मूत्र में खून या वजन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- Immunosuppressants के दौरान infections से बचाव
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. Nephritic-Nephrotic Syndrome और Nephrotic Syndrome में क्या अंतर है?
Nephritic में रक्त मूत्र में होता है और ब्लड प्रेशर बढ़ता है; Nephrotic में भारी प्रोटीन मूत्र में निकलता है और सूजन ज्यादा होती है।
Q2. क्या यह रोग बचपन और वयस्क दोनों में हो सकता है?
हाँ, यह किसी भी उम्र में हो सकता है।
Q3. क्या यह रोग स्थायी है?
सही इलाज और फॉलो-अप से रोग नियंत्रित हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में किडनी फेल्योर हो सकता है।
Q4. क्या डाइट से मदद मिल सकती है?
हाँ, Low-salt और संतुलित प्रोटीन डाइट सूजन और किडनी पर दबाव कम करती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Nephritic-Nephrotic Syndrome एक गंभीर किडनी डिसऑर्डर है जिसमें नेफ्रिटिक और नेफ्रोटिक लक्षण एक साथ दिखाई देते हैं।
समय पर निदान, दवा उपचार, डाइट और नियमित फॉलो-अप से रोग को नियंत्रित किया जा सकता है।
संक्रमण और अन्य जोखिमों से बचाव, साथ ही किडनी फंक्शन मॉनिटरिंग, रोगी की जीवन गुणवत्ता बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।