Digoxin Toxicity कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय और सावधानियाँ

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी (Digoxin Toxicity) एक ऐसी स्थिति है जिसमें हृदय रोगों के इलाज में प्रयुक्त दवा डिजॉक्सिन (Digoxin) की मात्रा शरीर में अधिक हो जाती है और यह विषैले प्रभाव उत्पन्न करने लगती है। यह स्थिति विशेष रूप से हृदय गति (Heart Rate) और हृदय की कार्यक्षमता (Heart Function) को प्रभावित करती है।

डिजॉक्सिन का उपयोग आमतौर पर कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर (Congestive Heart Failure) और एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial Fibrillation) के इलाज में किया जाता है। परंतु इसकी अधिक मात्रा से यह लाभदायक दवा हानिकारक बन सकती है।

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी क्या होता है  (What is Digoxin Toxicity)

जब शरीर में डिजॉक्सिन का स्तर सामान्य सीमा से ऊपर चला जाता है, तब यह हृदय की विद्युत प्रणाली (electrical conduction) को बाधित करता है और शरीर में विषैला प्रभाव उत्पन्न करता है। यह विषाक्तता धीरे-धीरे (क्रॉनिक टॉक्सिसिटी) या एक साथ ज्यादा डोज लेने से (एक्यूट टॉक्सिसिटी) हो सकती है।

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी के कारण (Causes of Digoxin Toxicity)

  1. डिजॉक्सिन की उच्च मात्रा का सेवन
  2. किडनी की कार्यक्षमता में कमी (Renal Failure)
  3. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन, विशेषकर हाइपोकैलेमिया (Hypokalemia)
  4. बढ़ती उम्र (उम्रदराज मरीजों में मेटाबोलिज्म धीमा होता है)
  5. अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया (Drug interactions) जैसे:
    1. वेरापामिल (Verapamil)
    1. एमियोडेरोन (Amiodarone)
    1. क्विनिडीन (Quinidine)
  6. थायरॉइड या जठरांत्र संबंधी समस्याएं
  7. लिवर या हृदय रोग का इतिहास

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी के लक्षण (Symptoms of Digoxin Toxicity)

  1. मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting)
  2. भूख में कमी (Loss of Appetite)
  3. दृष्टि संबंधी गड़बड़ी – पीली/हरी चीजें दिखाई देना या धुंधलापन
  4. चक्कर आना और भ्रम (Dizziness and Confusion)
  5. अनियमित दिल की धड़कन (Arrhythmias)
  6. धीमी दिल की गति (Bradycardia)
  7. थकावट और कमजोरी (Fatigue and Weakness)
  8. पेट में दर्द (Abdominal pain)
  9. बेहोशी या दौरे – गंभीर मामलों में

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी का इलाज (Treatment of Digoxin Toxicity)

  1. डिजॉक्सिन को तुरंत बंद करना
  2. डिजॉक्सिन एंटीबॉडी (Digoxin Immune Fab) देना – विष को बेअसर करने के लिए
  3. इलेक्ट्रोलाइट संतुलन सुधारना (पोटैशियम और मैग्नीशियम का संतुलन)
  4. ECG द्वारा दिल की धड़कनों की निगरानी
  5. गंभीर मामलों में ICU निगरानी
  6. अगर बहुत अधिक डोज ली गई हो तो गैस्ट्रिक लैवेज (stomach wash)
  7. किडनी फेल्योर के मामलों में डायलिसिस (Dialysis)

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी से कैसे रोकें (Prevention of Digoxin Toxicity)

  1. डिजॉक्सिन की सटीक खुराक लें, डॉक्टर की सलाह से
  2. किडनी और इलेक्ट्रोलाइट्स की नियमित जांच कराएं
  3. अन्य दवाओं के साथ प्रयोग करते समय डॉक्टर से सलाह लें
  4. पोटैशियम और मैग्नीशियम का संतुलन बनाए रखें
  5. बुजुर्गों में विशेष ध्यान दें – खुराक सामान्य से कम रखी जाती है
  6. दवा को समय पर लें और डोज मिस न करें

घरेलू उपाय (Home Remedies)

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी एक आपातकालीन चिकित्सा स्थिति है। इसका घरेलू इलाज नहीं होता, लेकिन निम्नलिखित सामान्य उपाय इसके जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं:

  1. हाइड्रेटेड रहें (पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं)
  2. संतुलित आहार लें जिसमें पोटैशियम भरपूर हो
  3. दवा को भोजन के साथ लें ताकि पाचन में आसानी हो
  4. कैफीन और एल्कोहल से बचें
  5. अपनी दवा की सूची अपने पास रखें

सावधानियाँ (Precautions)

  1. किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें
  2. नियमित रूप से ब्लड टेस्ट और ECG कराएं
  3. डॉक्टर की सलाह के बिना डोज न बदलें
  4. ओवर-द-काउंटर दवाओं के उपयोग से पहले डॉक्टर से पूछें
  5. दवा को बच्चों और बुजुर्गों की पहुंच से दूर रखें

कैसे पहचाने डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी (How to Identify Digoxin Toxicity)

  1. मतली, उल्टी और भूख की कमी
  2. दृष्टि में असामान्यता – हरा या पीला रंग ज्यादा दिखना
  3. अनियमित या धीमी दिल की धड़कन
  4. अचानक चक्कर, बेहोशी या भ्रम
  5. ECG में गड़बड़ी

अगर इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी कितनी खतरनाक होती है?
यह जानलेवा हो सकती है यदि समय पर इलाज न किया जाए।

प्र.2: क्या डिजॉक्सिन का स्तर रक्त जांच द्वारा मापा जा सकता है?
हाँ, एक विशेष ब्लड टेस्ट द्वारा डिजॉक्सिन का स्तर मापा जाता है।

प्र.3: डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी किन लोगों में ज्यादा होती है?
बुजुर्गों, किडनी रोगियों और जो कई दवाएँ ले रहे हैं, उनमें इसका जोखिम अधिक होता है।

प्र.4: क्या डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी को ठीक किया जा सकता है?
हाँ, यदि समय पर पहचान हो जाए तो इसका इलाज संभव है।

निष्कर्ष (Conclusion)

डिजॉक्सिन टॉक्सिसिटी (Digoxin Toxicity) एक गंभीर लेकिन नियंत्रित की जा सकने वाली स्थिति है। यह स्थिति डिजॉक्सिन दवा के अधिक सेवन या शरीर में इसके असंतुलन के कारण होती है। यदि इसका समय पर पता लग जाए और उचित चिकित्सा मिले तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। इसलिए डिजॉक्सिन का उपयोग करते समय विशेष सतर्कता और नियमित निगरानी अत्यंत आवश्यक है।


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