Puberty Gingivitis यानी यौवन जिंजिवाइटिस एक सामान्य लेकिन उपेक्षित स्थिति है, जो किशोरों (Teenagers) में हार्मोनल बदलाव के कारण होती है। यह मसूड़ों की सूजन की एक विशेष प्रकार की अवस्था है, जो 11 से 17 वर्ष की उम्र के बीच ज्यादा देखी जाती है, जब शरीर में एंड्रोजेन (Androgens), एस्ट्रोजन (Estrogen), और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) जैसे हार्मोन तीव्रता से बढ़ते हैं।
प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस क्या होता है (What is Puberty Gingivitis)
यह एक प्रकार की हार्मोनल जिंजिवाइटिस (Hormonal Gingivitis) है, जो किशोरावस्था में होने वाले हार्मोनल असंतुलन और ओरल हाइजीन की कमी के कारण होती है। इसमें मसूड़े सूज जाते हैं, लाल हो जाते हैं, और हल्का या तेज रक्तस्राव हो सकता है।
प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस के कारण (Causes of Puberty Gingivitis)
- हार्मोनल बदलाव (especially testosterone, estrogen, progesterone)
- Poor oral hygiene (ब्रश न करना या गलत तरीका)
- Dental plaque और बैक्टीरिया का जमाव
- मिठाई और जंक फूड का अधिक सेवन
- Mouth breathing (मुंह से सांस लेना)
- Vitamin C और अन्य पोषक तत्वों की कमी
- Pre-existing gingival inflammation
प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस के लक्षण (Symptoms of Puberty Gingivitis)
- मसूड़ों में सूजन (Swollen gums)
- मसूड़ों की लालिमा (Redness)
- ब्रश या फ्लॉस करते समय ब्लीडिंग
- मसूड़ों से खून आने की शिकायत
- सांस में दुर्गंध (Bad breath)
- मसूड़ों की संवेदनशीलता
- मसूड़े दांतों के आसपास बढ़े हुए दिख सकते हैं
- मसूड़ों में खुजली या जलन
प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस को कैसे पहचान (Diagnosis of Puberty Gingivitis)
- डेंटिस्ट द्वारा ओरल चेकअप
- मसूड़ों की सूजन की जाँच
- प्लाक और टार्टर की उपस्थिति
- किशोरावस्था की आयु और हार्मोनल हिस्ट्री
- X-ray या Periodontal probing (आवश्यक होने पर)
प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस का इलाज (Treatment of Puberty Gingivitis)
1. Oral hygiene सुधारना:
- दिन में 2 बार ब्रश करना
- फ्लॉसिंग करना
- माउथवॉश का प्रयोग (Chlorhexidine या एंटीसेप्टिक)
2. Dental क्लीनिंग:
- स्केलिंग और प्रोफेशनल क्लीनिंग
- Plaque और calculus को हटाना
- टार्टर बनने से रोकना
3. हार्मोनल संतुलन के लिए पोषण:
- विटामिन C, B12, D, और कैल्शियम युक्त आहार
- संतुलित भोजन और पानी का पर्याप्त सेवन
रोकथाम (Prevention Tips)
- किशोरों को ओरल हाइजीन के लिए प्रेरित करें
- मीठे और चिपचिपे पदार्थों से दूरी रखें
- नियमित रूप से डेंटल जांच कराएं
- फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें
- ब्रशिंग के सही तरीके सिखाएं
- मुंह से सांस लेने की आदत पर ध्यान दें
घरेलू उपाय (Home Remedies for Puberty Gingivitis)
- नमक-पानी से कुल्ला करें (Salt Water Rinse)
- हल्दी और नारियल तेल का पेस्ट मसूड़ों पर लगाएं
- एलोवेरा जेल से मसूड़ों की मालिश करें
- नीम या तुलसी के पानी से कुल्ला करें
- Vitamin C-rich फल जैसे अमरूद, संतरा लें
सावधानियाँ (Precautions)
- समस्या को "बढ़ती उम्र का असर" मानकर नज़रअंदाज़ न करें
- मसूड़ों से खून बार-बार आना सामान्य नहीं है
- अगर दर्द या सूजन बढ़े तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
- किशोरों में मानसिक तनाव और आत्म-संकोच के कारण ओरल हेल्थ की अनदेखी न होने दें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र.1: क्या प्यूबर्टी जिंजिवाइटिस स्थायी होता है?
नहीं, यदि सही समय पर इलाज और सफाई की जाए तो यह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
प्र.2: क्या किशोरों को नियमित डेंटल विजिट करनी चाहिए?
हाँ, साल में कम से कम दो बार डेंटल चेकअप जरूरी है।
प्र.3: क्या यह दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है?
अगर लंबे समय तक इलाज न किया जाए तो यह मसूड़ों की गहराई में संक्रमण फैला सकता है।
प्र.4: क्या ये केवल लड़कों को होता है?
नहीं, यह लड़के और लड़कियों दोनों में हो सकता है, लेकिन हार्मोनल प्रभावों के कारण लक्षण अलग हो सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Puberty Gingivitis एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण डेंटल स्थिति है, जो हार्मोनल बदलावों और खराब ओरल हाइजीन के कारण किशोरों में देखी जाती है। समय पर साफ-सफाई, पोषण और जागरूकता से इसे रोका और पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। बच्चों और किशोरों की ओरल हेल्थ की नियमित निगरानी से बड़े दंत रोगों से बचा जा सकता है।